केड रुओटोलो Vs. टॉमी लेंगाकर: ONE Fight Night 11 के वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में जीत के 4 तरीके
ONE Fight Night 11: Eersel vs. Menshikov में केड रुओटोलो vs. टॉमी लेंगाकर मैच में वो सब चीज़ें देखने को मिलेंगी, जो सबमिशन ग्रैपलिंग के खेल को खास बनाती है।
दोनों ब्राजीलियन जिउ-जित्सु सुपरस्टार्स को अपने तीव्र और एक्शन वाले स्टाइल के लिए जाना जाता है। वहीं शनिवार, 10 जून के मैच में रुओटोलो के ONE लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड टाइटल का दांव पर लगा होना इस मैच को बहुत दिलचस्प बना रहा होगा।
दोनों एथलीट्स ने बैंकॉक में स्थित लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में शानदार प्रदर्शन करने का वादा किया है।
इस धमाकेदार मुकाबले से पूर्व दोनों एथलीट्स के जीत के 4 तरीकों के बारे में जानिए।
#1 लेंगाकर का गार्ड
लेंगाकर के पास कई शानदार स्किल्स हैं, लेकिन उन्हें अपने शानदार गार्ड के लिए जाना जाता है।
नॉर्वे के स्टार की तकनीक, लचीलेपन और इस खेल के प्रति ज्ञान का मिश्रण दिखाता है कि वो बॉटम पोजिशन में रहकर भी अटैक और डिफेंस कर सकते हैं।
वो लगातार स्वीप लगाकर टॉप पोजिशन हासिल करने की कोशिश करते हुए दिखाई देते हैं। इसके अलावा उन्हें ट्रायंगल, आर्मबार और लेग लॉक्स के जरिए अपर और लोअर बॉडी अटैक करना पसंद है।
लेंगाकर टॉप पोजिशन में रहकर दबाव मुक्त रहना भी जानते हैं। उन्हें अपने विरोधी द्वारा की गई गार्ड पास करने की कोशिश को विफल करना आता है। वो पलटते हुए अपने गार्ड को मजबूत स्थिति में रखने में महारत रखते हैं।
Wulfling Academy के प्रतिनिधि के पास रुओटोलो को दबाव में लाने के कई तरीके हैं और खुद को मिले हर मौके का फायदा उठाना चाहेंगे।
#2 रुओटोलो का टॉप गेम
रुओटोलो कई स्किल्स के धनी हैं, लेकिन टॉप पोजिशन में आकर वो ज्यादा खतरनाक बन जाते हैं। वो टॉप कंट्रोल प्राप्त करने के बाद कभी शांत नहीं बैठते क्योंकि वो गार्ड को पास करने या विरोधी को दबाव में लाने के अन्य मौके तलाशते रहते हैं।
उन्होंने अपने जुड़वा भाई टाय के साथ मिलकर अनोखे लेग लॉक्स ढूंढ निकाले हैं और वो इस बार भी इसी मूवमेंट के जरिए मैच का रुख अपनी ओर ला सकते हैं।
केड का मानना है कि लेंगाकर लेग अटैक्स करने की कोशिश करेंगे, लेकिन उन्हें हील हुक्स लगाने और मजबूत गार्ड वाले एथलीट से भिड़ने में कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि ऐसा ही कुछ उन्होंने 2022 ADCC वर्ल्ड चैंपियनशिप में दिखाया था।
अगर मैच में लोअर बॉडी अटैक्स ज्यादा हुए तो केड अपने गेम पर ध्यान देते हुए सबमिशन मूव्स लगाने की कोशिश करेंगे।
वो ऐसा करने में नाकाम रहे तो उनसे अप्रत्याशित चीज़ों की उम्मीद करना गलत नहीं। रुओटोलो को फ्लाइंग डार्स चोक लगाना पसंद है, जिसकी मदद से वो गार्ड को पास करने और सबमिशन मूव्स लगाने की कोशिश करते हैं।
#3 लेंगाकर के बैक अटैक्स
लेंगाकर का लक्ष्य अपने विरोधी पर बैक कंट्रोल प्राप्त करना होगा, जहां वो बहुत खतरनाक साबित होते आए हैं। उन्हें गार्ड पोजिशन, टॉप कंट्रोल से निकल कर और रेसलिंग करते हुए भी बैक कंट्रोल हासिल करना पसंद है।
ये बात रेनाटो कनूटो को अगस्त 2022 में पता चली, जब उनका सामना लेंगाकर से हुआ था। नॉर्वे के स्टार ने तेजी से मूव करते हुए के-गार्ड से बैक को निशाना बनाया था। अब ONE फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन माइकी मुसुमेची ने लेंगाकर vs. रुओटोलो मैच में कुछ ऐसा ही होने की उम्मीद जताई है।
कनूटो पूरे मैच में अपने विरोधी के सबमिशन मूव से बाहर ही नहीं आ पाए, लेकिन उनकी प्रतिबद्धता देखने लायक रही। लेंगाकर ने अपने करियर में 31 बार अपने विरोधी को बैक कंट्रोल में रहकर फिनिश किया है।
वहीं रुओटोलो अपने करियर में केवल 2 बार फिनिश हुए हैं और ये दोनों बैक कंट्रोल की पोजिशन से आए हैं।
#4 रुओटोलो की रचनात्मकता
रुओटोलो भाइयों को बहुत तेजी से बच निकलने की काबिलियत के कारण पहचान मिली है।
हालांकि लेंगाकर कहते हैं कि ये बात उन्हें फायदा पहुंचा सकती है, लेकिन रुओटोलो को इस क्षेत्र में मात देना बहुत मुश्किल है, खासतौर पर जब एक से दूसरी पोजिशन में जाने की बात हो रही हो।
20 वर्षीय स्टार के पास जबरदस्त स्पीड है, जो 3 साल की उम्र से BJJ का अभ्यास कर रहे हैं। वो अपने प्रतिद्वंदियों के उन कमजोर पक्षों को देख पाते हैं, जिन्हें अक्सर दूसरे नजरअंदाज कर देते हैं। उन्होंने ONE में आने के बाद अपनी अनोखी स्किल्स से सबको प्रभावित किया है। वो सर्कल वॉल से सटे रहते हुए अटैक करते हैं और हमेशा अपने विरोधी से एक कदम आगे की सोच रखते हैं।
ये मैच रिंग में हो रहा होगा, जहां रुओटोलो ऐसी कोई चीज़ दिखाना चाहेंगे जिसके लिए लेंगाकर ने खुद को तैयार नहीं किया होगा।