कैसे सैम-ए रिटायरमेंट से वापसी कर ONE वर्ल्ड चैंपियन बने

Sam A Gaiyanghadao defeats Wang Junguang at ONE MARK OF GREATNESS YK 3495

मॉय थाई सुपरस्टार सैम-ए गैयानघादाओ ने ONE Super Series को जॉइन करने के बाद अपने शानदार करियर रिकॉर्ड को और भी बेहतर बनाया है, लेकिन एक ऐसा भी समय था जब उन्हें ONE में आने की कोई उम्मीद नहीं थी।

शुक्रवार, 30 जुलाई को ONE: BATTLEGROUND में उन्हें प्राजनचाई पीके.साइन्चे मॉयथाईजिम के खिलाफ ONE स्ट्रॉवेट वर्ल्ड टाइटल को डिफेंड करना है, लेकिन करीब 5 साल पहले वो फाइटिंग करियर से रिटायरमेंट लेकर ट्रेनिंग देने लगे थे।

वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद थाईलैंड में उन्हें काफी पहचान मिली, लेकिन उन्हें ऐसा लगने लगा था कि अब उन्हें अपने करियर को समाप्त कर देना चाहिए।

कई Lumpinee Stadium मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल्स जीतने और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ थाईलैंड द्वारा फाइटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड से नवाजे जाने के बाद सैम-ए ने ये कठिन फैसला लिया था।

उन्होंने कहा, “मैं जहां भी जाता, लोग मुझे पहचानते थे जिससे मुझे खुशी मिलती थी। लोग मुझे देखने आते थे, लेकिन वो मुझे जीतते हुए देखने के लिए नहीं आते थे।”

“वो देखना चाहते थे कि कौन सा मॉय थाई स्टाइल मुझे हराने में कारगर साबित हो सकता है। इस चुनौती ने मुझे हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया है और उस समय मैं हमेशा मैचों को लेकर उत्साहित रहता था।

“थाईलैंड में फाइट करते-करते में ऊब चुका था इसलिए रिटायरमेंट ली। मैं कुछ नया करना चाहता था और मुझे नए विरोधी मिलने बहुत मुश्किल थे, इस कारण मुझे खुद से साइज़ में बड़े फाइटर्स के खिलाफ मैच मिलते थे।”

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पिछले मैचों में लगातार जीत दर्ज कर सैम-ए ने साबित किया है कि उम्र का उनके प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ा है, उनके मन में अपने करियर को लेकर सवाल उठने लगे थे और इसी कारण बाद में उन्होंने रिटायर होने का निर्णय लिया।

उन्होंने कहा, “बढ़ती उम्र के कारण मैं खुद को इस खेल के लिए बूढ़ा महसूस करने लगा था। मुझे लगा कि युवा और खुद से साइज़ में बड़े फाइटर्स के खिलाफ मैचों से मेरी बॉडी तेजी से खराब स्थिति में जाने लगेगी। इसलिए मैंने फाइटिंग करियर को छोड़ ट्रेनर बनने की राह चुनी।”

सैम-ए सिंगापुर आकर Evolve में ट्रेनिंग देने लगे। वो अच्छे पैसे कमा रहे थे, लेकिन परिस्थितियों में बदलाव से उनका वापसी का मन बनने लगा था।

प्रतियोगिता से दूर रहकर उनके स्वास्थ्य में काफी सुधार हुआ था और नए एथलीट्स को फाइट करता देख उनके मन में भी वापसी की इच्छा जागृत हुई।

उन्होंने कहा, “मैंने ट्रेनर के तौर पर अपना करियर शुरू किया, मेरी बॉडी को अब काफी आराम मिल रहा था। इसलिए कुछ समय बाद मेरा वापसी का मन करने लगा था।”

“अपने शिष्यों को ट्रेनिंग देने के बाद भी मेरे पास बॉडी कन्डीशनिंग के लिए समय बचा होता था। मुझे लगा कि मैं अभी भी फाइटिंग जारी रख सकता हूं।”



