जोशुआ पैचीओ Vs. एलेक्स सिल्वा – जीत के 4 तरीके
जोशुआ “द पैशन” पैचीओ और एलेक्स “लिटल रॉक” सिल्वा के बीच ONE स्ट्रॉवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए होने वाला मैच अपने आप में बहुत बड़ा मुकाबला प्रतीत हो रहा है। 2 बेहतरीन फिनिशर्स के बीच की ये भिड़ंत जरूर दिलचस्प साबित होने वाली है।
इस शुक्रवार, 31 जनवरी को फिलीपींस की राजधानी मनीला में होने वाले ONE: FIRE AND FURY के मेन इवेंट में युवा चैंपियन पैचीओ की वुशु स्ट्राइकिंग स्किल्स का सामना ब्राजीलियन जिउ-जित्सु वर्ल्ड चैंपियन रह चुके सिल्वा से होगा।
हालांकि “द पैशन” हर तरह के मैचों में जीत दर्ज कर अपनी काबिलियत को दिखा चुके हैं और अधिकतर जीत उन्होंने सबमिशन से हासिल की हैं। वहीं “लिटल रॉक” ने 2017 में मॉय थाई स्किल्स का प्रयोग करते हुए वर्ल्ड टाइटल अपने नाम किया था।
दोनों की जीत को मिलकर देखा जाए तो 88 प्रतिशत जीत इन्होंने फिनिश से दर्ज की हैं, दोनों एथलीट जब चाहें तब मुकाबले को फिनिश कर सकते हैं। लेकिन एक-दूसरे के खिलाफ फिनिश करना इनमें से किसी के लिए भी आसान नहीं होगा। फिर भी हम आपको ऐसे 4 तरीकों से अवगत कराने वाले हैं जिनसे ये मैच समाप्त हो सकता है।
#1 “द पैशन” लो स्टांस की रणनीति अपनाएं
एक तरफ डिफेंडिंग वर्ल्ड चैंपियन ने अपनी सबमिशन स्किल्स को एक अलग ही लेवल पर पहुंचा दिया है। जब वो स्ट्राइकिंग में अपने प्रतिद्वंदी से कहीं अधिक बेहतर हैं तो संभावनाएं कम हैं कि वो सिल्वा के खिलाफ ग्रैपलिंग की रणनीति अपनाएंगे।
Team Lakay के स्टार ने पहले भी बहुत से ग्रैपलर्स का सामना किया है और उन्होंने अपने स्टांस को नीचा रखते हुए उनके खिलाफ अच्छा प्रदर्शन भी किया है। इस तरह से उनके हाथ उन्हें दमदार बॉक्सिंग अटैक से नहीं बचा पाएंगे लेकिन वो उन्हें टेकडाउन करने में जरूर मदद कर सकते हैं।
इस तरह के प्लान से पैचीओ खतरे से दूर रह सकते हैं और पलक झपकते ही बेहतरीन वापसी कर सकते हैं। पैचीओ अपने पैरों को ऐसी जगह रखें जिससे वो ताकतवर काउंटर-पंच और हैवी लो किक्स लगा सकें लेकिन यदि वो डिफेंसिव रणनीति अपनाते हैं तो ये प्लान काम नहीं आएगा।
#2 “लिटल रॉक” द्वारा फेंस का प्रयोग
पैचीओ काफी एथलेटिक हैं इसलिए उन्हें दूर रहकर तो टेकडाउन नहीं किया जा सकता लेकिन सिल्वा उन्हें बैकफुट पर धकेलने की रणनीति पर लाकर दबाव में ला सकते हैं। सिल्वा को अपने प्रतिद्वंदी को लगातार पंच लगाते हुए पीछे धकेलना काफी पसंद है और फिर मौका मिलते ही उन्हें फेंस की तरफ पुश कर देते हैं।
आमतौर पर उनका पहला मूव अपने हाथों को मिलाकर डबल-लेग टेकडाउन करने का होता है जिससे वो अपने प्रतिद्वंदी के हिप्स पर दबाव बनाकर उन्हें नीचे गिरा सकें। यदि सामने वाला एथलीट डिफेंड करता है तो वो सिंगल लेग टेकडाउन का रुख करते हैं और उन्हें फेंस की तरफ धकेल कर नीचे गिराते हैं। इस तरह से उन्हें जबरदस्त सबमिशन लगाने का मौका मिल सकता है।
