लिटो आदिवांग द्वारा Team Lakay का बड़ा स्टार बनने तक का शानदार सफर
साल 2019 में अपने ONE Championship डेब्यू के बाद लिटो “थंडर किड” आदिवांग Team Lakay की नई पीढ़ी का चेहरा बनकर उभरे हैं।
मौजूदा ONE स्ट्रॉवेट वर्ल्ड चैंपियन जोशुआ “द पैशन” पैचीओ और #2 रैंक के फ्लाइवेट कंटेंडर डैनी “द किंग” किंगड और आदिवांग ने मिलकर बागियो शहर में स्थित जिम को आगे बढ़ाया है और ये सभी एडुअर्ड “लैंडस्लाइड” फोलायंग, केविन “द सायलेन्सर” बेलिंगोन जैसे बड़े स्टार्स के नक्शेकदम पर चल रहे हैं।
लेकिन “थंडर किड” के लिए बड़ा मार्शल आर्टिस्ट बनने तक का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं रहा। Team Lakay में आने से पहले वो 4 अलग-अलग जिमों में संघर्ष करते दिखाई पड़ रहे थे।
कठिन शुरुआत
अपने टीम मेंबर्स से उलट आदिवांग को Team Lakay में कॉलेज के दौरान स्कॉलरशिप से जगह नहीं मिली थी।
“थंडर किड” बचपन में वुशु सीखना चाहते थे, लेकिन उनके पास उस समय साधनों की भारी कमी थी।
आदिवांग ने कहा, “स्कूल के दिनों से ही मैं कॉम्बैट स्पोर्ट्स जॉइन करना चाहता था। मैं बागियो में Team Lakay को जॉइन कर वुशु की ट्रेनिंग करना चाहता था। लेकिन हर एक जिम की अलग फीस होती है, उस समय पैसों की कमी के कारण मैं ऐसा नहीं कर पाया।”
मार्शल आर्ट्स में अपने करियर की शुरुआत के लिए आदिवांग ने बॉक्सिंग में हाथ आजमाए, जो फिलीपींस में काफी लोकप्रिय हुआ करता था। ये एक ऐसा सफर था जो अप्रत्याशित तरीके से शुरू हुआ था।
आदिवांग ने बताया, “सबसे पहले मैंने बॉक्सिंग सीखनी शुरू की। मेरे सफर की शुरुआत ABAP में ट्रेनिंग से हुई। वहां एक कोच धर्म के बारे में ज्ञान दे रहे थे और यहां से मेरे शानदार सफर की शुरुआत हुई।”
“हमारी बात शुरू हुई, जब उन्होंने मुझे अपने जिम से जोड़ा तब उन्होंने खुद को कोच की संज्ञा दी।”
चाहे आदिवांग ने बॉक्सिंग से शुरुआत की हो, लेकिन अभी भी वो अपने पुराने सपने को भूले नहीं थे। ABAP में बॉक्सिंग स्किल्स को अच्छी करने के साथ उनका नेचुरल टैलेंट भी उभरकर सामने आ रहा था। आखिरकार एशियाई खेलों में उन्हें वुशु के खेल में देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला।
28 वर्षीय स्टार ने कहा, “2009 में मेरी वुशु की ट्रेनिंग शुरू हुई और आगे चलकर मुझे नेशनल टीम में भी जगह मिली।”
वो जानते थे कि एशियाई खेल तो बस शुरुआत है और कुछ समय बाद ही उन्होंने बागियो में स्थित एक अन्य जिम के लिए प्रोफेशनल मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में परफॉर्म करना शुरू किया।