सैम-ए के कई शिष्य ONE Championship में फाइट कर रहे थे, जो उस समय केवल मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स प्रोमोशन हुआ करता था।

लेकिन जब उन्हें ग्लोबल स्टेज पर स्ट्राइकिंग लैजेंड बनने का मौका नजर आया तो वो इस अवसर को खाली नहीं जाने देना चाहते थे। वो जनवरी 2018 में ONE के इतिहास की सबसे पहली स्टैंड-अप बाउट का हिस्सा रहे, जिसमें उनका सामना जोसेफ “द हरिकेन” लसीरी से हुआ था।

थाई दिग्गज ने कहा, “ONE Championship पहले केवल MMA प्रोमोशन था लेकिन मुझे खुशी है कि उन्होंने दूसरे युवा एथलीट्स के लिए भी सफलता का दरवाजा खोला है। मुझे इस बात पर भी गर्व है कि मैंने ONE के मॉय थाई डिविजंस को एक नई पहचान दिलाई।”

सैम-ए ने नहीं सोचा था कि वो वर्ल्ड टाइटल्स के लिए चैलेंज करने वाले हैं, वो भी 2 खेल और 2 डिविजंस में 3 चैंपियनशिप बेल्ट्स के लिए।

37 वर्षीय एथलीट मई 2018 में सबसे पहले ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन बने और ये किसी एथलीट की सबसे पहली ONE Super Series वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत भी रही।

सैम-ए ने कहा, “मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी। मैंने केवल फाइट करने के लिए वापसी की थी। मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए चैलेंज करने वाला हूं।”

“जब मुझे चैंपियनशिप मैच मिला तो मेरी भी इसके प्रति दिलचस्पी बढ़ने लगी। एक रिटायर हो चुके फाइटर से ट्रेनर बना और उसके बाद ONE वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच मिलने से मैं बहुत खुश था।”

“मैं इस चुनौती में सफल भी रहा। ONE Super Series की पहली चैंपियनशिप बेल्ट को जीतने के बाद मुझे खुद पर गर्व महसूस हुआ। मेरे पास उस लम्हे को बयां करने के लिए शब्द नहीं थे।”

वो जोनाथन “द जनरल” हैगर्टी के हाथों चैंपियनशिप बेल्ट गंवा बैठे, लेकिन उसके बाद स्ट्रॉवेट डिविजन में आने का फैसला लिया।

स्ट्रॉवेट डिविजन में उनका रिकॉर्ड 4-0 है। इस दौरान ना केवल ONE स्ट्रॉवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप बल्कि मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल भी अपने नाम किया।

Sam-A Gaiyanghadao defeats Wang Junguang at ONE MARK OF GREATNESS

अपने करियर में उन्होंने कई बड़ी उपलब्धियां अपने नाम की हैं। रिटायरमेंट से वापसी के बाद ONE वर्ल्ड चैंपियन बनना उनके लिए सबसे बड़ी उपलब्धि रही है। लेकिन अभी भी वो रुकने को तैयार नहीं हैं।

चैलेंजर्स आते रहेंगे और यही नई चुनौतियां सैम-ए को खुद में सुधार और अपने शानदार सफर को जारी रखने के लिए प्रेरित करती हैं। वहीं उनका अभी रिटायर होने का कोई मन नहीं है।

उन्होंने कहा, “ONE वर्ल्ड चैंपियनशिप बेल्ट मेरे करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है क्योंकि ये दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स प्रोमोशंस में से एक है। अब मेरा लक्ष्य लंबे समय तक चैंपियन बने रहने पर है।”

“अगर आप सोचते हो कि मुझे हराकर आसानी से टाइटल जीत लोगे तो आप गलत हो। इसे जीतना मेरे लिए भी बहुत मुश्किल था और इसके लिए मुझे बहुत कठिन चुनौतियों से गुजरना पड़ा है। मैं इसे आसानी से किसी को भी नहीं देने वाला।

“चैंपियनशिप जीतने के लिए तुम्हें मुझसे फाइट करनी होगी।”

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