ज़ेबा बानो ने लोगों का सम्मान हासिल किया – ‘कभी नहीं सोचा था कि मेरे जीवन में ऐसा लम्हा आएगा’
ज़ेबा बानो सर्कल में अपनी वापसी को लेकर बेताब हैं और एक बार फिर ग्लोबल स्टेज पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना चाहती हैं।
शुक्रवार, 22 जुलाई को ONE 159: De Ridder vs. Bigdash में उभरती हुई भारतीय स्टार का सामना एटमवेट मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स बाउट में अमेरिकी एथलीट लेया बिविंस से होगा।
इस साल मई में हुए ONE 157 में अपने डेब्यू में मिली मुश्किल चुनौती के बाद बानो का कहना है कि ONE Championship सर्कल में परफॉर्म करना उनके लिए एक बेहद खास लम्हा रहा।
उन्होंने भारत की टॉप फीमेल MMA एथलीट्स में से एक बनने के लिए बहुत कठिन सफर तय किया है और उन्हें खुशी है कि वो अपने देशवासियों को खुशी का मौका दे पाईं।
“फाइटिंग क्वीन” ने कहा:
“मेरा परिवार और करीबी लोग मुझपर गर्व महसूस कर रहे हैं। हमारे जो रिश्तेदार मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स को पसंद नहीं करते थे, वो भी अब खुश हैं क्योंकि उनके परिवार में से कोई इतने ऊंचे लेवल पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहा है। वो लोग मेरी खूब तारीफ करते हैं।
“वो लोग भी अपने बच्चों को खेलों से जुड़ने के बारे में सोच रहे हैं। मुझसे काफी लोगों ने कहा है कि वो भी मार्शल आर्ट्स सीखना चाहते हैं।”
फिलहाल ये समय बानो के लिए काफी संतुष्ट करने वाला है।
कई सालों तक लोग संदेह करते थे कि वो प्रोफेशनल कॉम्बैट खेलों में आगे नहीं बढ़ पाएंगी और लोग उनके कपड़ों पर सवाल खड़े करने लगे थे।
मगर उनके थाई एथलीट नट “वंडरगर्ल” जारूनसाक के खिलाफ डेब्यू के बाद ये धारणाएं बदली हुई नजर आने लगी हैं।
बानो ने कहा:
“मेरे लिए चीज़ें काफी बदलती जा रही हैं। लोगों को मेरी शॉर्ट्स और सैंडो जैसे कपड़ों से दिक्कत थी, लेकिन अब वही लोग कहते हैं कि खेलों को खेलों के नजरिए से देखा जाना चाहिए, कपड़ों के नजरिए से नहीं।”
ONE डेब्यू के बाद लोगों ने ज़ेबा का शानदार स्वागत किया
MMA अभी भी भारत में एक उभरता हुआ खेल है, लेकिन ग्लोबल स्टेज पर पहुंचने वाली फीमेल सुपरस्टार्स को फैंस से काफी प्यार मिलता आया है। इनमें ऋतु फोगाट, आशा रोका और ज़ेबा बानो शामिल हैं।
हालांकि बानो अपने ONE डेब्यू में उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाईं, इसके बावजूद भारत लौटने के बाद उनका धूमधाम से स्वागत किया गया।
उन्होंने बताया:
“जब मेरे पिता ने मुझसे कहा कि मेरे स्वागत के लिए काफी संख्या में लोग आए हैं तो पहली बार मुझे उनकी बात पर विश्वास नहीं हुआ। वहां बहुत खास लोग भी मौजूद थे, जैसे एमएलए और डीएसपी।
“मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे जीवन में ऐसा भी एक लम्हा आएगा। मैंने दूसरों का ऐसा स्वागत होते देखा था और हमेशा सोचती थी कि क्या कभी मुझे ऐसा पल मिल पाएगा।”
इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात ये रही कि ये सेलिब्रेशन करीब एक हफ्ते तक चला।
उन्होंने आगे कहा:
“उन्होंने ऊपर से खुली एक गाड़ी में मुझे बैठाकर अमेठी (लखनऊ में उनका गृहनगर) में घुमाया। ये सब 4 से 5 दिनों तक चला और मुझे देखने काफी लोग आए थे। खासतौर पर जिले की एक मुस्लिम लड़की को इतने ऊंचे मुकाम पर पहुंचते देखने को लेकर लोग बहुत खुश थे। ये सबके लिए बहुत बड़ी बात रही और लोगों को प्रेरित भी करती है।”