विक्टोरिया सूज़ा ने अकाउंटिंग करियर छोड़कर MMA क्यों जॉइन किया – ‘करियर बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा था’
विक्टोरिया सूज़ा एक समय पर ऑफिस के काम के कारण बहुत परेशान रहती थीं, लेकिन एक बार मार्शल आर्ट्स में आने के बाद उनका जीवन पूरी तरह बदल गया।
ब्राजीलियाई स्टार का सामना शनिवार, 25 फरवरी को ONE Fight Night 7: Lineker vs. Andrade II में अपराजित इंडोनेशियाई स्टार लिंडा डैरो से होगा। वो ऑफिस वर्क की परेशानी से निजात पाने की कोशिश कर रही थीं और कॉम्बैट खेलों ने उन्हें ऐसा करने में बहुत मदद की।
बैंकॉक में स्थित लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में उनके अगले मैच से पूर्व यहां जानिए सूज़ा के MMA में आने तक के शानदार सफर के बारे में।
ब्राजील में कैसा रहा बचपन
सूज़ा का जन्म 1997 में ब्राजील के फ्लोरियनोपोलिस शहर में जन्मीं, जहां वो अपनी माता-पिता, दादी-दादा और अंकल्स के साथ रहती थीं। उन्हें व्यस्त जीवन शैली से काफी लगाव हो चुका था, लेकिन जब उनकी छोटी बहन का जन्म होने वाला था, तब उनका परिवार वहां से शिफ्ट हो गया।
इसके बावजूद उन्हें हमेशा अपने परिवार का साथ मिला और बचपन में कभी किसी चीज़ की जरूरत महसूस नहीं हुई।
सूज़ा ने कहा:
“मेरी मां घर पर रहतीं और पिता ने अपनी अकाउंटिंग फर्म में काम किया। उस समय परिस्थितियां काफी कठिन थीं, लेकिन हम दोनों बहनों को कभी कोई कमी नहीं हुई। मुझे बचपन में कभी कोई जरूरत महसूस नहीं हुई।
“मेरे काफी दोस्त थे। हमें बाइक चलाना, पेड़ पर चढ़ना और पिकनिक पर जाना पसंद था। हम सभी दोस्तों को ये चीज़ें करना पसंद था।”
सूज़ा की उम्र जब 13 साल थी, तब उनके माता-पिता अलग हो गए, लेकिन उन्हें पढ़ाई या किसी अन्य तरीके की कोई परेशानी नहीं हुई। उनके 2 छोटे भाई-बहन भी थे, लेकिन उनका जीवन सामान्य तरीके से आगे बढ़ता रहा।
अपने पिता की तरह अकाउंटेंट बनने की चाह में वो पढ़ाई में अच्छा कर रही थीं, जिससे उनका भविष्य अच्छा नज़र आ रहा था।
“विक” ने कहा:
“मैं नहीं जानती कि मुझे क्या शब्द कहना चाहिए, लेकिन स्कूल में मेरे काफी दोस्त थे। मुझे कभी परेशानी नहीं हुई, लेकिन मुझे दूसरों को परेशानी में देख दुख होता था।
“मैं हमेशा से पढ़ाई में अच्छी रही और कक्षा में टॉप-3 में रहती थी।”
डांस क्लास की उम्मीद, मॉय थाई जिम को जॉइन किया
सूज़ा ने कॉलेज में अकाउंट्स की पढ़ाई की और परीक्षा में अच्छा भी किया। वो इसके अलावा अनुभव पाने के लिए नौकरी भी कर रही थीं।
इतनी छोटी उम्र में ज्यादा काम करने से उन्हें तनाव रहने लगा था इसलिए उन्होंने तनावपूर्ण शेड्यूल से निजात पाने के लिए एक नया रास्ता खोजा। उन्होंने अपनी एक दोस्त के साथ जिम में डांस क्लास जॉइन करने का फैसला लिया, लेकिन उनके साथ कुछ और होने वाला था।
ब्राजीलियाई स्टार ने कहा:
“अकाउंटिंग करना आसान नहीं है इसलिए मुझे तनाव रहने लगा था। मैं तनाव से बाहर आने के लिए कुछ करना चाहती थी। मैंने अपनी एक दोस्त के साथ जिम में डांस क्लास जॉइन की। जब हम जिम गए तो वहां डांस जैसी कोई चीज़ ही नहीं थी बल्कि मॉय थाई और जिउ-जित्सु सिखाया जा रहा था। उस समय मैंने मॉय थाई का चुनाव किया।
“मैं एक फाइटर नहीं बनना चाहती थी। मैं जब जिम में गई तो मेरा लक्ष्य केवल पैड वर्क करते हुए तनाव को खुद से दूर करने का था।”
कुछ समय तक ट्रेनिंग जारी रखने के बाद एक प्रोफेशनल फाइटर ने उन्हें स्पारिंग के लिए आमंत्रित किया और यहां से सूज़ा के करियर ने नया मोड लिया।
उन्होंने बताया:
“कुछ समय बाद एकेडमी के एक प्रोफेशनल MMA फाइटर थियोगो तवारेस ने मज़ाक करते हुए मुझसे मॉय थाई स्पारिंग करने के लिए कहा। वो मेरा पहला स्पारिंग सेशन रहा, जिसे करने में मुझे बहुत मजा आया।
