ली Vs. ओक: लाइटवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में जीत के 4 तरीके
क्रिश्चियन “द वॉरियर” ली अभी तक अपने सभी चैलेंजर्स को मात देते आए हैं और ONE: REVOLUTION में उनके सामने ओक रे यूं नई चुनौती बनकर खड़े होंगे।
शुक्रवार, 24 सितंबर को “द वॉरियर” अपने ONE लाइटवेट वर्ल्ड टाइटल को #3 रैंक के कंटेंडर ओक के खिलाफ डिफेंड करने की कोशिश करेंगे।
ओक का स्किल सेट ली के पुराने प्रतिद्वंदियों से काफी अलग है, लेकिन सिंगापुर-अमेरिकी एथलीट भी स्थिति के हिसाब से खुद को ढालने में माहिर हैं। ओक के अलावा वो अभी तक टॉप-5 में शामिल सभी कंटेंडर्स को हरा चुके हैं। इसलिए ये मैच तय करेगा कि ली इतिहास रचेंगे या डिविजन को एक नया चैंपियन मिलेगा।
लाइव एक्शन के शुरू होने से पहले यहां जानिए ली vs ओक मैच किन 4 तरीकों से समाप्त हो सकता है।
#1 ओक का शानदार टेकडाउन डिफेंस
ओक रे यूं स्टैंड-अप गेम में बने रहे तो उनकी ली पर जीत की उम्मीद बढ़ जाएगी। उनका जबरदस्त टेकडाउन डिफेंस इस फाइट में बहुत बड़ा अंतर पैदा कर सकता है।
दक्षिण कोरियाई स्टार पहले भी अपने टेकडाउन डिफेंस से सभी को प्रभावित कर चुके हैं। उन्होंने अपने ONE डेब्यू में मरात “कोबरा” गफूरोव को मात दी थी और उसके बाद एडी “द अंडरग्राउंड किंग” अल्वारेज़ के टेकडाउन के प्रयासों को विफल करते हुए बड़ी जीत प्राप्त की थी।
ओक अपने लंबे हाथ और पैरों का इस्तेमाल करते हुए ओवरहुक्स लगाते हैं और सर्कल वॉल से सटे रहने के दौरान भी स्टैंड-अप गेम में बने रहते हैं।
शॉट्स का मिस होना किसी भी एथलीट पर बहुत भारी पड़ सकता है। वहीं किसी को क्लिंच करते हुए टेकडाउन करने की कोशिश करना और अंत में सफलता ना मिला किसी ग्रैपलर को बहुत थका सकता है। इसलिए 30 वर्षीय दक्षिण कोरियाई एथलीट किसी भी हालत में स्टैंड-अप गेम में बने रहने की कोशिश करेंगे।
ओक इसी रणनीति से “द वॉरियर” को थका सकते हैं, जिससे बाद में उन्हें अटैक करने में आसानी होगी। आज तक ली के करियर का केवल एक मैच पांचवें राउंड तक चला है, जिसमें उन्हें हार मिली थी, लेकिन उनके अगले चैलेंजर ऐसे 3 में से 2 मैचों को जीत चुके हैं। इसलिए अगर वो डिफेंडिंग चैंपियन को थका पाए तो उनके लिए टाइटल हासिल करना आसान हो जाएगा।
#2 ली राइट हैंड के बाद टेकडाउन करते हैं
एक तरफ ओक का शानदार टेकडाउन डिफेंस होगा, दूसरी ओर ली भी कोई औसत दर्जे के रेसलर नहीं हैं। उनका शानदार मूवमेंट करते हुए स्ट्राइक्स लगाना दर्शाता है कि वो कितने बेहतरीन मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट हैं।
“द वॉरियर” फ्रंट-फुट और बैकफुट पर रहकर भी अटैक कर सकते हैं और बहुत कम मौकों पर उन्हें अटैक के बदले अटैक की रणनीति अपनाते देखा जाता है। वहीं राइट हैंड के बाद उन्हें टेकडाउन करना भी काफी पसंद है।
उनके स्ट्रेट पंच की रीच काफी ज्यादा है, जिससे वो दूर रहकर भी अपने विरोधी को चौंका सकते हैं।
