रेगिअन इरसल ने सूरीनाम के युवाओं को प्रोत्साहित करने वाली अपनी यात्रा का ज़िक्र किया – ‘मेरे लिए ऐसा करना ज़रूरी था’
2-स्पोर्ट ONE वर्ल्ड चैंपियन रेगिअन इरसल का जन्म सूरीनाम में हुआ था और वो अब भी दक्षिण अमेरिकी मूल के होने पर गर्व महसूस करते हैं।
ONE Fight Night 11 में दिमित्री मेन्शिकोव के खिलाफ ट्रेनिंग कैंप शुरू करने से पहले “द इम्मोर्टल” को अपने देश का दौरा करने और वहां के युवाओं को प्रोत्साहित करने का मौका मिला था।
दूसरे ONE लाइटवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल डिफेंस के लिए शनिवार, 10 जून को थाईलैंड के बैंकॉक के प्रतिष्ठित लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में आने वाले रेगिअन ने देश की राजधानी पारामारिबो में हर तरफ अपने सुनहरे खिताब के साथ परेड की थी।
हालांकि, ये प्रेरणा एकतरफा नहीं थी। 30 साल के स्टार फाइटर ने स्वीकारा कि सूरीनाम के लोगों ने उनकी जो सराहना की थी, उसे देखने के बाद थाई राजधानी में अपने मेन इवेंट मुकाबले से पहले डबल टाइटल होल्डर को वहां जाने की और अधिक प्रेरणा मिली है।
इरसल ने ONEFC.com को बताया:
“मैं एक हफ्ते के लिए सूरीनाम गया था। मैं अपना खिताब भी साथ ले गया था। मैं राष्ट्रपति से मिला और उनके साथ अच्छी बातचीत हुई। मैं ज़रूरी टिप्स देने के लिए कुछ जिम भी गया, ताकि वहां के एथलीट्स और युवाओं के साथ थोड़ी मेहनत कर सकूं।
“बहुत सारी सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलीं और उनका ढेर सारा प्यार भी मुझ पर बरसा। ये अच्छा अनुभव था। इससे मुझे और बेहतर करने की प्रेरणा मिली।”
सूरीनाम से नीदरलैंड्स में बसने के दौरान वो सिर्फ 4 साल के ही थे। इरसल नियमित रूप से दक्षिण अमेरिकी देश जाते रहते हैं। वो जब भी वहां जाते हैं तो उन्हें घर जैसा महसूस होता है।
अपने इतिहास और सफल करियर के कारण “द इम्मोर्टल” सूरीनाम के युवाओं के लिए आदर्श होने के बारे में सोचकर उत्साहित महसूस करते हैं। इस वजह से ये ज़रूरी है कि वो उनके साथ ज़मीनी रूप से जुड़े रहें, उन्हें अपने सपनों का पीछा करने के लिए प्रोत्साहित करते रहें और लोकल जिम में मॉय थाई व किकबॉक्सिंग सेमिनारों की मेजबानी करते रहें।
इरसल ने कहाः
“सूरीनाम में ऐसा करना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। मैं वहीं पैदा हुआ था और वहां कई बार गया हूं। मैं वहां के युवा फाइटर्स की मदद करना चाहता हूं क्योंकि मेरे पास काफी टैलेंट है। हालांकि, देश की परिस्थितियों की वजह से वो बाहर जाकर खुद को विकसित और विदेश में मुकाबले नहीं कर सकते हैं।
“लेकिन मेरे लिए ये बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वो मुझसे कहते हैं, ‘हम आपको टीवी पर देखते हैं और अब आप असलियत में यहां हैं।’ इस वजह से ये बातें मेरा सीना चौड़ा कर देती हैं और उनके द्वारा मिलने वाला प्यार पाकर अच्छा भी लगता है।”
महत्वाकांक्षी फाइटर्स को इरसल की सलाह
रेगिअन इरसल मॉय थाई और किकबॉक्सिंग दोनों में सबसे अच्छे लाइटवेट स्ट्राइकर हैं इसलिए वो बेहद व्यस्त रहते हैं।
फिर भी, “द इम्मोर्टल” ने भविष्य के बारे में सोचा और असलियत में अपने करियर के समाप्त होने के बाद वो युवा एथलीट्स को प्राथमिकता के साथ ट्रेनिंग देना चाहते हैं।
इरसल ने कहाः
“शायद 8 या 10 साल में मैं ट्रेनिंग देना शुरू कर दूंगा। मैं जब रिटायर हो जाऊंगा तो सबके साथ अपना ज्ञान और अनुभव बांटना चाहूंगा।
“सबसे पहले ट्रेनिंग नीदरलैंड्स में दूंगा, जहां मैं रह रहा हूं। लेकिन आप ये नहीं जानते कि शायद मैं सूरीनाम में भी इसे शुरू कर सकता हूं। मेरा लक्ष्य एक टीम या जिम शुरू करना और अपना ज्ञान साझा करना है। उम्मीद करता हूं कि मैं अपनी खासियतें भविष्य के फाइटर्स को दूं।”
हो सकता है कि इरसल की अविश्वसनीय उपलब्धियां किसी ऐसे बच्चे को नामुमकिन लगे, जिसने अभी-अभी कॉम्बैट स्पोर्ट्स की शुरुआत की हो। लेकिन दिग्गज फाइटर हर युवा से गुज़ारिश करते हैं कि इसे खोजें ताकि वो उन्हें आगे बढ़ाने के साथ हर तरह के खेल में निपुण बनाए।
इन सबके बावजूद, वो भी पहले उनकी तरह ही थे। कड़ी मेहनत और अटल प्रतिबद्धता के साथ उन्होंने दुनिया के सबसे महान पाउंड-फोर-पाउंड स्ट्राइकर बनने का रास्ता खोज ही लिया।
इसका कोई सीक्रेट नहीं है। इसकी बजाय इरसल का कहना है कि युवाओं को अपने लक्ष्य से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। साथ ही वो युवा एथलीट्स को समान विचारधारा वाले व्यक्तियों के साथ अपनी महत्वाकांक्षाओं को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
उन्होंने युवाओं को सलाह दीः
“पहली सलाह मैं उन्हें ये देना चाहूंगा कि अपने सपनों पर भरोसा करना सीखें। अगर आप दुनिया के टॉप पर पहुंचना चाहते हैं तो खुद पर भरोसा करना होगा और अपने आपको ऐसे लोगों के साथ रखना होगा, जो आप पर विश्वास करते हों या जिनके आपके जैसे ही सपने हों। आपके आसपास जब ऐसे लोग होंगे तो उन सपनों की राह और भी आसान हो जाएगी।”