जंग के माहौल में जन्मे रॉबर्टो सोल्डिच ONE में शानदार प्रदर्शन करने को बेताब हैं – ‘मैं अपनी विरासत कायम करना चाहता हूं’

Two-division MMA Champion Roberto Soldic

रॉबर्टो सोल्डिच को ONE Championship में आने से पहले सबसे बेहतरीन फ्री एजेंट फाइटर्स में से एक माना जाता था और उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए लंबा सफर तय किया है।

27 वर्षीय क्रोएशियाई स्टार 3 दिसंबर को ONE Fight Night 5 में अपराजित रूसी एथलीट मुराद रामज़ानोव के खिलाफ वेल्टरवेट MMA बाउट में अपना डेब्यू करेंगे। उन्होंने अपने करियर में कई कठिन चुनौतियों का सामना किया है।

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अब सोल्डिच के पास दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स प्रोमोशन में सबको अपनी वॉरियर स्पीरिट दिखाने का मौका है।

इससे पहले 2-डिविजन KSW चैंपियन सर्कल में उतरें, यहां जानिए उन्होंने कैसे कॉबैट खेलों की इस दुनिया में पहचान बनाई है।

‘भगवान का शुक्र है कि मेरा परिवार जीवित है’

सोल्डिच का जन्म बोस्निया और हर्ज़ेगोविना के छोटे से शहर विटेज़ में 1995 में हुआ, तब बोस्निया में जंग जारी थी।

हालांकि उन्हें ज्यादा कुछ याद नहीं, उनके पिता एक मैकेनिक हुआ करते थे, लेकिन जंग के समय उन्हें भी लड़ाई लड़नी पड़ी। उनके बड़े भाई-बहन ने भी उस डरावने मंज़र को देखा।

“रोबोकॉप” ने बताया:

“मेरा जन्म तब हुआ, जब जंग खत्म होने वाली थी। अन्य जंगों की तरह हमारा जीवन भी बहुत कठिन था और बहुत गरीबी की हालत में थे। भगवान का शुक्र है कि हमारा परिवार आज भी जीवित है।

“मुझे जंग के बारे में कुछ याद नहीं, लेकिन मेरे भाई और बहन को याद है। उन्हें याद है कि वो रॉकेट्स के डर से इधर-उधर भाग रहे होते थे। वो डरावने लम्हे आज भी उन्हें झकझोर देते हैं, लेकिन मेरे अंदर कोई डर नहीं है। बोस्निया के लोगों में डर बहुत कम देखने को मिलता है। उन्होंने उस भयंकर जंग को देखा है।”

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जंग खत्म होने के बाद “रोबोकॉप” का जीवन सामान्य तरीके से आगे बढ़ा, लेकिन उन्हें कुछ समस्याएं भी हुईं।

इससे अलग उनका एनर्जी लेवल बहुत जबरदस्त है इसलिए उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया था।

सोल्डिच ने बताया:

“हमारा बचपन अच्छा गुजरा, हम आज के बच्चों की तरह फोन में लगे रहने के बजाय बाहर जाकर खेलते थे। मैं बहुत एक्टिव था और काफी समय फुटबॉल खेलते हुए बिताता था।

“मेरा एनर्जी लेवल बहुत ज्यादा था इसलिए मुझे 2 बार स्कूल से बाहर भी निकाल दिया गया क्योंकि मेरे पास 6 घंटों तक एक ही जगह पर बैठे रहने का धैर्य नहीं था। ऐसा करना मेरे लिए बहुत मुश्किल था, मैं घूमना चाहता था, लेकिन इस दौरान कई समस्याएं झेलनी पड़ीं।

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MMA का कठिन सफर

सोल्डिच को एक राह की जरूरत थी, वो कुछ अलग करना चाहते थे। उनके दोस्त बाहर घूमते, शराब और सिगरेट पीते, लेकिन उनका नजरिया अलग था।

मिरको “क्रो कॉप” फिलीपोविच और जॉर्ज सेंट-पिअर जैसे क्रोएशियाई स्टार फाइटर्स को देखने के बाद उन्होंने खुद भी प्रोफेशनल फाइटर बनने की ठानी, लेकिन उनके सपने को उड़ान देने के लिए वहां को जिम नहीं था।

