नोंग-ओ ग्यांगडाओ ने बचपन में साबित कर दिया था अपना युद्घक कौशल

Nong O DCIMG_3763

मुवा थाई निर्विवादित हो सकता है, लेकिन नोंग-ओ ग्यांगडाओ ने पहली बार रिंग में कदम रखने के लिए अपने युद्घक कौशल को दिखा दिया था।

थाई हीरो – जो 6 सितम्बर को ONE: इमोर्टल ट्राइअम्फ पर ब्राइस डेलवेल के खिलाफ अपने ONE बैंटमवेट मुवा थाई वर्ल्ड टाइटल का बचाव करने उतरेंगे। वह अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए इस बाउट के लिए आए बुलावे के लिए पूरी तरह से तैयार थे।

पहले तो, युवा लड़का कुछ सरल इच्छाओं को पूरा करना चाहता था, लेकिन सफल होने का उसका संकल्प उन्हें महानता की राह पर ले गया। जिसके कारण अब वह अपने परिवार की बेहतर तरीके से मदद कर पाते हैं।

पूर्वोत्तर थाईलैंड के छोटे से गाँव साकोन नखोन ने अपने घर में ही “द आर्ट ऑफ एट लिम्ब्स” की अपनी यात्रा शुरू की थी। परिवार द्वारा संचालित जिम में सामान्य सुविधाएं थीं। हालांकि वह अपने देश के राष्ट्रीय खेल का अभ्यास करने के विचार से ज्यादा रोमांचित नहीं थे।

ग्यांगडाओ का कहना है कि उनका सफर उनके घर एक बहुत छोटे बॉक्सिंग जिम से शुरू हुआ था। उनके पास उस समय एक पंचिंग बैग, एक जोड़ी पंच मिट्स और कुछ बॉक्सिंग ग्लव्स थे।

यह दो-तीन लोगों का एक छोटा जिम था। जब मैं छोटा था, मैं अतीत में चला गया और मेरे चाचा वहां प्रशिक्षण ले रहे थे। एक दिन उन्होंने पूछा कि क्या वह इसे पसंद करते हैं। उन्हें पहली बार में यह पसंद नहीं आया था। ऐसे में उन्होंने चाचा के सवाल का जवाब नहीं दिया और पेट में दर्द होने की बात कह दी।

हालांकि, नोंग-ओ के चाचा ने आसानी से हार नहीं मानी। वह अपने भतीजे को प्रशिक्षण देने के लिए मनाने की कोशिश करते रहे। उस दौरान ग्यांगडाओ के दोस्तों ने भी उन्हें इसे सीखने के लिए प्रोत्साहित किया।

उन्हें याद है कि जब उनके चाचा ने इसके बारे में पूछा था तो वह इसे सीखने की कोशिश करने लगे थे। उस दौरान उनका एक दोस्त भी उस जिम में प्रशिक्षण लेता था। ऐसे में उसने भी उन्हें प्रशिक्षण लेने के प्रेरित किया।

उन्होंने बताया कि वह इसकी कोशिश करना चाहते थे। यह एक बच्चे की जिज्ञासा की तरह था। उन्होंने अपने दोस्तों को ऐसा करते देखा, इसलिए वो भी ऐसा ही करना चाहता था और उनके साथ खेलना चाहता था क्योंकि जब वे प्रतिस्पर्धा करते थे, तो उन्हें दूसरे प्रांत की यात्रा करने का मौका मिलता था। उन्होंने किसी दूसरे प्रांत की यात्रा नहीं की थी। उन्होंने केवल घर से स्कूल तक की यात्रा की थी।

“द आर्ट ऑफ एट लिम्ब्स” की भौतिक मांगों ने जल्द ही खुद को उनके सामने ला दिया, लेकिन इस बार वह इस पर अटक गए। हालांकि उन्होंने आसान प्रशिक्षण नहीं लिया। उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि कठिन क्षणों के माध्यम से उन्हें धक्का देने की मानसिकता थी। जैसे-जैसे वह दृढ़ होते गए वैसे-वैसे उनमें सुधार होने लग गया।

उन्होंने कहा कि वह महज 10 साल के थे। ऐसे में वह उन्हें बहुत मुश्किल लगता था। उन्हें मुवा थाई के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी। हालांकि इसके प्रशिक्षण से उनमें वास्तव में जोश का संचार हुआ था।

चोट लगने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी। दर्द होने के बाद भी वह रोए नहीं। इसके बाद उन्होंने इस पर ध्यान केन्दि्रत करना शुरू कर दिया।

