किमिहीरो एटो के सपने को पूरा करने में पूर्व सहकर्मियों ने की भरपूर मदद
जापानी लाइटवेट एथलीट किमिहीरो एटो को पता था कि एक प्रोफेशनल मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट बनना आसान नहीं होगा।
इसकी जीवन शैली अपनाने के लिए हेवी ट्रेनिंग, स्ट्रिक्ट डाइट पालन और दोस्तों व परिवार के साथ को त्यागने की जरूरत होती है। इसके अलावा, कई महत्वाकांक्षी लोग अपने एथलेटिक बनने के प्रयास को सुबह नौ से पांच बजे वाली नौकरी करके भी मेंटेन करते हैं।
सफलता की कोई गारंटी नहीं होती है लेकिन सौभाग्य से अपने कोच, साथियों और नौकरी के सहयोगियों की मदद से एटो अपने सपने को जीवन में उतार पाए। इसके साथ ही वो ONE Championship के उभरते हुए सितारे बन गए।
टोक्यो के निवासी शुक्रवार, 28 फरवरी को सिंगापुर के अमीर खान से ONE: KING OF THE JUNGLE में बाउट करने को तैयार हैं। वो अगली पीढ़ी के मार्शल आर्टिस्ट्स को प्रेरित करने के लिए अपने इस नए प्लेटफॉर्म का उपयोग करना चाहते हैं।
31 वर्षीय एथलीट कहते हैं, “मैं अब अपने सपनों को जी रहा हूं। मैं अब मार्शल आर्ट्स से प्रभावित होने वाले लोगों को और ज्यादा प्रोत्साहित कर सकता हूं। बहुत से लोग कहते हैं कि मार्शल आर्ट्स के साथ जीवनयापन मुश्किल होता है। मैं कहता हूं कि अगर आप अपने सपनों का पीछा सही से करते हैं तो आपको अन्य मौके मिल सकते हैं। इसके जरिए आप जहां पहुंचना चाहते हैं, वहां पहुंच सकते हैं और जिसे करने में आपको अच्छा लगता है, वो कर सकते हैं।”
जाहिर है कि ये बातें एटो जिंदगी में मिले अनुभवों के बाद ही बोल रहे हैं।
2012 में Senshu University से ग्रेजुएशन करने के बाद वर्ल्ड क्लास ग्रैपलर ने रेसलिंग से दूर जाकर कॉरपोरेट सोसाइटी में खुद को फिट करने की कोशिश की। उन्होंने एक एस्टेट एजेंसी में वेतनभोगी कर्मचारी के तौर पर काम करना शुरू किया।
उन्होंने जब अपने नए करियर पर फोकस किया, तब तक दो साल बीत गए थे। दुर्भाग्य से उन्होंने पहले खुद को बिना लक्ष्य के पाया। वो उस शून्य स्थिति में पहुंच गए थे, जहां से निकलने के लिए उन्हें कई एथलेटिक्स चुनौतियों का सामना करना था।
टोक्यो के एथलीट केवल जीवन यापन के लिए काम कर रहे थे लेकिन वो अपनी प्रतिभा को दुरुस्त करने और रेसलिंग में लौटने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ आए थे।
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एटो ने अपने बॉस से ट्रेनिंग के लिए जॉब के घंटे कम करने को लेकर बातचीत की और उन्हें रेसलिंग के अभ्यास के लिए हफ्ते में एक दिन काम से जल्दी जाने की मंजूरी दे दी गई।
सेन्शु यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दिनों के दौरान उन्होंने ऑल-जापान कॉलेजिएट ओपन रेसलिंग चैंपियनशिप में दूसरा स्थान हासिल किया था। इसके बाद जापानी ग्रैपलर ये देखना चाहते थे कि वो खुद को आगे कितना बढ़ा सकते हैं।
इस बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपने कुश्ती के वरिष्ठ हिरोटो यूसाको से पूछा कि कोई ऐसी जगह है, जहां वो प्रशिक्षण ले सकते हैं।
यूसाको ने उन्हें Wajutsu Keishukai Hearts से मिलवाया, जो टोक्यो के शिंजुकू क्षेत्र में है। हार्ट्स- जिसे शॉर्ट कहा जाता है – को किंजी ओसावा संचालित करते हैं और वो एक मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स जिम है। हालांकि, जिम में हर हफ्ते एक रेसलिंग सेशन भी होता था इसलिए एटो वहां गए।
ओसावा ने जल्द ही रेसलिंग सेशन्स में एटो के टैलेंट और एथलेटिक्स क्षमता को पहचान लिया। इस वजह से उन्होंने उन्हें किकबॉक्सिंग क्लासेज में से कुछ को ट्राई करने के लिए प्रोत्साहित किया।
एटो ने स्वाभाविक रूप से स्ट्राइकिंग की कला को सीखने के लिए खुद को तत्पर बनाया। ओसावा ने उस वक्त युवा प्रतिभा के लिए एमेच्योर मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स टूर्नामेंट का उल्लेख करते हुए उन्हें सर्कल में उतरने के लिए प्रोत्साहित किया। बाउट में वापस आने की चाहत ने लाइटवेट एथलीट को मौके का फायदा उठाते हुए जीत हासिल करवाई।
दो महीने बाद यूसाको एक मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स प्रतियोगिता में भाग लेने वाले थे लेकिन मैच से तीन हफ्ते पहले वो घायल हो गए।
