गुयेन थान्ह तुंग वियतनाम में घरेलू दर्शकों को नॉकआउट के जरिए करना चाहते हैं रोमांचित
गुयेन थान्ह तुंग के लिए ONE: इम्मोर्टल ट्राइंफ पर प्रतिस्पर्धा करना किसी सपने के सच होने से कम नहीं है। इस शुक्रवार, 6 सितंबर, हो ची मिन्ह सिटी का योद्घा अपने देश में संगठन के पहले आयोजन में अपने गृहनगर में ONE Championship की शुरुआत करेंगे।
दक्षिण एशियाई वुशु चैंपियन शाहज़ेब “राजा” के रूप में किकबॉक्सिंग मुक्केबाज़ी में एक कड़ी चुनौती उनका इंतजार कर रही है, लेकिन थान्ह तुंग को विश्वास है कि वह अपने प्रशंसकों को रोमांचित करने के लिए इसे बेहतरीन फाइट बना सकते हैं। जिससे दर्शकों को उन पर गर्व करने का मौका मिल सकता है।
22 वर्षीय योद्घा ONE के लिए नया हो सकता है, लेकिन उन्होंने अपने बचपन से ही मार्शल आर्ट में प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था। उन्होंने स्कूल के दिनों में वोविनम नामक एक पारंपरिक वियतनामी मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण शुरू किया और जब वे 10 वर्ष के थे तो उन्होंने फैसला किया कि एक एथलीट के रूप में अपना करियर बनाएंगे।
थान्ह तुंग ने तय किया कि मुवा थाई वह कला होगी जिस पर उन्होंने ध्यान केंद्रित किया था। दुर्भाग्य से, वह पहले अपने परिवार का पूरा समर्थन प्राप्त नहीं कर सके थे।
उन्होंने कहा कि वह बालपन से ही मार्शल आर्ट को पसंद करते हैं। इसके बाद जब उन्होंने मुवा थाई के बारे में सुना तो उनका जुनून इसके प्रति और अधिक बढ़ गया। हालांकि उनके पिता ने ही इसमें उनका समर्थन किया था, जबकि मां व भाई इसके खिलाफ थे।
अपने परिवार के कुछ सदस्यों के संदेह के बावजूद भी वियतनामी एथलीट हतोत्साहित नहीं हुए और उन्होंने लगातार प्रशिक्षण लेकर स्वयं को मजबूत बनाने पर फोकस किया।
इसका मतलब था कि उन्हें अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करने के लिए विश्वविद्यालय में अध्ययन के अपने अन्य लक्ष्य को छोड़ना था, लेकिन रिंग में अब तक की उनकी सफलता ने बताया कि उन्होंने सही चुनाव किया।
“द आर्ट ऑफ एड लिम्ब्स” में उनका पहला बड़ा क्षण आया जब हो ची मिन्ह सिटी मुवा टीम के उनके प्रशिक्षक ने उन्हें वियतनाम राष्ट्रीय खेलों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए कहा।
इसके बाद थान्ह तुंग राष्ट्रीय खिताब जीतने वाले सबसे युवा एथलीट बन गए। बाउट के दौरान उन्होंने अपनी आक्रामक शैली को दिखाया। जिसमें उनकी मजबूत कोहनी और लो किक का कौशल प्रमुख था।
उन्होंने बेलारूस में 2017 IFMA मुवा थाई विश्व चैम्पियनशिप में लगभग दो बार जीतने का प्रयास किया, लेकिन बाद में उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। हालांकि, शीर्ष स्थान पर कम पड़ने से केवल फेदरवेट एथलीट को प्रोत्साहन मिला है और उन्होंने 10-3 कीर्तिमान हासिल किया है। इसमें उनकी आधी जीत तो नॉकआउट से आई है।
उनकी सफलता ने ONE सुपर सीरीज़ के मैच निर्माताओं का ध्यान आकर्षित किया, जिन्होंने उन्हें ऐतिहासिक ONE: इम्मोर्टल ट्राइंफ कार्ड में जगह देने का निर्णय कर लिया।
दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट संगठन में उनका यह कदम करियर के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। इस संगठन ने इस उभरते हुए सितारे को स्वतंत्रता हासिल करने और जीवन जीने का मौका दिया है। अपनी युवावस्था में, वह स्कूल की ट्यूशन का खर्च नहीं उठा सकते थे, इसलिए वे दुनिया के कुलीन एथलीटों के बीच सफल होना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने अपने प्रशिक्षण को भी गति दी है।
उन्होंने कहा कि वह यह साबित करना चाहते हैं कि भले ही वियतनामी लड़ाकों के पास एक छोटे संसाधन हो, लेकिन वह बड़े योद्घाओं के खिलाफ भी जीत हासिल कर सकते हैं।
वह रिंग में अपने विरोधी का सामना करने की बात सोचकर ही बहुत उत्साहित है। वह ONE Championship में पहली बार फाइट करने को लेकर बहुत उत्साहित है।
थान्ह तुंग ने वैश्विक मंच पर अपने पहले काम के लिए एक बड़ी परीक्षा दी है। 75-3 के मजबूत प्रतियोगिता रिकॉर्ड और खतरनाक उच्च किक वाले दक्षिण एशियाई वुशु चैंपियन हैं, जो नॉकआउट करने की भी क्षमता रखते हैं।
क्वेटा के 21 वर्षीय खिलाड़ी अपनी मातृभूमि के बाहर अपने पहले मैच से पहले आश्वस्त हैं, लेकिन गृहनगर नायक का मानना है कि उनकी वन डे को खराब करने की योजना है, और अपने प्रशंसकों को फु थो इंडोर स्टेडियम का मान बढ़ाने की ओर बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह इधर-उधर घूमते रहेंगे और सही मौका मिलने का इंतजार करेंगे। यह वह शैली है जो वियतनाम का प्रतिनिधित्व करती है।उन्हें पता है कि उनका प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाजी और सांडा में माहिर है। उन्होंने उनके कुछ मैचों का अध्ययन किया है और लगता है कि उनके प्रतिद्वंद्वी के पास कुछ बहुत अच्छे संयोजन हैं। ऐसे में उन्हें फाइट को नियंत्रित करने के लिए अपनी गति बनाए रखनी होगी।
उनके प्रतिद्वंद्वी के पास मजबूत घुटने नहीं हैं, इसलिए वह यहां पर कमजोर पड़ सकते हैं और वह इसकी का पूरा फायदा उठाने का प्रयास करेंगे। उन्हें लगता है कि यह फाइट नॉकआउट पर समाप्त होगी।