उन्होंने कहा, “एशियाई खेलों में फिलीपींस का प्रतिनिधित्व करने के बाद बागियो वापस गया, जहां मुझे Tribal Submission जिम ने मुझे ऑफर दिया।”
“वहां मैंने एथलीट और कोच की भी भूमिका निभाई और उसी दौरान 2012 में मैंने URCC में अपना मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स डेब्यू किया।”
मैचों में परफॉर्म करने की भूख
प्रोफेशनल करियर की शुरुआत के तुरंत बाद आदिवांग को उन कठिनाइयों का अहसास होने लगा, जिनसे फिलीपींस के अधिकतर स्टार्स का सामना हुआ है। मैच कम मिल रहे थे, वो भी बहुत दिनों के अंतर पर, जिससे उन्हें पैसों की कमी महसूस होने लगी।
इस संघर्षपूर्ण दौर से निकलने के लिए “थंडर किड” मलेशिया आकर MuayFit में कोचिंग देने लगे, जहां वो पहले के मुकाबले ज्यादा पैसा कमा रहे थे।
उन्होंने कहा, “लंबे समय बाद मुझे विदेश में काम करने का अवसर मिला। किसी ने मेरा नाम MuayFit में दिया था और मैंने उस मौके को खाली नहीं जाने दिया।”
फिलीपीनो स्टार ने नए देश में भी परफॉर्म करने के रास्ते तलाशने शुरू किए, लेकिन उनकी ये इच्छा पूरी नहीं हो पाई। एक तरफ उन्हें MuayFit में नौकरी मिलने की खुशी थी, लेकिन इसके लिए उन्हें अपने प्रोफेशनल करियर का त्याग करना पड़ रहा था।
उन्होंने कहा, “हमारे बीच डील ये हुई थी कि मैं ट्रेनिंग दूंगा और खुद भी मैचों के लिए ट्रेनिंग करूंगा। दुर्भाग्यवश, मैं कोचिंग से बाहर ही नहीं निकल पाया।”
उन्हें मैच चाहिए थे, हर बार जब भी वो ट्रेनिंग देते, उन्हें अंदर ही अंदर निराशा होने लगती थी। आदिवांग जानते थे कि वो अभी भी रिंग में परफॉर्म कर सकते हैं।
आदिवांग ने कहा, “3 साल ट्रेनिंग देने के बाद मैंने दोबारा एथलेटिक करियर में वापसी के बारे में सोचा। मैं खुद से कहा कि मैं अपने समय को बर्बाद कर रहा हूं।”
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एथलेटिक करियर की नई शुरुआत
आदिवांग जानते थे कि ये बदलाव का समय है और एक भरोसेमंद साथी मिलने से उनके लिए चुनाव करना भी आसान हो गया।
उस स्टूडेंट का नाम योह फोंग था, जो जानता था कि आदिवांग अपनी स्किल्स और प्रतिभा के दम पर नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं।
फोंग ने आदिवांग को अपने सपनों की ओर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, यहां तक कि उन्होंने “थंडर किड” को थाईलैंड आकर प्रोफेशनल करियर पर फोकस करने की सलाह भी दी।
आदिवांग ने बताया, “जिम में आकर उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं थाईलैंड आकर अपनी किस्मत आजमाना चाहूंगा।”
“यहां से मुझे एक नई राह नजर आने लगी थी। ‘क्या मैं ट्रेनर होकर खुश हूं या फिर मुझे एक एथलीट के तौर पर ट्रेनिंग करनी चाहिए?'”
