मॉय थाई ने सुपरलैक और उनके परिवार की जिंदगी बदलकर रख दी
साल 2019 में ONE Championship जॉइन करने के बाद से ही “द किकिंग मशीन” सुपरलैक कियातमू9 ने ONE वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना देखा है।
इस शुक्रवार, 11 सितंबर को उनका सामना थाईलैंड के बैंकॉक से प्री-रिकॉर्डेड शो ONE: A NEW BREED II में ट्यूनीशिया के फाहदी “द ग्लैडिएटर” खालेद से होगा। ये शो भारतीय समयानुसार शाम 6 बजे आएगा।
ONE Super Series किकबॉक्सिंग फ्लाइवेट मुकाबले से पहले 24 वर्षीय बुरीराम निवासी एथलीट ने अपनी मॉय थाई जड़ों के बारे में बात की और बताया कि कैसे इसकी वजह से उनके परिवार की किस्मत बदल गई।
उन्होंने कहा, “मैं 7-8 साल की उम्र से ही ट्रेनिंग कर रहा हूं। मेरा परिवार एक मॉय थाई परिवार है। मेरे भाई, मेरे सगे-संबंधी सब बॉक्सर्स रहे हैं।”
एक रिश्तेदार पानोमरंगलैक कियातमू9 ने सुपरलैक के स्वर्गीय दादाजी को इस बारे में कहा था कि उन्हें “द किकिंग मशीन” को बुरीराम के Pride Of Moo 9 जिम में भर्ती कराना चाहिए।
सुपरलैक ने इस बारे में बताया, “मेरे दादाजी मुझे उनकी तरह ट्रेनिंग करते देखना चाहते थे। मैंने पानोमरंगलैक की वजह से मॉय थाई के बारे में जाना। जब मैंने अपने रिश्तेदारों को ट्रेनिंग करते देखा तो बहुत खुशी हुई। मैं उनके जैसा बनना चाहता था।”
जिम में अपने रिश्तेदारों की तरह ट्रेनिंग करने के अलावा सुपरलैक बाहर मुकाबले भी करने लगे थे। उन्होंने एक मेले के दौरान मॉय थाई डेब्यू किया और यहां से उनकी ज्यादा से ज्यादा मुकाबला करने की इच्छा जागृत हुई।
उन्होंने कहा, “मेरे घर के पास एक बॉक्सिंग इवेंट हो रहा था। मेरे भाई मुझे वहां ले गए और फाइट करने का मौका मिला। मुझे इसमें बड़ा मजा आया। मैं उसके बाद वहां चार-पांच मैचों के लिए और गया।”
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कई जीत हासिल करने के बाद सुपरलैक को अहसास हुआ कि ये खेल उनके परिवार की आर्थिक स्थिति को बदल सकता है। उन्होंने अपना जीवन “द आर्ट ऑफ 8 लिंब्स” में लगा दिया और अपने परिवार की जरूरतों को पूरा कर पा रहे थे।
उन्होंने कहा, “मैंने जब गंभीर होकर ट्रेनिंग शुरु की तो लगा मैं स्कूल जा सकता हूं, खुद व अपने परिवार का ख्याल रख सकता हूं। क्योंकि जब आपको पैसा मिलता है तो आप काफी काम कर सकते हैं।”
थोड़े ही समय में बुरीराम निवासी इस खेल में अपना दबदबा बनाने लगे थे।
वो 2012 स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ थाईलैंड फाइटर ऑफ द ईयर, दो बार के Lumpinee Stadium वर्ल्ड चैंपियन, तीन बार के PAT थाईलैंड चैंपियन, WBC मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन और 2018 Muay Thai Nai Khanom Tom चैंपियन बने।
इस दौरान उन्होंने 125-28-2 का शानदार प्रोफेशनल रिकॉर्ड कायम कर लिया था।
इन उपलब्धियों की वजह से सुपरलैक कुछ ऐसा करने में कामयाब रहे, जिनके बारे में उन्होंने शायद सपने में भी नहीं सोचा था और वो इसके लिए शुक्रगुजार हैं।
उन्होंने कहा, “मैं मॉय थाई का शुक्रिया करता हूं। आज मेरे पास जो कुछ भी है, वो सब मॉय थाई की देन है। मॉय थाई की वजह से स्कूल से लेकर कॉलेज तक की फीस भर पाया। सब कुछ मॉय थाई की वजह से मिला।”
“इसने मेरे परिवार को बनाने में मदद की। मुझे मॉय थाई के कारण अपने परिवार के बारे में जानने को मिला। मेरा परिवार इसकी वजह से ही आगे बढ़ पाया है।”
आज सुपरलैक खुद का काफी बड़ा नाम बना चुके हैं। वो दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में किकबॉक्सिंग और मॉय थाई में #2-रैंक के कंटेंडर बन चुके हैं।
उन्होंने ONE रिंग के अंदर लाओ चेट्रा, रूई बोटेल्हो को मात दी है। इस साल उन्होंने जुलाई में हुए ONE: NO SURRENDER में “द एंजेल वॉरियर” पानपयाक जित्मुआंगनोन को सर्वसम्म निर्णय से हराया।
सुपरलैक का अभी एक सपना बाकी है, जिसको पूरा करने के लिए उन्हें पहले खालेद को हराना होगा, जो कि इस डिविजन पर अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं।
बुरीराम निवासी ने कहा, “मेरा सपना ONE वर्ल्ड चैंपियन बनना है। मैं चैंपियनशिप के लिए मुकाबला करना चाहता हूं।”
“ONE वर्ल्ड चैंपियनशिप को अपने कंधों पर रखना बहुत बड़ी बात है, ये एक वर्ल्ड-क्लास स्टेज है और हर फाइटर का यही सपना है।”
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