“मैंने स्पारिंग पार्टनर के साथ अभ्यास किया और उन्हें गिरा भी दिया था। मैंने सोचा, ‘मैं अगर ग्राउंड फाइटिंग पर फोकस कर पाई तो मेरे लिए अच्छा होगा।’ मैंने उस समय ब्राजीलियन जिउ-जित्सु का अभ्यास करने का फैसला लिया।”
फाइटिंग करियर में सफलता मिली
कुछ समय तक स्पारिंग करने से उनकी फाइटिंग में दिलचस्पी बढ़ने लगी थी।
सूज़ा ने किकबॉक्सिंग से शुरुआत की। उन्होंने रीज़नल, नेशनल और पैन-अमेरिकन टाइटल्स भी जीते। Double Attack टीम की प्रतिनिधि को जीत दर्ज करने की चाह प्रोत्साहित कर रही थी, वहीं अकाउंटिंग उनसे दूर होती जा रही थी।
उन्होंने कहा:
“मेरा स्ट्राइकिंग में अनुभव अच्छा रहा। मैंने कई मौकों पर स्टेट चैंपियनशिप जीती, 3 बार ब्राजीलियाई किकबॉक्सिंग चैंपियन रही और मेक्सिको में पैन-अमेरिकन किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में भी जीत दर्ज की।
“मेरा करियर बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा था। मुझे मार्शल आर्ट्स में आने के बाद अहसास हुआ कि मेरे जीवन को इसी खेल की जरूरत थी। मुझे स्ट्राइकिंग पसंद है, ग्राउंड फाइटिंग अच्छी लगती है और MMA से बहुत लगाव है।”
वो जानती थीं कि उनका लक्ष्य क्या है, लेकिन MMA में आगे बढ़ने के फैसले के प्रति सबको मनाना बिल्कुल भी आसान नहीं था।
सूज़ा के माता-पिता मानते थे कि इस प्रोफेशन में स्थिरता नहीं है, लेकिन “विक” अपने सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध थीं।
उन्होंने बताया:
“मेरे माता-पिता ने अब जाकर मुझे सपोर्ट करना शुरू किया है। मेरी दादी मेरा समर्थन करती थीं, लेकिन माता-पिता को डर था कि मुझे चोट लग जाएगी।
“मेरे पिता मुझसे कहते कि मुझे फाइटिंग के बजाय अकाउंटिंग पर ध्यान देना चाहिए, जिससे मेरा भविष्य सुरक्षित रह सके क्योंकि फाइटिंग करियर में स्थिरता नहीं है। मगर मेरा दिल मार्शल आर्ट्स में आगे बढ़ने के लिए कह रहा था इसलिए मैंने इसी खेल में आगे बढ़ने का फैसला लिया।”
खराब दौर के बाद वापसी के लिए तैयार
ब्राजीलियाई MMA सर्किट में सफलता प्राप्त करने के बाद सूज़ा ने ONE Championship में एंट्री ली और सितंबर 201 में हुए ONE: REVOLUTION में विक्टोरिया ली का सामना किया।
हालांकि उनकी विरोधी ने सबमिशन स्किल्स के जरिए जीत दर्ज की लेकिन “विक” को पता था कि उन्हें इसी खेल में आगे बढ़ना है, फिर चाहे उन्हें उतार-चढ़ाव ही क्यों ना देखने पड़ें।
सूज़ा ने कहा:
“मुझे वो फाइट याद है क्योंकि वो मेरे MMA करियर की पहली हार रही, जहां मुझे गंभीर चोट आई थी। मुझे ये चोट पहले राउंड में आई, जब मैंने उनके आर्मबार के खिलाफ टैप आउट नहीं किया था। मुझे अपने हाथ से आवाज आई थी, लेकिन मैंने जीत दर्ज करने की प्रतिबद्धता के कारण हार नहीं मानी।
“दूसरे राउंड में फाइट शुरू होने तक मैं अपने हाथ को मूव नहीं कर पा रही थी, इसके बावजूद मैंने फाइट जारी रखी। अगर रेफरी ने फाइट को समाप्त ना किया होता तो मैं तीसरे राउंड में भी फाइट जारी रखने वाली थी।”
अब स्वस्थ हो चुकी सूज़ा वापसी के लिए तैयार हैं और डैरो को हराकर दिखाना चाहती हैं कि वो इस खेल की बेस्ट एथलीट्स में से एक बन सकती हैं।
हालांकि पिछले मैच में उन्हें हार मिली थी, लेकिन वो ONE Fight Night 7 में मजबूत मानसिकता और प्रतिबद्ध होकर सर्कल में एंट्री लेंगी।
सूज़ा ने कहा:
“उस फाइट से मैंने सबक सीखा कि हारने और चोटिल होने के बाद भी मुझे हार नहीं माननी है। मुझे इस बार ये सोचकर फाइट करनी है कि मेरा जीवन इसी खेल को समर्पित है। मैं एक फाइटर होते हुए इस खेल से अपना जीवन आगे बढ़ाना चाहती हूं।”