कैसे फिलीपीनो-अमेरिकी सनसनी शॉन क्लिमेको को उनकी योद्धा भावना ने ONE कॉन्ट्रैक्ट पाने में मदद की
शॉन क्लिमेको संयुक्त राज्य अमेरिका के नए स्ट्राइकर हैं, जो ONE Championship में बड़ा नाम बनाना चाहते हैं।
29 वर्षीय स्ट्राइकर ONE Fight Night 22: Sundell vs. Diachkova में होसुए “तुज़ो” क्रूज़ के खिलाफ फ्लाइवेट मॉय थाई मुकाबले में अपना डेब्यू करेंगे और वो जानते हैं कि ये उनके करियर को अगले स्तर पर ले जाने का एक बड़ा अवसर है।
आइए जानें कि कैसे इस उभरते स्टार ने अपनी शंकाओं को दूर कर दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन का कॉन्ट्रैक्ट अपने नाम किया और थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में फाइट करने का मौका पाया।
ब्रूस ली को देख बड़ा हुए
क्लिमेको का जन्म और पालन-पोषण कैलिफोर्निया के फ़्रेमोंट शहर में हुआ। उनके माता-पिता फिलीपींस से अमेरिका चले गए थे, जहां उन्हें काम मिला और अपना परिवार शुरू किया।
इस युवा स्ट्राइकर का बचपन काफी सामान्य था, जिसमें मशहूर मार्शल आर्ट्स फिल्मों ने उनकी शुरुआती रुचियों में प्रमुख भूमिका निभाई।
क्लिमेको ने याद किया:
“मूल रूप से मेरे माता-पिता फिलीपींस से हैं इसलिए मैं फिलीपीनो-अमेरिकी हूं। मेरा एक छोटा भाई है, मार्क।
“जब मैं एक बच्चा था और बड़ा हो रहा था, तब मुझे ब्रूस ली और रॉकी जैसी कई मार्शल आर्ट्स फिल्में, फाइट से जुड़ी फिल्में देखना बहुत पसंद था।
”मैं और मेरा भाई भी बड़े होते हुए एक-दूसरे के प्रति काफी आक्रामक थे इसलिए हम तब तक लड़ते रहते थे, जब तक कि हम मुसीबत में न पड़ जाएं।”
ऊर्जा का सही इस्तेमाल
क्लिमेको और उनके छोटे भाई की फाइट करने की आदत एक सामान्य बात थी, लेकिन सौभाग्य से उनके पिता उस आक्रामकता को नियंत्रित करने का उचित तरीका जानते थे।
वो खुद एक मार्शल आर्टिस्ट थे जिनको फिलीपींस में अवसर नहीं मिले थे। उन्होंने शुरुआत में दोनों को अपनी ऊर्जा का सही उपयोग करने के लिए American Kickboxing Academy में MMA सीखने भेजा।
क्लिमेको ने बताया:
“वास्तव में वो मेरे पिता ही थे जिन्होंने मुझे और मेरे भाई को इसमें शामिल किया। उन्होंने बचपन में कराटे और बॉक्सिंग की थी, लेकिन ये कुछ ऐसा है जिसे वो नहीं कर पाए जैसा मैं और मेरा भाई आज कर रहे हैं।
“हम दोनों ने एक साथ प्रशिक्षण शुरू किया। मैं 14 साल का था और वो 11 साल के थे। वो अब एक प्रो MMA फाइटर बन गए हैं और मैं एक प्रो मॉय थाई फाइटर हूं।”
फिल्मों में देखे गए अभिनेताओं के साथ-साथ क्लिमेको ने फिलीपीनो दिग्गज मैनी पैकियाओ की बॉक्सिंग में अविश्वसनीय सफलता भी देखी और उससे प्रेरणा ली।
इसने क्लिमेको की योद्धा भावना को जगाया:
“मैंने ब्रूस ली और रॉकी को अपना आदर्श माना और फिर बड़े होते-होते फिलीपीनो होने के नाते मैनी पैकियाओ को भी। लेकिन ये सिर्फ वे प्रभाव नहीं थे जो हमें फाइट के लिए प्रेरित करते थे। मुझे लगता है कि ये हमारे खून में भी है।
“फिलीपींस के जिस हिस्से से मेरा परिवार ताल्लुक़ रखता है उसे सेबू (शहर) कहा जाता है और फिलीपींस के उस शहर के लोगों को फाइटर्स और योद्धाओं के रूप में जाना जाता है।
“यदि आप फिलीपींस के उस हिस्से से हैं तो आपको एक मजबूत दिल और लड़ने के जज्बे वाला माना जाता है।”
जीवन में अपना उद्देश्य ढूंढना
जब क्लिमेको ने स्नातक की उपाधि प्राप्त की और उनके मन में कोई अन्य लक्ष्य नहीं था, तब उन्होंने कोच रूडी ओट के मार्गदर्शन में अपने जुनून में पाने का फैसला किया।
क्लिमेको ने बताया:
“हाई स्कूल के बाद मेरे पास कोई दिशा नहीं थी। मुझे नहीं पता था कि करियर के लिहाज से क्या करना है। सौभाग्य से, मेरी ट्रेनिंग अभी भी चल रही थी। मैंने खुद से कहा, ‘ठीक है, मैं काफी समय से ऐसा कर रहा हूं। आप इसे लेकर जहां तक जा सकता हूं, क्यों न जाऊं?’
