कैसे नोंग-ओ ने पेटमोराकोट को महान बनाने में की मदद
दो-डिवीजन लुम्पीनी स्टेडियम मॉय थाई विश्व चैंपियन बनने से पहले पेटमोराकोट पेटयिंडी एकेडमी सिर्फ बड़े-बड़े सपने देखने वाला एक युवा थे। मॉय थाई करियर को अगले स्तर तक ले जाने के लिए किशोर अवस्था में ही उन्होंने अपना गांव ऊबोन रतचथनी छोड़ दिया और बैंकॉक चले गए। हालांकि 25 वर्षीय को थाईलैंड की राजधानी में बसने में थोड़ा समय जरूर लगा।
पेटयिंडी एकेडमी में कुछ वरिष्ठ एथलीटों के प्रभाव के कारण उनका ये बदलाव आसान बना दिया, उन्होंने अपनी छत्र-छायां में उनको बहुत कुछ सिखाया। इनमें से ही एक थे महान और कई बार के मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन नोंग-ओ ग्यांगडाओ। जो उसी रात को अपने ONE बेंटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड खिताब का बचाव करेंगे, जब पेटमोराकोट ONE: EDGE OF GREATNESS के लिए रिंग में वापसी करेंगे।
युवा नाक मॉय जब पहली बार पेटयिंडी पहुंचे तो नोंग-ओ उनके लिए नायक थे। वे उनके लिए गुरु साबित हुए। उनके द्वारा दिए गए ज्ञान के बदले पेटमोराकोट ने उन्हें पूरा सम्मान दिया। वह बताते हैं कि “जब मैं पहली बार वहां गया था, तब नोंग-ओ जिम में थे। मैं उनके आसपास होने और उनके साथ प्रशिक्षण लेने को लेकर बहुत उत्साहित था।”
“उन्होंने मुझे ध्यान केंद्रित करने और सही रास्ते पर चलने की सीख दी। वह बड़े थे, इस कारण मैंने उनकी हर बात सुनी और मानी। मुझे इस बात की खुशी हुई कि वह मेरी मदद कर रहे थे। मुझ पर ध्यान देने के साथ मुझमें दिलचस्पी ले रहे थे।” नोंग-ओ थाईलैंड के सबसे बड़े नामों में से एक थे। वह एक एथलीट थे, जिन्होंने जीवन में सफल होने के लिए एक खाका तैयार किया था।
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पेटमोराकोट अपने करियर को किस तरह से सही दिशा दे सकता था इस बारे में उनकी सलाह बहुत काम आई। सबसे बड़ा सबक उन्होंने रिंग के अंदर दिया। सकोन नखोन मूलनिवासी बड़ा, मजबूत और अधिक अनुभवी था। पेटमोराकोट उसके साथ सत्र शुरू करने के लिए तत्पर था क्योंकि वह बहुत कुछ सीख सकता था।
25 वर्षीय कहते हैं कि “उन्होंने मुझे बहुत सारी नई तकनीकें सिखाईं। वह मॉय थाई में बहुत उन्नत हैं। उनकी कई अलग-अलग चालें हैं। उनके साथ मुक्केबाजी का अभ्यास करना रोमांचक था। किसी लड़ाई में टिके रहने के लिए उनसे कई विशिष्ट तकनीकें मिलीं। वह मुझसे ज्यादा ताकतवर थे, लेकिन वो मुझे लड़ाई का पूरा मौका देते थे ताकि मैं सीख सकूं।”
लंबे समय तक पेटमोराकोट को लुम्पनी में अंडरकार्ड पर अपने कौशल को दिखाने का मौका मिला। इसके बाद वह अक्सर बाकी मुकाबलों को देखने के लिए इधर-उधर घूमाता रहता था। खासकर जब नोंग-ओ का मुकाबला होता था। अगले कई सालों तक पेटमोराकोट ने मुख्य कार्यक्रम की स्थिति तक और दो डिवीजन में शीर्ष तक पहुंचने के लिए काम किया। उनके रोल मॉडल भी आखिरकार सिंगापुर में The Home Of Martial Arts में एक नया जीवन शुरू करने के लिए आगे बढ़ गए हैं।
हालांकि, पेटमोराकोट जल्द ही दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट संगठन में अपने दोस्त के साथ शामिल हो गए हैं। उसे एक बार फिर से अपने दोस्त के साथ अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है।
इस शुक्रवार, 22 नवंबर वे फिर से सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में एक ही बिल पर होंगे। अंडरकार्ड पर चार्ली पीटर्स के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के बाद वह ONE बेंटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड खिताब के मुख्य आयोजन में सैमापेच फेयरटेक्स के खिलाफ अपना अभी तक का सबसे शानदार खेल दिखाएंगे।
उन्होंने कहा कि ” उन्हें वापस लड़ते हुए देखना अद्भुत था। मेरे लिए यह बहुत अच्छा मौका था। क्योंकि हर कोई नोंग-ओ को देखने आता था। इसलिए वहां बहुत सारे लोग थे। यह एक भरा हुआ स्टेडियम था। फिर से उसी कार्ड पर होने के कारण बहुत सारी अच्छी यादें ताजा होंगी।”