हेवीवेट सनसनी कांग जी वॉन ने अपनी MMA सफलता की कठिन राह के बारे में बताया – ‘मैंने कुछ ऐसा करना चुना जो मुझे पसंद है’
“माइटी वॉरियर” कांग जी वॉन मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के बिना खुद को खो देंगे।
दक्षिण कोरियाई नॉकआउट आर्टिस्ट, जो ONE Fight Night 16: Haggerty vs. Andrade में अपराजित नवागंतुक एथलीट बेन टायनन के खिलाफ वापसी कर रहे हैं, उन्हें कभी भी किसी और चीज के लिए इससे अधिक जुनून नहीं था, वो केवल एक प्रोफेशनल एथलीट बनना चाहते थे।
28 वर्षीय स्टार अब अपने सपने को जी रहे हैं और शनिवार, 4 नवंबर को अपनी पांचवीं ONE चैंपियनशिप बाउट में प्रतिस्पर्धा करने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन उनका रास्ता हमेशा से आसान नहीं रहा है।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में होने वाले उनके अगले मैच से पहले जानिए कैसे कांग ने हेवीवेट MMA डिवीजन में उभरता सितारा बनने से पहले अपने लक्ष्यों का पीछा करने में आने वाली कठिनाइयों को कैसे पार किया।
‘पढ़ाई-लिखाई मेरे लिए नहीं थी’
कांग की परवरिश में ऐसा कुछ भी उल्लेखनीय नहीं था जो उन्हें आने वाले वर्षों में एक विश्व स्तरीय एथलीट के रूप में उजागर कर सके।
दक्षिण कोरिया के दक्षिणी तट पर जियोजे द्वीप पर पले-बढ़े, “माइटी वॉरियर” एक सामान्य बच्चे थे जिसका आकार उन्हें परेशानियों से दूर रखता था।
उन्होंने onefc.com को बताया:
“मेरा बचपन सामान्य था। मैं हमेशा एक बड़े आकार का बच्चा था, और मैं कभी भी लोगों से झगड़ा करने वालों में से नहीं रहा, इसलिए मेरा बचपन काफी हद तक स्थिर रहा।”
कांग एक उत्साही छात्र नहीं थे और वो अपने दोस्तों के साथ बाहर रहना पसंद करते थे, और ये केवल खेल ही था जिससे उन्हें वास्तव में प्रेरणा मिलती थी।
उन्होंने जितना अधिक प्रशिक्षण लिया, उतना ही अधिक उन्हें एथलेटिक्स के प्रति आकर्षण महसूस हुआ, और अंततः उन्होंने उसे उनके भविष्य के करियर की ओर प्रेरित किया।
“माइटी वॉरियर” ने बताया:
“मुझे स्कूल में पढ़ना कभी पसंद नहीं आया। पढ़ाई-लिखाई मेरे लिए नहीं थी। मुझे बाहर खेलना और दौड़ना पसंद था, यही वजह है कि मैं इस खेल में शामिल हो गया। मैंने वजन कम करने के लिए हाई स्कूल में व्यायाम करना शुरू कर दिया था।
“मुझे गेम खेलने के लिए इंटरनेट कैफे में जाना पसंद था, लेकिन मुझे लगता है कि व्यायाम और वर्कआउट करना मेरे लिए उपयुक्त था, इसलिए मैं इसकी ओर अधिक आकर्षित हुआ और अधिक से अधिक इसमें शामिल होता गया।”
अपना उद्देश्य ढूंढना
कई दक्षिण कोरियाई बच्चों की तरह, कांग ने बचपन में कुछ टायक्वोंडो सीखा, क्योंकि मार्शल आर्ट्स स्कूलों में व्यापक रूप से उपलब्ध था।
हालांकि, ये एक आकस्मिक शौक था, लेकिन जब वो हाई स्कूल में थे तो MMA ने वास्तव में उनका ध्यान खींचा।
उन्होंने कहा:
“कोरियाई बच्चे टायक्वोंडो सीखते हैं। मैं अलग नहीं था। मैंने बचपन में टायक्वोंडो का प्रशिक्षण लिया था, इसलिए मार्शल आर्ट्स से मेरा पहला परिचय यही था।
“मैंने हाई स्कूल के दूसरे वर्ष में [लगभग 17 या 18 साल की उम्र में] मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में ट्रेनिंग शुरू की। मैंने यहां अपने जिम, Wang Ho Academy से शुरुआत की।”
जैसे ही “माइटी वॉरियर” ने MMA के सर्वव्यापी खेल को आजमाया, वो जीवन भर के लिए इसके आदी हो गए।
अपने चारों ओर, उन्होंने लोगों को शिक्षा के बाद स्थानीय जहाज निर्माण कारखानों में नौकरियों की ओर जाते देखा, और ये वो नहीं था जो वो अपने भविष्य के लिए चाहते थे।
कांग ने याद किया:
“जियोजे द्वीप जहाज निर्माण उद्योग और शिपयार्ड के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। मैं जानता था कि मैं जहाज निर्माता नहीं बनना चाहता था और मुझे हमेशा MMA के प्रशिक्षण में आनंद मिलता था, इसलिए मैं पूर्णकालिक फाइटर बनने के लिए प्रशिक्षण में लग गया।
“मैंने अपने हाई स्कूल के अंतिम वर्ष में कई एमेच्योर लीग में लड़ना शुरू किया और अपनी सैन्य सेवा पूरी करने के बाद कुछ फाइट्स लड़ीं।”
अपने सपने को कभी नहीं छोड़ना