युवा स्टार ने जूडो के साथ शुरुआत की क्योंकि उस समय उनके शहर में मार्शल आर्ट सीखने का यही एक विकल्प था। लेकिन 16 साल की उम्र में एक लोकल फाइटर ने उन्हें अपनी निगरानी में ट्रेनिंग देनी शुरू की।

सोल्डिच ने कहा:

“मेरे दोस्त इवो स्पोल्याक ने इस खेल में शुरुआत की और हम सबने उन्हें फॉलो किया। वो क्लब में सिक्योरिटी गार्ड का काम किया करते थे और मैंने उनसे कहा, ‘मैं तुम्हारे साथ ट्रेनिंग करना चाहता हूं।’ वो हेवीवेट थे, लेकिन मेरा वजन केवल 70 किलो के करीब था।

“इवो ने मुझसे कहा, ‘मैंने घर पर एक छोटा सा जिम बनाया हुआ है, हम वहां ट्रेनिंग करेंगे। जब मैंने पैड्स को हिट करना शुरू किया तो मुझे तुरंत अहसास हुआ कि ये खेल मेरे लिए बना है। मुझे ये खेल बहुत पसंद आया। मैंने जूडो से MMA एथलीट बनने की कोशिश की। मैंने अपनी स्ट्रेंथ और उसके बाद कंडीशनिंग को भी बेहतर बनाया।”

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छोटे लेवल पर शुरुआत के बावजूद सोल्डिच को खुद समय बाद सफलता मिली और 19 की उम्र में उन्होंने अपनी पहली फाइट की।

कोच और ट्रेनिंग पार्टनर्स का साथ ना होते हुए भी उन्होंने फाइट के ऑफर को स्वीकार किया। उस समय का अनुभव आज के फाइट्स कैम्प्स जैसा नहीं था, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई।

पहले मैच को याद करते हुए “रोबोकॉप” ने कहा:

“मैंने कहा, ‘मुझे 6 महीने दीजिए, तब मैं फाइट के लिए तैयार हो जाऊंगा।’ मैंने यूट्यूब पर काफी वीडियोज़ देखीं। मेरे पास कोई कोच नहीं था, लेकिन हर रोज नियमों के बारे में जान रहा था, दिन में 2 बार ट्रेनिंग करता, पैड वर्क, जूडो, स्ट्रेंथ, ग्राउंड-एंड-पाउंड और कंडीशनिंग पर भी ध्यान देता।

“मैंने स्पारिंग किए बिना केज में एंट्री ली। मेरे सामने वाला फाइटर खतरनाक था। उनका ग्राउंड गेम अच्छा था इसलिए उन्होंने मुझे टेकडाउन किया। पहले राउंड में हमने ग्रैपलिंग की, लेकिन मैंने हार नहीं मानी।

“वहीं दूसरे राउंड में जब उन्होंने मुझे टेकडाउन करने की कोशिश की, तब मैंने उससे बचते हुए ग्राउंड-एंड-पाउंड अटैक करना शुरू कर दिया। मैंने उनके सिर पर लेफ्ट हैंड लगाया, जिससे उन्हें काफी क्षति पहुंची। मैंने तब तक ग्राउंड-एंड-पाउंड अटैक करना जारी रखा, जब तक रेफरी ने मुझे रोक नहीं दिया और इस तरह से मेरे करियर की शुरुआत हुई।”

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खाली हाथ नए देश में आए

अपने देश में सफलता प्राप्त करने के बाद सोल्डिच की मुलाकात अपने मौजूदा मैनेजर और कोच, इवान डाइजाकोविच, से हुई।

डाइजाकोविच ने क्रोएशियाई एथलीट को जर्मनी में UFD Gym में ट्रेनिंग का न्यौता दिया, जिसकी शुरुआत उन्होंने अपने भाई, टोमी, के साथ मिलकर की थी।

उन्हें वहां की भाषा समझ नहीं आती थी और कुछ ही लोगों को जानते थे। सोल्डिच के पास नए देश में खोने के लिए कुछ नहीं था और एक अलग मानसिकता के साथ जर्मनी आए थे।