नोंग-ओ ने दिल लगाकर अपनी पूरी क्षमता से अभ्यास शुरू कर दिया। यह निर्णय उन्होंने उनके चाचा द्वारा पहली बार रिंग में उतारे से जाने से ज्यादा पहले नहीं लिया था।

कुछ थाईज को किसी भी प्रशिक्षण के बाद आग से परीक्षण दिया जाता है, लेकिन उन्हें जीत का सबसे अच्छा मौका देने के लिए अपने कौशल को सुधारने के लिए बहुत समय दिया गया था। वह शानदार रहा क्योंकि जब रिंग में कदम रखने का समय आया तो वह अपने गांव को छोड़कर एक्शन की ओर बढ़ चुके थे।

प्रतियोगिता के पहले अनुभव के लिए कुछ झटके केवल स्वाभाविक थे, लेकिन भविष्य के विश्व चैंपियन ने मुकाबले में घर पर जल्दी ही सही महसूस किया।

उन्होंने बताया कि एक महिने के प्रशिक्षण के बाद उनके चाचा ने बताया कि वह उन्हें एक प्रतियोगिता में ले जा रहे हैं। अपने प्रतिद्वंद्वी के जाने के बाद वह वास्तविक प्रतियोगिता के लिए तीन महीने की ट्रेनिंग के लिए वापस आ गए।

उनकी पहली फाइट उनके गाँव के पास दूसरे जिले में थी। पहली बाउट को लेकर वो बेहद उत्साहित थे। उन्हें बिल्कुल भी डर नहीं लग रहा था। यह अधिक रोमांचक था क्योंकि यह पहली बार था। जब उन्होंने रिंग में प्रवेश किया तो उनके पांव कांप रहे थे। उन्हें यह नहीं पता था कि वहां क्या करना है।

पहले राउंड के बाद उनका पूरा डर खत्म हो गया। मुझे लग रहा था वह जीत सकते हैं और तीन राउंड के बाद वह अंकों के आधार पर जीत गए। इसके बाद उनके चाचा ने पुरस्कार राशि का खुद का हिस्सा भी उन्हें दे दिया। उन्हें उस दिन 100 भाट मिले। उन्हें जीतने की बहुत खुशी थी।

नोंग-ओ का कहना है कि उन्हें उस बाउट में चोट लगी थी, लेकिन वह ज्यादा तकलीफदेय नहीं थी। पैर की अंगुली पर जाने का पहला अनुभव, उसके बाद हुए दर्द और उस दर्द ने उन्हें अगले मैच के लिए उत्साह का रास्ता दे दिया।

आज बड़े होने के बाद भी वह अभी भी उस भावना को महसूस करते हैं। ONE: इमोर्टल ट्राइअम्फ पर ब्राइस डेलवेल के खिलाफ उनके पास अपनी विरासत को आगे बढ़ाने और उन लोगों को देने के लिए वो सब कुछ है जो इस खेल से प्यार करते हैं।

नोंग ओ का कहना है कि जब उन्हें प्रतियोगिताओं में जाने के दौरान घूमने-फिरने और चीजों को देखने का मौका मिलता था तो उन्होंने वास्तव में इसका आनंद लेना शुरू कर दिया। यह इसलिए था क्योंकि वह दोस्तों के साथ रहना और यात्रा करना चाहते थे। जब वह प्रतियोगिताओं में
गए तो यह दूसरे प्रांत के भ्रमण की तरह था और जब वह जीते तो उन्हें खिलौने खरीदने के लिए पुरस्कार राशि भी मिली।

विशेष कहानियाँ में और

Roman Kryklia Lyndon Knowles ONE Fight Night 30 23 scaled
Carlo Bumina ang Mauro Mastromarini ONE Fight Night 30 40 scaled
Yuya Wakamatsu Adriano Moraes ONE 172 152 scaled
Masaaki Noiri Tawanchai PK Saenchai ONE 172 90 scaled
John Lineker Alexey Balyko ONE Fight Night 25 42 scaled
Takeru Segawa Thant Zin ONE Friday Fights 81 54
IMG 0460
Janet Todd Phetjeeja Lukjaoporongtom ONE Fight Night 20 17 1
Rodtang Takeru Faceoff 165PressCon scaled
Takeru Segawa Thant Zin ONE Friday Fights 81 55
Nieky Holzken Arian Sadikovic ONE Fight Night 11 43
Rambolek Chor Ajalaboon Parham Gheirati ONE Fight Night 29 54