उस वक्त एक रिप्लेसमेंट की जरूरत थी और संयोग से एटो भी उसी भार वर्ग में थे। ऐसे में ओसावा ने अपने नए शिष्य को इस प्रतियोगिता में जाने के लिए कहा।
वो कहते हैं, “जब सीनियर आपको कुछ बताते हैं तो आप वैसा ही करते हैं। मैं उस वक्त हैरान था। मैंने अपना प्रोफेशनल डेब्यू किया और जीत हासिल की। पहली बार में सब कुछ ऐसे ही था लेकिन मैंने अपना रुख प्रोफेशनल बनने पर किया।”
इन सबके बावजूद उन्होंने एस्टेट एजेंसी में लगातार काम करके खुद की आर्थिक जरूरतों को पूरा किया। उधर, एक प्रोफेशलन मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट के रूप में खुद को उभारते रहे। उन्होंने DEEP जैसे जापानी प्रोमोशंस में बाउट की और 2017 के अंत तक 13-3-2 का रिकॉर्ड बनाया।
मार्च 2018 में वो रिच फ्रैंकलिन की ONE Warrior Series में शामिल हो गए। इसमें दुनियाभर के एथलीटों को छह फिगर वाले अनुबंध और ONE Championship के मेन रोस्टर में जगह हासिल करने का मौका मिला।
दक्षिण कोरिया के “क्रेजी डॉग” डेई सुंग पार्क के खिलाफ डेवलपमेंटल लीग के उद्घाटन कार्ड के मेन इवेंट में एटो ने अपना डेब्यू किया। हालांकि, उस दिन बाउट उनके पक्ष में नहीं गई लेकिन इस हार ने टोक्यो के एथलीट के अंदर खुद को साबित करने को लेकर एक नई आग पैदा कर दी।
उन्होंने उस साल को दो निर्णायक जीतों के साथ खत्म किया- इसमें आर्म-ट्रायंगल चोक की बदौलत सेकेंड राउंड में उन्होंने दो जीत OWS 2 में युसाकू इनोयू और OWS 3 में जेडी हार्डविक के खिलाफ हासिल कीं।
फरवरी 2019 में OWS 4 में ट्रेस्टल टैन के साथ अपने मुकाबले से पहले एटो के बॉस ने उन्हें निजी बातचीत के लिए बुलाया।
उनके बॉस ने कहा, “अब मौका तुम्हारे पास है। अगर इसे जीतते हैं तो आप आगे (ONE Championship) कदम बढ़ा सकते हैं इसलिए आप पूरी तरह से ट्रेनिंग पर फोकस क्यों नहीं करते हैं। मैं स्पॉन्सर के रूप में आपका समर्थन करूंगा?”
एटो को पता था कि अगर वो इसमें शिखर तक पहुंचना चाहते हैं तो उन्हें अपना सबकुछ इसमें न्योछावार करना होगा, जो उनके पास था। लाइटवेट एथलीट ने फुल टाइम मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट के रूप में ट्रेनिंग शुरू की और एक मंथली स्टाइपेंड हासिल किया। भले ही उनके पास पैसे न हों लेकिन वो अपने पैशन को लेकर बहुत जुनूनी थे।
वो कहते हैं, “अगर मेरा जीवन अच्छी तरह से गुजर रहा होता तो मेरे लिए ये सब बहुत कठिन होता लेकिन मूल रूप से मुझे ट्रेनिंग, खाने और सप्लिमेंट की जरूरत थी। इसके लिए मैं बाउट करके पैसा कमाता था। इस तरह मैं अपने करियर पर ज्यादा फोकस कर पाया। मुझे लगा कि अगर मैं जीतता रहा तो मैं ज्यादा बाउट करके पैसे कमा सकता हूं।”
उनकी मेहनत और ध्यान ने उन्हें उस क्षण तक पहुंचा दिया था, जिसके लिए उन्होंने इतनी मशक्कत की थी। फरवरी 2019 में उन्होंने टैन को आर्म ट्रायंगल चोक की बदौलत 50 सेकेंड में सबमिट करते हुए ONE Championship के साथ सिक्स-फिगर कॉन्ट्रैक्ट और मेन रोस्टर में बाउट करने का मौका हासिल कर लिया।
हालांकि ये राह आसान नहीं रही लेकिन एटो ने खुद को अच्छी तरह से मंजिल तक पहुंचाया। इसमें पूर्व सहयोगियों और पर्यवेक्षकों ने उनकी भरपूर मदद की थी।
उभरते हुए जापानी स्टार ने अपने पुराने वर्कप्लेस पर अच्छे रिश्ते कायम किए, जिसने उन्हें आखिरकर समर्थन और प्रोत्साहन देकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उनकी तरह जीवन जी रहे लोग, जो दिन में नौकरी करके अपने एथलेटिक करियर को बनाने के लिए प्रयासरत हैं, एटो उनके साथ सकारात्मक बातचीत कर उन्हें आगे बढ़ाने का लोगों से आग्रह करते हैं।
वो कहते हैं, “आप अपने वर्किंग एनवायरमेंट में जिद्दी होकर अकेले ही आगे नहीं बढ़ सकते हैं। आपको अपने सहकर्मियों और बॉस के साथ बातचीत करनी होगी, ताकि उन्हें पता चल सके कि आप क्या कर रहे हैं। ऐसा करके आप उनके प्रति ईमानदार रहते हैं। जरूरी है कि आप बातचीत कर अपने लिए एक अच्छा वातावरण बनाए रखें, जो आपके आगे बढ़ने के लिए मददगार साबित हो।”
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