कैसे सिंसामट क्लिनमी अपने प्रसिद्ध परिवार का अनुसरण कर एक मॉय थाई सनसनी के रूप में उभरे
सिंसामट क्लिनमी ONE Championship में लगातार 2 नॉकआउट जीत दर्ज कर चुके हैं और अब उनके पास अमेरिकी प्राइमटाइम पर शुक्रवार, 21 अक्टूबर (भारत में शनिवार, 22 अक्टूबर) को अपने सपने को पूरा करने का मौका होगा।
ONE Fight Night 3 में थाई स्टार की भिड़ंत सबसे पहले ONE लाइटवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में रेगिअन इरसल से होगी। वो कॉम्बैट खेलों के चैंपियंस के परिवार में पले-बड़े हैं और अब खुद भी चैंपियनशिप जीतकर अपने परिवार का गौरव बढ़ा सकते हैं।
यहां जानिए “एक्वामैन” ने कैसे की थी अपने कॉम्बैट खेलों के सफर की शुरुआत और कैसे उन्होंने वर्ल्ड टाइटल शॉट तक का सफर तय किया है।
मॉय थाई उनके खून में है
सिंसामट बचपन से ही मॉय थाई से जुड़े रहे हैं।
थाईलैंड के पटाया शहर में उनका परिवार एक जिम चलाया करता था। इसका मतलब वो हर रोज अनुभवी फाइटर्स को ट्रेनिंग करते देखने का अनुभव प्राप्त करते थे।
उन्होंने बताया, “मैं बचपन में जिम मेंबर्स को हर रोज रनिंग से वापस लौटते देखता था। मैं उन्हें सुबह ट्रेनिंग करते देखता और जब स्कूल से वापस आता, वो तब भी ट्रेनिंग कर रहे होते थे।
जिम चलाने के अलावा सिंसामट का परिवार थाईलैंड सर्किट में अच्छा कर रहा था। इस परिवार ने Lumpinee और Rajadamnern Stadiums को कई चैंपियंस दिए।
इस तरह का वातावरण दर्शा रहा था कि सिंसामट भी एक कॉम्बैट एथलीट बनने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।
26 वर्षीय स्टार ने बताया:
“मेरे कई सगे संबंधी मॉय थाई चैंपियन रहे हैं। मेरे अंकल सबसे फेमस मॉय थाई फाइटर्स में शामिल हैं। आपने योकथाई सिट-ओर, रंबा सोमदेत और टप्पया सिट-ओर का नाम सुना होगा। हमारे परिवार से WBC और WBA चैंपियंस भी निकले हैं।
“मैं उन्हें प्रेरणा का स्रोत मानता हूं और हमेशा उनके जैसा बनना चाहता था। मुझे उन्हें फाइट करते देखना हमेशा से पसंद रहा है।
मॉय थाई में फाइटिंग शुरू की
सिंसामट 4 साल की उम्र से ट्रेनिंग कर रहे हैं, लेकिन कुछ साल बाद उन्होंने अपने पिता की निगरानी में ट्रेनिंग कर इस खेल को गंभीरता से लेना शुरू किया।
युवा थाई स्टार की मां कहती थीं कि उन्हें खिलौने तभी मिलेंगे जब वो खुद उन्हें खरीदेंगे। इसलिए उन्होंने रिंग में कदम रखा।
सिंसामट ने कहा, “मेरी पहली फाइट 7 साल की उम्र में पटाया में हुई। मुझे उसके लिए 100 बात (करीब 3 यूएस डॉलर्स) और फाइट देखने आए लोगों से टिप भी मिली।”
“एक ही फाइट बाद मैंने अपने लिए साइकिल खरीदी, जिससे मैं स्कूल में आकर्षण का केंद्र बन गया था। मुझे खुद पर बहुत गर्व महसूस हो रहा था।”
सिंसामट को उनके भाई सुदसाकोर्नसोर क्लिनमी ने भी प्रोत्साहित किया।
सुदसाकोर्न अपने भाई से 10 साल बड़े हैं और मॉय थाई के फेमस एथलीट्स में से एक रहे। उन्होंने अपने भाई का मनोबल बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
थाईलैंड में जब उनके छोटे भाई को हाई-लेवल के मैच मिलने में मुश्किल हो रही थी, उस समय भी सुदसाकोर्न ने अपने भाई को दिशा से भटकने नहीं दिया था।
सिंसामट ने कहा:
“मेरे भाई मुझे प्रेरित करते आए हैं। मैं आज भी फाइट कर रहा हूं, ऐसा केवल उन्हीं के कारण संभव हो सका है। मेरे दोस्तों ने मेरे साथ ट्रेनिंग शुरू की थी, लेकिन उनमें से अधिकांश इस खेल को छोड़ चुके हैं, लेकिन मेरे भाई ने मुझे हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।”
