सिंसामट ने पिता बनने के बाद मिली खुशी और संघर्ष के बारे में बात की – ‘जीवन में बहुत बदलाव आया’
सिंसामट “एक्वामैन” क्लिनमी पिता बनने के बाद पहली बार रिंग में कदम रखेंगे।
4 मई को होने वाले ONE Fight Night 22: Sundell vs. Diachkova में थाई नॉकआउट आर्टिस्ट का सामना लाइटवेट मॉय थाई मैच में दिमित्री मेन्शिकोव से होगा।
बैंकॉक में होने वाले इस मैच को अपने नाम कर सिंसामट लगातार तीसरी जीत हासिल कर ONE लाइटवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल मैच फिर से पाने का प्रयास करेंगे।
यहां मिली जीत उनके बढ़े हुए परिवार के लिए बहुत ही खास पल होगा। फरवरी में “एक्वामैन” की पत्नी ने बेटी, संडे क्लिनमी, को जन्म दिया।
सिंसामट ने पिता बनने के अनुभव के बारे में onefc.com को बताया:
“मुझे पहली बार पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मुझे खुशी है कि मेरी बच्ची स्वस्थ है। उनका इस दुनिया में आने के लिए बहुत शुक्रगुजार हूं।
“कभी-कभी उनके पालन-पोषण में थोड़ी मुश्किल होती है। अभी मुझे बेटी ने व्यवहार को समझना और उस हिसाब से ढलना होगा।”
बच्चे का पालन-पोषण करना कोई आसान काम नहीं है। सिंसामट जैसे एक प्रोफेशनल एथलीट के लिए ये चीज और भी कठिन हो जाती है।
उन्होंने बताया:
“बच्चे के जन्म के बाद लगता है कि समय बहुत जल्दी बीत रहा है। बच्चे की देखभाल करना पर लगता है कि समय पलक झपकते ही चला जाता है।
“मुझे ट्रेनिंग भी करनी होती है। इससे आराम करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। पिता बनने के बाद से जीवन में बहुत बदलाव आया है।”
बेटी के जन्म के बाद 28 वर्षीय स्टार की प्राथमिकताएं बदल गई हैं।
वो ग्लोबल स्टेज पर हाइलाइट-रील फिनिश हासिल करने के लिए ट्रेनिंग जमकर कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय लोकप्रियता और नाम का इस्तेमाल खुद की संतुष्टि के लिए करने के बजाय उनका ध्यान अपने परिवार की कामयाबी है।
उन्होंने कहा:
“मैं जो कुछ भी करता हूं, वो मेरे परिवार के लिए है। मैं परफेक्ट बनने का प्रयास करता हूं। लेकिन अंत में जीवन अनिश्चितता से भरा होता है। यहां उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।
“मैं नहीं कह सकता कि भविष्य कैसा होगा। चाहे जो कुछ भी हो, अपने परिवार को सबसे अच्छी चीजें देना चाहता हूं।”
कैसे सिंसामट की पत्नी उनके सपने को साकार करने में साथ देती हैं
4 मई को सिंसामट क्लिनमी का सामना दिमित्री मेन्शिकोव के रूप में एक खतरनाक प्रतिद्वंदी से होगा।
दोनों ही स्ट्राइकर्स पूर्व ONE लाइटवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर रहे हैं। मेन्शिकोव ने पहले राउंड में लगातार दो नॉकआउट हासिल कर खुद को डिविजन के सबसे खतरनाक पंच लगाने वाले एथलीट के रूप में स्थापित कर लिया है।
“एक्वामैन” ने कहा:
“अभी मेरा परिवार ही मेरी पहली प्राथमिकता है। फाइटिंग और अपने सपनों को साकार करना बाद में आ सकता है। मैं सबसे पहले परिवार की देखभाल करना चाहता हूं।”
मेन्शिकोव के खिलाफ जीत सिंसामट और उनके परिवार के लिए बहुत खास होगी क्योंकि इसकी वजह से उन्हें ONE लाइटवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन अलेक्सिस “बारबोज़ा” निकोलस के खिलाफ खिताबी मैच मिल सकता है।
मैच की अहमियत की वजह से सिंसामट कहते हैं कि उनकी पत्नी बच्ची का ज्यादा ध्यान रख रही हैं ताकि वो अच्छी तरह से ट्रेनिंग कर सकें।
थाई सुपरस्टार ने कहा:
“हम जितना संभव हो सकता है, समय बांटने का प्रयास कर रहे हैं। जब मैं ट्रेनिंग कैम्प में होता हूं तो बेटी का ध्यान पत्नी रखती हैं।
“मेरी पत्नी अच्छी तरह से समझती हैं। वो मुझे फाइटिंग करने और अपने सपने को पूरा करने के लिए कहती हैं और मेरी फाइट देखने के लिए हमेशा आती हैं। वो बेटी का ध्यान रखती हैं ताकि मैं अच्छी तरह से ट्रेनिंग और आराम कर पाऊं।”