कैसे मार्शल आर्ट्स ने नीकी होल्ज़कन को एक बेहतर इंसान बना दिया
नीकी “द नेचुरल” होल्ज़कन ने नवंबर 2018 में ONE Super Series में अपना डेब्यू किया था।
इस डचमैन को दुनिया के सबसे अच्छे किकबॉक्सर्स में से एक माना जाता है। उन्होंने इंडोनेशिया के जकार्ता में हुए ONE: WARRIOR’S DREAM में डेब्यू कर ब्राजील के कोस्मो “गुड बॉय” अलेक्सांद्रे को परास्त किया था।
एक प्रोफेशनल बॉक्सर के तौर पर भी उनको काफी सफलता मिली है। हालांकि, दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन के आकर्षण ने इस एथलीट की उस खेल में वापसी करा दी, जिसमें उनको कई बार वर्ल्ड चैंपियन बनकर सबसे ज्यादा मजा आया।
आइए जातने हैं इस डच एथलीट “द नेचुरल” के बारे में और कई सारी बातें।
पढ़ाई से बचने के लिए चुना स्पोर्ट्स
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होल्ज़कन का जन्म नीदरलैड के हेलमन्ड में 1983 में हुआ था। ये एक इंडस्ट्रियल शहर है, जहां की आबादी 90 हजार है और युवाओं के बढ़ने के लिए यहां अच्छा माहौल होता है।
तीन महीने की उम्र से ही होल्ज़कन का पालन-पोषण उनके ग्रैंड पेरेंट्स ने किया। उन्होंने वो हर चीज दी, जिसकी उनको जरूरत थी। उनके परिवार के अंकल और आंटियां हरदम उनके आस-पास रहती थीं, जिससे प्यार भरा माहौल बना रहता था।
हालांकि, वो स्कूल में एक आदर्श स्टूडेंट नहीं थे। होल्ज़कन को स्पोर्ट्स अच्छा लगता था। साथ ही उन्हें वीडियो गेम्स और मूवीज भी पसंद आती थीं लेकिन पढ़ाई उनकी जरूरी लिस्ट में शामिल नहीं थी।
उन्होंने इस बात को माना, “मैं काफी परेशानी पैदा करने वाला बच्चा था।”
“जब मैं 9 साल का था तो स्कूल से बाहर निकाल दिया गया था। इस वजह से मुझे दूसरे स्कूल जाना पड़ा।
“मुझे स्कूल में अच्छा नहीं लगता था। मैं स्मार्ट था लेकिन पढ़ना नहीं चाहता था। अगर मुझे किस एक चीज को फिर से करना होता था तो मैं किसी दूसरे तरीके से करता था।”
क्लास में वो भले ही अच्छे नहीं थे लेकिन होल्ज़कन को पता था कि उनको उनकी मंजिल जिम में मिलेगी। इस वजह से उन्होंने खुद को समर्पित करके रिंग में सफलता हासिल की।
लैजेंड्री शुरुआत
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होल्ज़कन को बचपन से ही मार्शल आर्ट्स की फिल्में बहुत अच्छी लगती थीं। इसी ने उन्हें स्थानीय जिम तलाशने के लिए प्रेरित किया, ताकि वो फिल्मी हीरोज के रास्ते पर चल सकें।
उन्हें पहली बार कॉम्बैट स्पोर्ट्स का चस्का बॉक्सिंग के जरिए लगा। जल्द ही उन्हें किकबॉक्सिंग के बारे में भी पता चला, जो उनके होमलैंड में तेजी से लोकप्रिय हो रहा था।
“द नेचुरल” किस्मत वाले थे कि उनको शुरुआती दिनों में ही इस खेल के लैजेंड से कोचिंग मिल गई, जिन्होंने होल्ज़कन को टॉप टैलेंट में बदल दिया।
उन्होंने बताया, “मैंने रेमोन डेकर्स, कोर हेमर्स और सेफ वेबर के साथ ट्रेनिंग की है। सेफ मेरी बॉक्सिंग और रेमोन व कॉर मेरी किकबॉक्सिंग से बहुत खुश थे।”
होल्ज़कन के परिवार ने उनके खेल के प्रति उत्साह को पहचाना और उनके पैशन को तुरंत सपोर्ट करना शुरू कर दिया। उनकी मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग ने उन्हें एक बेहतर इंसान बनाया। उन्हें ऐसे मूल्य सिखाए, जिन्हें वो पूरे जीवनभर अपने साथ रखेंगे।
उन्होंने कहा, “इससे मुझे पर्सनैलिटी, कैरेक्टर और इज्जत मिली।”
मुकाबले की भूख और पर्सनल ग्रोथ के मेल से “द नेचुरल” हमेशा उत्साहित और सही रास्ते पर रहते हैं।
होल्ज़कन बेहतरीन चीजों से घिरे हुए थे और कड़ी मेहनत और दृढ़ता से उन्होंने बड़ी सफलताओं का स्वाद चखा।
सीखने का सही तरीका
डच स्ट्राइकर का बचपन स्थिर था और उनका घर खुशियों से भरा हुआ था लेकिन गैर पारंपरिक था।
जब वो सिर्फ तीन साल के थे तो उनके माता-पिता अलग हो गए और वो अपने ग्रैंड पेरेंट्स के घर चले गए थे।
उन्होंने बताया, “मेरे माता-पिता अलग हो गए और मेरा संपर्क पिता के परिवार से था। मां के परिवार से कोई संपर्क नहीं था।”
होल्ज़कन हमेशा ये सवाल करते थे कि उनकी मां ने उन्हें क्यों छोड़ दिया लेकिन फिर उन्हें समझ आता गया, जिससे उन्हें मानसिक ताकत मिली और वो एक बेहतरीन मार्शल आर्टिस्ट बने।
उन्होंने कहा, “इसने मुझे काफी कठोर बना दिया और आगे चलकर मेरी मदद की।”
उनके बचपन ने उन्हें एक बेटी और बेटे के आदर्श पिता बनने के लिए प्रेरित किया। अपनी पत्नी नैथली के साथ वो अपने बच्चों को उतना ही आराम और स्थिरता देना चाहते हैं, जितनी उन्हें अपने ग्रैंड पेरेंट्स से मिली।
उन्होंने बताया, “मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे अपने माता और पिता के पास रहें, जो एक साथ रहते हैं। जो अनुभव मुझे हुआ, उसने यकीनन मुझे एक अच्छा पिता बनाया है।”
होल्कन ने पिता के तौर पर जो लगन दिखाई है, वो कई लोगों के लिए एक उदाहरण है। इससे उनकी मुकाबले की भूख और तेज हो गई है, जिसमें मिलने वाली सफलता से उन्हें फायदा हुआ।