थाई आर्मी जॉइन की और बॉक्सिंग करनी शुरू की
21 साल की उम्र में सिंसामट ने थाईलैंड की आर्मी को जॉइन किया। वो आर्मी के दिनों में भी मॉय थाई करियर को जारी रखना चाहते थे, लेकिन उनके बड़े बॉडी साइज़ के कारण ऐसा नहीं हो सका।
मगर कुछ समय बाद उन्हें एक नई राह नजर आई, जहां उन्हें एक नया अनुभव प्राप्त हुआ।
सिंसामट ने कहा, “मैं मॉय थाई में फाइट करना चाहता था, लेकिन मैं किसी डिविजन में फिट नहीं आ रहा था, इसलिए मैंने बॉक्सिंग में जाने का निर्णय लिया।”
“आर्मी ट्रेनिंग ने मुझे मानसिक रूप से मजबूत बनाया। वहां मैंने अनुशासित रहना और ध्यान एक जगह केंद्रित रखना सीखा। कई फाइट्स जीतने के बाद आर्मी ने मुझे नेशनल बॉक्सिंग कैम्प में भेज दिया।”
Lumpinee Stadium में नेशनल बॉक्सिंग टाइटल जीतने के बाद सिंसामट को अंतराष्ट्रीय मिलिट्री स्पोर्ट्स काउंसिल कम्पटीशन 2019 में वर्ल्ड-क्लास स्ट्राइकर्स के साथ फाइट करने का अवसर मिला।
वहां कई ओलंपिक एथलीट्स भी मौजूद थे। युवा स्टार का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ था क्योंकि उन्हें एक नए कॉम्बैट खेल में टॉप लेवल के एथलीट्स के साथ परफॉर्म करने का मौका मिल रहा था।
“एक्वामैन” ने कहा:
“मैं फाइट करने चीन गया, जहां मेरी भिड़ंत कई ओलंपिक बॉक्सर्स से भी हुई। हालांकि मैं क्वार्टरफाइनल्स में एलिमिनेट हो गया था, लेकिन कम्पटीशन में 2 ओलंपिक एथलीट्स को हराकर मुझे बहुत सुखद अनुभव मिला। उस समय के लिए मैं अपने प्रदर्शन से संतुष्ट था।”
वर्ल्ड चैंपियन बनने का मौका
बॉक्सिंग में सफलता मिलने के बाद भी सिंसामट का मन मॉय थाई में लगा था। उस समय उन्हें ONE Championship के स्टैंड-अप डिविजंस के बारे में पता चला।
इसलिए उन्होंने ONE के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर मैसेज भेजते हुए उनका ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश की।
2 साल बाद उन्होंने महान स्ट्राइकर नीकी होल्ज़कन के खिलाफ अपना ONE डेब्यू किया। सिंसामट ने डच एथलीट को नॉकआउट कर साबित किया कि प्रोमोशन ने उन्हें साइन कर सही फैसला लिया है।
सिंसामट ने कहा, “मैं अपने चुनाव के लिए ONE के CEO चाट्री सिटयोटोंग का धन्यवाद करता हूं। मैं नहीं जानता कि उन्होंने मुझे क्यों चुना, लेकिन मेरे साथ जो हुआ वो अच्छा हुआ है।”
“मैं छोटे लेवल का एथलीट रहा जो ग्लोबल स्टेज पर फाइट करने का सपना देखता था। लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार मेरा सपना पूरा हुआ क्योंकि मैंने कभी सपने देखना नहीं छोड़ा।”
अपने अगले मैच में लियाम नोलन को फिनिश करने के बाद सिंसामट के पास अब मौका है कि वो एक चमचमाती वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत अपने परिवार की लैगेसी से जोड़ें।
ONE लाइटवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन इरसल, 2 -स्पोर्ट किंग बनना चाहते हैं, लेकिन उभरते हुए थाई स्टार मानते हैं कि वो अपने करियर की सबसे बड़ी जीत दर्ज करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने आगे कहा:
“ONE के लिए फाइट करने पर मेरा पहला सपना पूरा हुआ। इसलिए अब समय आ गया है कि मैं एक बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिश करूं।
“मैं पहले नहीं मानता था कि मैं ONE में फाइट करने के काबिल हूं क्योंकि मैंने कभी वर्ल्ड चैंपियनशिप नहीं जीती थी। मैं चाहे चैंपियन नहीं बन पाया, लेकिन मेरे अंदर चैंपियन को हराकर टाइटल प्राप्त करने का जुनून था। मैं जरूर ONE वर्ल्ड चैंपियन बनूंगा।”