कांग को मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स जितना पसंद था, उससे क्षेत्रीय सर्किट पर जीवन यापन करना उतना ही कठिन था।
फाइट्स के पैसे कम थे और मानसिक और शारीरिक कष्ट अधिक थे, लेकिन वो जानते थे कि उन्हें कहां जाना है और उन्होंने किसी भी चीज को उसके रास्ते में आने नहीं दिया, यहां तक कि अपने माता-पिता तक को भी नहीं।
हेवीवेट एथलीट ने बताया:
“एक उभरते हुए पूर्णकालिक एथलीट के रूप में, मेरे जीवन में कभी भी आय का कोई स्थायी या निरंतर स्रोत नहीं था। लेकिन इसके बावजूद, मैंने अपना जीवन गर्व और आत्मविश्वास के साथ जीया है।
“मैंने [अपना गुजारा चलाने के लिए] बहुत सारा पार्ट-टाइम काम किया। मैंने रेस्तरां में डिशवॉशर के रूप में काम किया, और MMA को अपना पूर्णकालिक करियर बनाने के लिए प्रशिक्षण के दौरान मुझे अपने परिवार से पैसे लेने पड़े।
“शुरुआत में उन्हें वास्तव में ये पसंद नहीं आया और इसका समर्थन नहीं किया। उन्होंने मुझे लड़ने से रोकने की भी कोशिश की। उन्हें मुझे चोट लगते हुए देखना पसंद नहीं था, और जब मैं अपनी फाइट्स के दौरान घायल हो जाता था तो मुझे अस्पताल की फीस भरने के लिए भी पर्याप्त पैसे नहीं मिलते थे।”
कई लोग परिवार के दबाव और एक निचले स्तर के प्रोफेशनल प्रतियोगी होने के कारण शायद हार मान जाते, लेकिन इन सबके बावजूद, “माइटी वॉरियर” अपने लक्ष्य पर कायम रहे।
वो कम पैसे में जीवन गुजारने में खुश थे, जब वो उस चीज का पीछा कर रहे थे जिससे वो वास्तव में प्यार करते थे, वो ये जानते थे कि उनकी खुशी एक स्थिर तनख्वाह से कहीं अधिक मूल्यवान थी।
कांग ने आगे कहा:
“जब मेरे पास ज्यादा पैसे नहीं थे, तब भी मैंने वो काम करना चुना जो मुझे पसंद है। अगर मैं वित्तीय स्थिरता या व्यक्तिगत स्थिरता चाहता, तो मैं कोरिया की किसी कंपनी में वेतनभोगी बन जाता। ये मुझे असली खुशी नहीं देता। अगर मैं उस रास्ते पर चला होता तो मैंने जीवन में अपने उद्देश्य या अर्थ पर सवाल उठाया होता।
“एक प्रो एथलीट बनकर भी उतना पैसा न कमा पाने की संभावना के बावजूद, मैं अपना जीवन कुछ ऐसा करके जीना चाहता था जिसका मुझे जुनून हो। मैं जानता था कि ये मेरे लिए सही विकल्प है और तब से मैं इसी रास्ते पर चल रहा हूं।”
‘अच्छे दिन आखिरकार आपको ढूंढ ही लेंगे’
2018 में प्रोफेशनल MMA में शामिल होने के बाद, कांग ने जल्द ही एक शक्तिशाली फिनिशर के रूप में अपना नाम बना लिया, जो दर्शकों को रोमांचक मैच देते थे।
इससे उन्हें ONE Championship जैसी बड़ी लीगों में बुलावा मिला, जिससे उन्होंने खुद पर किए गए विश्वास और दृढ़ता का बदला मिला। और तो और, उन्होंने अपने माता-पिता को भी अपने पक्ष में कर लिया।
कांग बोले:
“मैं लगातार तीन मुकाबलों में जीत हासिल कर चुका था और मेरे कोच ने मुझसे कहा था कि मुझे ONE Championship में प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिल सकता है। मैं जानता था कि ONE Championship इस खेल में एक बड़ी लीग है, इसलिए मुझे ये प्रस्ताव पाकर बेहद खुशी हुई।
“जब मैं ONE Championship में शामिल हो गया और अधिक पैसा कमाना शुरू कर दिया और अपने प्रदर्शन से बोनस जीतना शुरू कर दिया, तो [मेरे माता-पिता] ने अपना समर्थन दिखाना शुरू कर दिया।”
लेकिन जबकि अपने सपने को पूरा करने में कांग की कड़ी मेहनत प्रमुख प्रेरक शक्ति थी, वो मानते हैं कि वो इसे अकेले नहीं कर सकते थे।
समर्थकों के उन पर विश्वास करने के कारण, वो बुरे दौर से उबरने में सफल रहे। और अब, वो दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में अपनी छाप छोड़ सकते हैं।
“माइटी वॉरियर” ने आगे बताया:
“मैं कठिन क्षणों को सहने और हर समय अपने आप से ये कहते हुए आगे बढ़ने में कामयाब रहा कि मैं एक दिन अपना नाम बनाउंगा, जिसके बाद अच्छी चीजें होंगी।
“मुझे अपने करीबी लोगों से बहुत मदद मिली। उन्हीं की वजह से मैं आज इस मुकाम पर पहुंच पाया हूं। यदि आप अपने आसपास ऐसे अच्छे लोगों को रखते हैं जो आपकी परवाह करते हैं और जो आप करना चाहते हैं उसमें आप अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं, तो अंततः अच्छे दिन आपको ढूंढ ही लेंगे।”