“मैं मार्च 2015 में यहां आया, उन्होंने मुझे जिम में मौजूद अपार्टमेंट दिखाया। वो एक ही कमरा था, जिसमें कोई बेड नहीं था और बहुत गंदा था। वहां ठंडा खाना, बिना शौचालय और रसोई के बिना रहना मुश्किल था।”

रॉबर्टो सोल्डिच ने जर्मनी में अपने शुरुआती दिनों को याद किया
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उन्होंने एकदम निचले स्तर से शुरुआत की थी, लेकिन “रोबोकॉप” की प्रतिबद्धता उन्हें सफलता की ओर ले जा रही थी।

दूसरी ओर, डाइजाकोविच भाइयों ने उनका साथ देना जारी रखा और एक बेहद खतरनाक टीम के रूप में खुद को स्थापित कर चुके थे।

सोल्डिच ने कहा:

“जब भी इवान को मेरे लिए फाइट मिलती, वो हमेशा मुझसे बेहतर रिकॉर्ड वाले एथलीट को मेरे सामने खड़ा करते थे। वो मुझे जैसे आग के हवाले कर देते थे।

“मैंने रिस्क लिया और कभी-कभी ट्रेनिंग में मैं बुरी तरह पिट जाता था, लेकिन मैंने आगे बढ़ना जारी रखा। मैं जानता था कि मैं कुछ हासिल कर सकता हूं क्योंकि मुझे फाइट के अलावा कोई दूसरा काम नहीं आता था।”

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खुद को टॉप पर पहुंचाया

सोल्डिच ने यूरोपियन सर्किट में खूब सफलता पाई, कई टाइटल्स जीते जिनमें KSW वेल्टरवेट और मिडलवेट बेल्ट्स भी शामिल रहीं।

7 मैचों की विनिंग स्ट्रीक कायम करते हुए 6 नॉकआउट जीत दर्ज कीं इसलिए क्रोएशियाई सनसनी को दुनिया के कई बड़े MMA प्रोमोशंस से ऑफर आए, लेकिन उन्हें अहसास हुआ कि ONE उनके लिए सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म साबित होगा।

उन्होंने बताया:

“KSW कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद मुझे कई ऑफर मिले। मैंने सिंगापुर आकर एक शानदार वातावरण का अनुभव किया। यहां फाइटर्स एक-दूसरे का बहुत सम्मान और उनका ख्याल रखते हैं।

“चाट्री सिटयोटोंग ने ज़ाग्रेब में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जहां हमारी बातचीत हुई और मैं उनकी ओर से मिले कॉन्ट्रैक्ट को ना नहीं कह पाया।

“उन्होंने मुझे बताया कि मैं किकबॉक्सिंग, मॉय थाई समेत कोई भी कॉम्बैट खेल चुन सकता हूं। मैं फिलहाल MMA पर ध्यान देना चाहता हूं।”

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दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स प्रोमोशन के सपोर्ट से एक टॉप एथलीट बनकर सोल्डिच क्रोएशिया और बोस्निया में अपने देशवासियों को प्रोत्साहित करना चाहते हैं।

वो यूरोप में ONE को प्रोमोट करना चाहते हैं, जहां वो अपने देशवासियों के सामने वर्ल्ड टाइटल के लिए फाइट करते हुए उन्हें प्रेरित कर पाएंगे।

उन्होंने कहा:

“मैं अपनी विरासत कायम करना चाहता हूं। मैं अब ग्लोबल स्टेज पर फाइट करूंगा और यही बात मुझे कड़ी मेहनत करने को प्रेरित कर रही है।

“चाट्री ने मेरे प्रति बहुत सम्मान प्रकट किया। वो ज़ाग्रेब में एरीना में मौजूद थे और कहा, ‘मैं यहां आपके साथ ONE Championship का आयोजन करूंगा,’ उनका ऐसा कहना बहुत खास रहा।

“ONE Championship को यहां लाना मेरे, क्रोएशिया और बोस्निया के लोगों के लिए गौरव की बात होगी।”

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