डैनी किंगड अपनी स्वर्गीय मां की यादों से प्रेरित होकर ONE 169 में शानदार प्रदर्शन के लिए तैयार
डैनी “द किंग” किंगड की मां का देहांत मई महीने में हुआ था, लेकिन उनकी यादें और बातें आज भी फिलीपीनो स्टार को प्रेरित कर रही हैं।
शनिवार, 9 नवंबर को होने वाले ONE 169: Malykhin vs. Reug Reug में उनका सामना फ्लाइवेट MMA रीमैच में एड्रियानो “मिकीन्यो” मोरेस से होगा, जहां वो टॉप कंटेंडर बनने के लिए डिविजन के पूर्व चैंपियन का सामना करेंगे।
किंगड के लिए इतने बड़े सदमे से उबरना बहुत ही मुश्किल काम रहा है, लेकिन उन्हें इस बात का अहसास हुआ है कि समय किसी के बस में नहीं होता और यही बात उन्हें आगे बढ़ने में मदद कर रही है।
हालांकि, “द किंग” को अपनी मां के जाने का दुख अभी भी है। मगर वो उनके साथ बिताए गए समय और प्यार के शुक्रगुजार हैं।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम में होने वाले मैच से पहले उन्होंने onefc.com को बताया:
“बिल्कुल मुझे अभी भी दुख होता है। लगता नहीं कि ये दुख कभी जाएगा। लेकिन मुझे स्वीकारना होगा कि ये उनके जाने का समय था।
“ये मुझे हमारे जीवन की याद दिलाता है कि जो लोग हमें प्यार करते हैं, वो हमारे साथ हमेशा नहीं होंगे। तो ऐसे में हर पल को खुशी से जीना चाहिए।
“मुझे खुशी है कि मैं उनका बेटा हूं। उन्होंने मेरी परवरिश अच्छे से की।”
किंगड सिर्फ 8 साल के थे, जब उनके पिता का देहांत हो गया था और मां व पांच बच्चे अकेले रह गए थे। उसके बाद से मां ही उनके जीवन में सबसे अहम शख्स थीं।
फिलीपीनो स्टार के बड़े भाइयों ने उनकी आगे बढ़ने में मदद की, लेकिन उनकी मां ने ये सुनिश्चित किया कि बच्चों को जो कुछ चाहिए, वो उनके पास हो।
ये किंगड को अपनी मां से मिली सबसे सीख थी और इसी सीख ने उन्हें एक फाइटर और अच्छा पिता बनने में सहायता की:
“मेहनत (एक ऐसा गुण जिसका मैं अनुकरण करना चाहूंगा)। मेरे माता-पिता बहुत मेहनती रहे और जब मैं अपने परिवार का ख्याल रखता हूं तो इस बात को हमेशा याद करता हूं।
“मैंने देखा है कि कैसे मां ने हमारा ख्याल रखा और यही मैं अपने परिवार के लिए उम्मीद करता हूं।”
किंगड अहम रीमैच में मोरेस को हराना चाहते हैं
डैनी किंगड इस मैच में पूर्व ONE फ्लाइवेट MMA वर्ल्ड चैंपियन एड्रियानो मोरेस के खिलाफ तीन रैंक के कंटेंडर के रूप में उतर रहे हैं तो वहीं मोरेस पहले स्थान पर काबिज हैं।
हाल ही में डिमिट्रियस “माइटी माउस” जॉनसन ने रिटायरमेंट ली है। ऐसे में ONE 169 में जिसे भी जीत मिली, वो डिविजन का खिताब हासिल करने के बहुत करीब आ जाएगा।
किंगड ने इस बारे में बताया:
“मैं अपनी मां के लिए इस फाइट को जीतना चाहता हूं। उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया है। उन्होंने हमेशा इस खेल में मेरी सहायता की है।
“वो कभी-कभी कहती थीं, ‘मुझे परवाह नहीं कि तुम्हें मार पड़ी। सबसे अहम बात ये है कि तुम जीतो।’ इस तरह से मैं खुद को प्रेरित रख रहा हूं।”