आदिवांग ने एथलेटिक करियर का चुनाव किया और थाईलैंड आकर AKA Thailand से जुड़े। एक बार फिर ट्रेनिंग शुरू की और विनिंग स्ट्रीक भी बनाई।
उन्होंने कहा, “उन्होंने मुझे मेरे हिसाब से जिम का चुनाव करने के लिए कहा इसलिए हमने थाईलैंड का भ्रमण करने के बाद ये फैसला लिया था।”
“अंत में मैंने AKA Thailand को जॉइन किया। वहां मेरे साइज़ के बहुत लोग मौजूद थे, जिससे मुझे लगा कि यहां मेरे लिए ट्रेनिंग करना सही होगा।”
Team Lakay से ऑफर को स्वीकार काना आसान नहीं था
मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में सफल वापसी के बाद आदिवांग ने वापस फिलीपींस आकर ट्रेनिंग शुरू की। यहां उनकी पुरानी टीम उनका इंतज़ार कर रही थी, जिसे अब Tribal Torogi के नाम से जाना जाने लगा और जिम के साथ मिलकर उन्होंने बड़े प्लान तैयार किए।
लेकिन आदिवांग अभी भी असमंजस में थे। मलेशिया छोड़ने से पहले उनका सामना Team Lakay के हेड कोच मार्क सांगियाओ से हुआ, जो एक मैच के दौरान एडवर्ड “द फेरोसियस” केली के कॉर्नर पर मौजूद थे।
सांगियाओ ने आदिवांग को Team Lakay को जॉइन करने का ऑफर भेजा, एक ऐसी टीम जिसे “थंडर किड” हमेशा से जॉइन करना चाहते थे। ये एक ऐसा ऑफर था, जिसे चाहकर भी आदिवांग स्वीकार करने की स्थिति में नहीं थे।
आदिवांग ने बताया, “मैंने Tribal में अपने कोच से बात की। वापस लौटने के बाद जिम का भार उन्होंने मेरे कंधों पर डाल दिया था।”
“सच्चाई यही है कि Tribal के लोग मुझसे नाराज होंगे और मैं इस बात को अच्छे से समझता हूं, उन्होंने मेरे लिए कई बड़े प्लान तैयार किए थे। लेकिन मुझे एक बेहतर एथलीट बनने का अवसर मिल रहा था इसलिए मैंने दूसरों की मदद करने से पहले खुद की मदद करना ठीक समझा। उम्मीद है कि उन्हें मेरी बात समझ आई होगी।”
एक सही फैसला
ये फैसला आदिवांग के लिए सही साबित हुआ। ONE Warrior Series में उन्हें अच्छी पहचान मिली और प्रोमोशन के सबसे दिलचस्प एथलीट्स में से एक बनकर उभरे।
OWS में उन्होंने लगातार 3 जीत दर्ज कीं, जिससे उन्हें ONE Championship के मेन रोस्टर से कॉन्ट्रैक्ट मिला, जहां उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखा।
अब ग्लोबल स्टेज पर आदिवांग का रिकॉर्ड 3-1 का है और अपनी सभी जीत उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को फिनिश कर हासिल की हैं।
अब 15 अप्रैल को यूएस प्राइम टाइम पर “ONE on TNT II” में वो अमेरिकी ऑडियंस के सामने खुद को साबित करने को बेताब हैं, जहां उनका सामना अपना डेब्यू कर रहे “द मंकी गॉड” जैरेड ब्रूक्स से होगा।
आदिवांग ने कहा, “मुझे अपने फैसले पर बहुत खुशी हुई। 2-3 साल बाद मैं इस मुकाम पर पहुंच चुका हूं।”
“अपने फैसले के बारे में कहूं और अगर परिणामों के हिसाब से देखा जाए तो मेरा फैसला गलत नहीं रहा। मैं Team Lakay को जॉइन कर बहुत खुश हूं और मार्क जैसा कोच मिलने से मैं खुद पर गर्व महसूस करता हूं।”
आदिवांग का ये सफर आसान तो बिल्कुल नहीं रहा है। इस दौरान उन्हें कई त्याग भी करने पड़े और कई चीजों को पीछे भी छोड़ना पड़ा है। ये एक ऐसा सफर रहा, जिसे शायद कुछ ही लोग सफलता में तब्दील कर पाते।
“थंडर किड” ये भी जानते हैं कि जीवन में मिले अलग-अलग तरह के अनुभव के बिना वो यहां नहीं पहुंच सकते थे।
उन्होंने कहा, “मुझे यह जानकर खुशी है कि वाकई में इस दुनिया में हर चीज के होने के पीछे कुछ कारण छुपा होता है। मुझे खुशी है कि मैंने कोई जल्दबाज़ी नहीं की, बहुत अनुभव प्राप्त किया है और अलग-अलग चीजें भी सीखी हैं।”
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