“तब मैंने अधिक गंभीरता से प्रतिस्पर्धा करना शुरू कर दिया, अधिक फाइट्स होने लगी, अधिक सक्रिय हो गया और तब जाकर ये निर्णय लेने में लगभग पांच साल लग गए कि प्रोफेशनल बनने का समय आ गया है।
“मैंने कॉलेज छोड़ दिया और एक प्रोफेशनल एथलीट बन गया। फिर मैंने अपनी नौकरी छोड़ दी और अपना पूरा जीवन फाइट और जिम में प्रशिक्षण देने के लिए समर्पित कर दिया और अंततः एक फाइटर की जीवन शैली को अपनाया।”
एक गंभीर घुटने की चोट के कारण उनका करियर खत्म होने वाला था, लेकिन तभी ONE उनके जीवन में आया:
“सबसे बड़ी बाधाओं में से एक जिसे मैंने पार कर लिया था, वो था अपनी ACL की चोट के बाद वापस आना। जब ऐसा हुआ तब मुझे नहीं पता था कि मेरा करियर कहां जाएगा। मैंने सोचा कि मैं शायद फाइट करना बंद कर दूंगा। और कौन जानता था कि मेरा घुटना कभी पहले जैसा हो भी पाएगा?
“सौभाग्य से, मुझे Road to ONE में प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिला। ये उसी समय शुरू हुआ था जब मैं अपने घुटने की चोट के बाद वापसी कर रहा था।
“मैंने यूएस में Road to ONE टूर्नामेंट जीता और अब मैं ONE में हूं, कुछ ऐसा जिसे मैंने अपनी घुटने की चोट के बाद कल्पना भी नहीं की थी। मुझे लगा मैं समाप्त हो चुका हूं।”
ग्लोबल स्टेज पर पहुंचना
तीन नॉकआउट जीत के साथ Road to ONE टूर्नामेंट जीतने से क्लिमेको का जीवन बदल गया और अब फिलीपीनो-अमेरिकी स्टार “द आर्ट ऑफ 8 लिंब्स” में एक उज्ज्वल भविष्य देख पा रहे हैं:
“मैंने पहली बार ONE के बारे में 2019 में सुना था। उस समय मुझे अपने प्रोफेशनल करियर में केवल एक वर्ष का समय हुआ था, तब मैंने सोचा था, ‘अरे, ये तो बहुत अच्छा है कि वे MMA दस्ताने में मॉय थाई कर रहे हैं।’
“मैं निश्चित नहीं था कि मैं वहां तक कैसे पहुंचूंगा क्योंकि ऐसा लग रहा था कि बहुत सारे लोग, विशेष रूप से पुरुष फाइटर्स सभी अंतर्राष्ट्रीय एथलीट्स थे। वहां कोई अमेरिकी फाइटर नहीं था इसलिए सच कहूं तो Road to ONE तक मैंने वास्तव में खुद को ONE में लड़ते हुए नहीं देखा था।
“मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि उन्होंने यहां अमेरिका में Road to ONE टूर्नामेंट का आयोजन किया और उस टूर्नामेंट में मुझे शामिल करने के लिए मैं Warriors Cup का आभारी हूं क्योंकि मैंने नहीं सोचा था कि मैं कभी उच्चतम स्तर पर फाइट कर पाऊंगा।”
अब अपने डेब्यू से पहले क्लिमेको दुनिया के सबसे टॉप स्ट्राइकिंग सुपरस्टार्स के बीच प्रतिस्पर्धा करने के लिए रोमांचित हैं।
उन्होंने आगे बताया:
“मैं दुनिया में सर्वश्रेष्ठ एथलीट्स के खिलाफ खुद को परखने के लिए उत्साहित हूं। बेशक, मैं पहले से कहीं अधिक कड़ी ट्रेनिंग कर रहा हूं, लेकिन जब आपको दुनिया के सबसे बड़े संगठनों में से एक में फाइट के लिए बुलाया जाता है तो आपको यही करना होता है।
“मैं बस खुद को परखना चाहता हूं और दुनिया को दिखाना चाहता हूं कि शॉन ‘द वन’ क्लिमेको कौन हैं।”