सुपरलैक को डिप्रेशन से जूझने के समय करीबियों से मिलती है प्रेरणा – ‘मैं अपने परिवार के बारे में सोचता हूं’
सितंबर महीने को आत्महत्या रोकथाम जागरुकता महीने के रूप में मनाया जाता है। अब ONE Friday Fights 34 के मेन इवेंट मुकाबले से पूर्व सुपरलैक कियातमू9 डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों का मनोबल बढ़ाना चाहते हैं।
22 सितंबर को लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में होने वाले इवेंट में सुपरलैक, रोडटंग जित्मुआंगनोन को ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए चैलेंज करेंगे। वो मानते हैं कि इस हाई प्रोफाइल मैच की मदद से वो लोगों में एक बदलाव ला सकते हैं।
“द किकिंग मशीन” मानते हैं कि ONE Championship के रेफरी वटचारिन “पाओपोम” रटचानीफोन के दुखद निधन के बाद उनका इस विषय पर बोलना अधिक आवश्यक हो गया है।
रटचानीफोन के निधन ने मॉय थाई समुदाय के अलावा फैंस और एथलीट्स को भी चौंका दिया था।
“पाओपोम” के निधन पर सुपरलैक ने कहा:
“मैं ‘पाओपोम’ के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। मैं उनके निधन से बहुत आहत हुआ हूं। वो ऐसे रेफरी रहे, जिनका व्यवहार हमेशा दोस्ताना रहता था। वो सब एथलीट्स को किसी भाई की तरह मानते थे। मैं मानता हूं कि उनके निधन से सभी थाई एथलीट्स को ठेस पहुंची होगी।”
रटचानीफोन के इस खेल में कद को देखते हुए काफी संख्या में लोग उनके निधन से दुखी हुए हैं। ये एक ऐसा विषय है जो दुनिया भर में मौजूद पुरुष और महिलाओं को जकड़ लेता है।
सुपरलैक ने व्यक्तिगत तौर पर भी इस तरह की परिस्थिति का सामना किया है और वो सबको बताना चाहते हैं कि ऐसा हमेशा कोई ना कोई व्यक्ति होता है जो आपका भला चाहता है।
उन्होंने कहा:
“मेरे एक दोस्त ने आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन मैंने उन्हें ऐसा ना करने के लिए मनाने में सफलता पाई थी। मैंने उन्हें बताया कि आत्महत्या करने से उनके माता-पिता को कितनी ठेस पहुंचेगी।
“मेरी सलाह यही है कि ऐसा कोई कदम उठाने से पहले अपने सबसे चहेते लोगों के बारे में सोचिए, जैसे आपके माता-पिता या पार्टनर। खासतौर पर आपके माता-पिता, जिन्होंने आपको पालने में पूरा जीवन समर्पित किया है।”
सुपरलैक ने खराब मानसिक हालत से जूझने पर बात की
कोई भी व्यक्ति खराब मानसिक स्वास्थ्य से जूझ सकता है और उनके मन में आत्महत्या का विचार आ सकता है, फिर चाहे आप बाहरी रूप से कितने ही खुश क्यों न दिखाई दें।
मौजूदा ONE फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन और #1 रैंक के फ्लाइवेट मॉय थाई कंटेंडर इस पीढ़ी के सबसे बेहतरीन स्ट्राइकर्स में से एक हैं। उन्होंने भी ऐसी परिस्थितियों का सामना किया है, जिससे उन्हें निराशा होने लगी थी।
ऐसे समय में उन्होंने उस चीज़ को ढूंढ निकाला, जिसने उन्हें जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। वो कोई और नहीं बल्कि उनके सबसे प्रिय लोग थे।
उन्होंने कहा:
“एक समय था जब मेरे मन में भी आत्महत्या करने का विचार आया था। मगर मैं उन विचारों को दूर कर पाया क्योंकि आत्महत्या करने से मुझे अपने परिवार को पीछे छोड़ना पड़ता।
“मैं जब भी निराश होता हूं तो परिवार के बारे में सोच लेता हूं। वो मेरे बिना कैसे रह पाएंगे?”
हर एक व्यक्ति का कठिन दौर और प्रेरणास्रोत अलग होता है, लेकिन सुपरलैक की नज़रों में सबके जीवन में कठिन परिस्थितियां और खराब दौर जरूर आता है, लेकिन हम सब उसका सामना करने की काबिलियत रखते हैं।
इसका मतलब हमेशा कोई ना कोई व्यक्ति ऐसा जरूर होगा, जो आपकी तरह सोचकर सहानुभूति प्रकट कर पाएगा। इसलिए उनके साथ बातों को साझा करना आपको निराशा के दौर से दूर ले जा सकता है।
इसलिए “द किकिंग मशीन” उम्मीद करते हें कि निराशा से जूझ रहे लोग नकारात्मक विचारों को दूर रखते हुए दूसरे लोगों से अपनी मुसीबतों को साझा कर पाएंगे।
उन्होंने कहा:
“आपके मन में नकारात्मक विचार आना सामान्य बात है, लेकिन दुनिया में ऐसा कोई नहीं जिसने मुसीबतें ना झेली हों। मैं सबको सलाह देना चाहता हूं कि हर एक मुसीबत हल हो सकती है। परिवार, दोस्त या आपके जीवन में सबसे चहेती वस्तु आपको निराशा से दूर ले जा सकती है।
“कृपया ध्यानपूर्वक और सकारात्मक तरीके से सोचें। सबके पास प्रेरणा का कोई ना कोई स्रोत जरूर होता है। ऐसा मत सोचिए कि आपके पास कोई प्रेरणास्रोत नहीं है। मैं मानता हूं कि आपको भी कोई चीज़ प्रोत्साहित करती होगी, लेकिन आपने उसे नजरंदाज कर दिया है।”