उन्होंने स्टेफ़र रहार्डियन के खिलाफ मैच में इसी तरह के प्लान पर काम किया था और कुछ ही सेकेंड बाद इंडोनेशियाई प्रतिद्वंदी को फिनिश कर जीत हासिल की थी।
#3 पैचीओ की ताकत
अगर पैचीओ टेकडाउन का अच्छा डिफेंस करते हुए सिल्वा को दबाव में लाने में सफल रहे, तो वो सिल्वा को अपने पास आने के लिए मजबूर कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो उन्हें अपनी राइट लेग से दमदार स्ट्राइक्स लगाने का मौका मिल जाएगा।
बागियो से आने वाले पैचीओ ने योशिताका नाइटो के खिलाफ मुकाबले में ऐसा ही किया था। जैसे ही नाइटो ने आगे आने की कोशिश की उन्होंने अपने जापानी प्रतिद्वंदी पर जोरदार तरीके से नी लगाईं। योसूके सारूटा के खिलाफ रीमैच में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को ऐसे दर्शाया कि वो ओवरहैंड लगाने वाले हैं, इसके जवाब में जैसे ही सारूटा नीचे झुके तभी पैचीओ ने शानदार टाइमिंग के साथ किक लगाई।
अगर “लिटल रॉक” ने स्ट्राइक या टेकडाउन करते समय सावधानी नहीं बरती तो पैचीओ उसी समय अपने प्रतिद्वंदी को नॉकआउट करने की काबिलियत रखते हैं।
#4 सिल्वा का आर्म अटैक
ग्राउंड पर सिल्वा का आर्मबार उन्हें आमतौर पर जीत ही दिलाता है और पूरे ONE रोस्टर में ये सबसे ज्यादा प्रयोग में लाया जाने वाला मूव्स में से एक है। ग्लोबल स्टेज पर अपनी 8 जीतों में से उन्होंने 5 में अलग-अलग तरीके से आर्मलॉक लगाते हुए दर्ज की हैं।
उन्होंने बटरफ़्लाई गार्ड से हयाटो सुजुकी को अपने प्रोफेशनल करियर में पहली हार का स्वाद चखाया था। वो माउंट और बैक-माउंट पोजिशन से भी लिंब्स को निशाना बनाकर जीत दर्ज कर चुके हैं।
इस तरह के शुरुआती अटैक से पैचीओ के लिए डिफेंड कर पाना काफी मुश्किल होगा क्योंकि Evolve Team के मेंबर जब भी लॉक लगाते हैं तो अपने प्रतिद्वंदी के हाथ को दूर रखते हैं जिससे वो इससे निकल ना पाएं। असल में वो इस तरह के लॉक्स लगाने में अपने प्रतिद्वंदी से पहले ही 2 कदम आगे का सोच कर चलते हैं, कुछ ऐसा ही उन्होंने पेंग ज़ू वेन के खिलाफ किया था जिसने उन्हें टाइटल शॉट दिलाया।
“द पैशन” ने वैसे तो ग्राउंड गेम में भी खतरे से बाहर रहना सीख लिया है लेकिन उन्हें सिल्वा जैसे अनुभवी सबमिशन स्पेशलिस्ट के खिलाफ ग्राउंड गेम से दूरी बनाए रखनी होगी क्योंकि ब्राजीलियन स्टार एक बार सबमिशन की पोजिशन में आ गए तो किसी के लिए उससे बाहर निकलना बहुत मुश्किल है।
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मनीला | 31 जनवरी | ONE: FIRE & FURY | टिकेट्स: यहां क्लिक करें
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