बुशेशा की बड़ी बहन ने उन्हें BJJ सुपरस्टार बनने में मदद की – ‘वो ना होतीं तो मैं जिउ-जित्सु में कभी आ ही नहीं पाता’
अपनी बड़ी बहन के हाथों पड़ी मार के बिना 17 बार के वर्ल्ड चैंपियन मार्कस “बुशेशा” अल्मेडा शायद कभी ब्राजीलियन जिउ-जित्सु में इतने ऊंचे मुकाम पर नहीं पहुंच पाते।
ब्राजीलियाई आइकॉन ने कुछ समय पहले MMA में कदम रखा है और अब अमेरिकी प्राइमटाइम पर शुक्रवार, 26 अगस्त (भारत में शनिवार, 27 अगस्त) को ONE Fight Night 1: Moraes vs. Johnson II में किरिल ग्रिशेंको को हराकर अपने अपराजित रिकॉर्ड को कायम रखना चाहेंगे।
अल्मेडा अभी तक अपनी वर्ल्ड-क्लास ग्रैपलिंग स्किल्स के कारण MMA में सफलता प्राप्त कर चुके हैं। उन्हें इस खेल से जुड़ने की प्रेरणा तब मिली जब उनकी बड़ी बहन, एना ने ट्रेनिंग लेनी शुरू की थी।
एना ने 15 साल की उम्र में साओ पाउलो में स्थित एक लोकल जिम को जॉइन किया और कुछ समय बाद ही उनके छोटे भाई भी उन्हीं के नक्शेकदम पर आगे बढ़े।
“बुशेशा” ने उस दौर को याद करते हुए बताया:
“मेरे पिता को ये आइडिया पसंद नहीं आया, लेकिन मेरी बहन को ट्रेनिंग के लिए मना ना कर पाने के कारण उन्होंने भी ट्रेनिंग लेनी शुरू की। उस जिम में मेरी बहन के अलावा एक और लड़की हुआ करती थी।
“उन्होंने मुझे भी ट्रेनिंग करने के लिए कहा और उस समय वो मेरी खूब पिटाई करती थीं। वो जिउ-जित्सु के साथ मेरा पहला अनुभव रहा।
“वो तब तक कई स्किल्स सीख चुकी थीं और घर पर हमेशा मुझे हरा देती थीं, जिससे मेरे अंदर निराशा के भाव पैदा होने लगे। मुझे अहसास हुआ कि एक फाइटर को हराना बहुत मुश्किल काम है।”
कुछ समय तक एना ने 14 वर्षीय “बुशेशा” को अपने अनुभव से काफी कुछ सीखने में मदद की।
एक ऐसा भी समय आया जब अल्मेडा अपनी बहन को कड़ी टक्कर देने लगे थे।
हालांकि कुछ समय बाद उनकी बहन ने इस खेल को छोड़ दिया, लेकिन ये अल्मेडा के करियर के शुरुआती दौर की कुछ ऐसी यादें रहीं जिन्हें वो कभी नहीं भूल पाएंगे।
उन्होंने कहा:
“पहले ट्रेनिंग सेशंस में उन्होंने मेरे खिलाफ अच्छा किया। वो इस खेल के बेसिक्स से वाकिफ थीं और उनका बॉडी साइज़ भी मुझसे बड़ा था। वहीं कुछ तकनीकों में महारत हासिल करने के कारण वो मुझे हरा पा रही थीं। इससे मैं निराश होने लगा था, मैं उस समय बच्चा था और उनसे किसी भी हालत में हारना नहीं चाहता था।
“वो मेरे लिए अच्छा अनुभव था क्योंकि मैं अपनी बहन के साथ अभ्यास कर रहा था। मेरे पिता को ये सब पसंद था क्योंकि वो जानते थे कि हम कोई बेकार चीज़ नहीं कर रहे हैं। इसलिए वो साथ में ट्रेनिंग करने का अनुभव सुखद रहा।”
ट्रेनिंग पार्टनर से सबसे बड़ी फैन
हालांकि एना BJJ वाइट बेल्ट होल्डर बनने के बाद दूसरी राह पर आगे बढ़ीं, लेकिन वो मार्कस “बुशेशा” अल्मेडा की सफलता को देख हमेशा उत्साहपूर्ण रही हैं।
अल्मेडा को BJJ के बेसिक्स सिखाने के बाद वो अपने भाई का टूर्नामेंट्स और अन्य फाइट्स में साथ देती रहीं।
अल्मेडा के MMA में आने के बाद भी वो अपने भाई की सबसे बड़ी फैन बनी रही हैं, जहां वो अभी तक लगातार 3 जीत दर्ज कर चुके हैं।
“बुशेशा” ने कहा:
“मेरी बहन मेरी सबसे बड़ी सपोर्टर हैं और उन्होंने मेरे करियर को करीब से फॉलो करते हुए इंजॉय किया है। उनके हाथ पर मेरा टैटू भी है। मुझे लगता है कि मेरी बहन और मां मुझे सबसे ज्यादा सपोर्ट करते हैं।
“वो MMA में भी मुझे सपोर्ट कर रहे हैं। मेरी बहन मुझे फाइट करते देख चीयर करती हैं और उन्हें देख मेरा उत्साह बढ़ता है। उनका और परिवार का सपोर्ट होना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण चीज़ है।”
“बुशेशा” अब BJJ ब्लैक बेल्ट होल्डर, IBJJF हॉल ऑफ फेमर और कई बार के वर्ल्ड चैंपियन भी हैं।
उन्होंने इस खेल में अपार सफलता प्राप्त की है, लेकिन एना आज भी उन्हें ट्रेनिंग के दौरान अपने बेहतर फाइटर होने की बात याद दिलाती रहती हैं।
एना ने मजाकिया अंदाज में ये बात कही, लेकिन “बुशेशा” मानते हैं कि अपनी बहन के बिना वो यहां तक नहीं पहुंच पाते।
32 वर्षीय ग्रैपलिंग आइकॉन ने कहा:
“वो इस बारे में ज्यादा बात नहीं करतीं, लेकिन वो जब भी मुझे किसी अच्छी जगह पर, सफर करते हुए या मुझे खुश देखती हैं तो मजाक करते हुए कहती हैं कि मेरे यहां तक पहुंचने में उनका हाथ है। असल में वो ना होतीं तो मैं जिउ-जित्सु में कभी आ ही नहीं पाता।
“ये बात काफी हद तक सही है और मैं उनसे सहमत हूं। मगर आज हमारी फाइट होती तो भी उन्हें जीत मिलती, ये उनका हक है।”