उन्हें कई बार फेक जैब्स और साइड किक्स की कोशिश के बाद दमदार राइट हैंड को लैंड करवाते देखा गया है। इस बीच उनके विरोधी पंच से बचने के लिए अपने हाथों को ऊपर कर लेते हैं, जिससे वो टेकडाउन से खुद को डिफेंड करने की पोजिशन में नहीं होते।
इस पंच के बाद “द वॉरियर” डबल-लेग टेकडाउन या बॉडी लॉक लगाने का प्रयास करते हैं और उनकी ये रणनीति अभी तक अधिकांश मौकों पर कारगर रही है।
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#3 ओक के लॉन्ग शॉट्स
ओक दूर रहकर शॉट्स लगाने में विश्वास रखते हैं और सब्र से काम लेकर उन्हें लैंड करवाने की कोशिश करते हैं।
ली अभी तक आक्रामक स्टाइल वाले फाइटर्स के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करते आए हैं, लेकिन अभी तक उनका सामना ओक जैसे एथलीट से नहीं हुआ है।
ओक प्रभावशाली जैब की मदद से अपने विरोधी से खुद को दूर रखते हैं और जब भी सामने वाला एथलीट आक्रामक अंदाज में अटैक करने की कोशिश करता है तभी उन्हें जबरदस्त काउंटर स्ट्राइक्स लगाना भी पसंद है। ली भी आक्रामक तरीके से अटैक करते हैं।
दक्षिण कोरियाई एथलीट शुरुआत में United MMA और Evolve MMA टीम के स्टार दमदार राइट हैंड और लो किक्स की मदद से ली को दूर रखने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसा कर वो “द वॉरियर” को आगे आकर अटैक करने पर मजबूर कर सकते हैं और जैसे ही ली आगे आकर किसी स्ट्राइक को लैंड करवाने की कोशिश करें, ठीक उसी समय ओक दमदार राइट हैंड या नी-स्ट्राइक लगा सकते हैं।
कुछ ऐसा ही ली और मार्टिन “द सीटू-एशियन” गुयेन के मैच में हुआ था। उस मैच में “द वॉरियर” को जल्दबाजी करने की भारी कीमत चुकानी पड़ी थी, लेकिन ओक का सब्र उन्हें इस मैच में बढ़त बनाने के कई मौके दिला सकता है।
#4 ली का शानदार ग्राउंड-एंड-पाउंड अटैक
“द वॉरियर” सब तरह से अटैक कर सकते हैं, लेकिन उनका ग्राउंड-एंड-पाउंड गेम सबसे ज्यादा खतरनाक है। एक बार उन्होंने स्ट्राइक्स लगानी शुरू कर दीं, तो उन्हें रोक पाना बहुत मुश्किल हो जाता है।
अगर ली अपने विरोधी को मैट पर गिरा पाए तो दक्षिण कोरियाई एथलीट को अटैक करने का मौका मिलना तो दूर की बात उन्हें सांस लेने तक का मौका नहीं मिलेगा। निरंतर पंच लगाते हुए उन्हें फाइट को फिनिश करने में भी महारत हासिल है।
सिंगापुर-अमेरिकी एथलीट ग्राउंड गेम में आकर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे। उनके विरोधी एक बार मैट पर आ जाते हैं तो उनके लिए वापस अपने पैरों पर आना लगभग नामुमकिन हो जाता है और कई बार बच निकलने की फिराक में वो अपनी बैक ली की तरफ कर बैठते हैं।
माउंट पोजिशन, बैक कंट्रोल या फिरसाइड कंट्रोल हासिल कर ली मैच को फिनिश करने के मौके तलाशने शुरू कर देते हैं, फिर चाहे वो स्ट्राइक्स से आए या सबमिशन से।
मगर ये सब तभी हो पाएगा जब वो ओक को ग्राउंड गेम में ला पाएंगे और ऐसा करना उनके लिए बहुत बड़ी चुनौती होगी।
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