प्राजनचाई Vs. जोनाथन डी बैला: ONE Friday Fights 68 की वर्ल्ड टाइटल फाइट में जीत के 4 तरीके
ONE Friday Fights 68 के मेन इवेंट में दुनिया के दो सबसे तकनीकी स्ट्राइकर्स रिक्त ONE स्ट्रॉवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल के लिए एक-दूसरे से भिड़ेंगे, जब मौजूदा स्ट्रॉवेट मॉय थाई किंग प्राजनचाई पीके साइन्चाई पूर्व टाइटलहोल्डर जोनाथन डी बैला का मुकाबला करेंगे।
ये बहुप्रतीक्षित मैच इस शुक्रवार, 28 जून को एशियाई प्राइमटाइम में बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में दर्शकों के सामने होने वाला है।
आइए नजर डालते हैं कि इस अहम फाइट में जीत की कुंजी क्या हो सकती हैं।
#1 डी बैला के जटिल कॉम्बिनेशंस
इटालियन-कनाडाई स्टार के पास किकबॉक्सिंग में अब तक देखी गई सबसे तेज-तर्रार हाथों की गति है, लेकिन अति-अनुभवी प्राजनचाई के खिलाफ उन्हें एक समय में केवल एक ही शॉट फेंकने से बचना चाहिए।
ऐसा इसलिए है क्योंकि थाई एथलीट, अपने करियर में 400 से अधिक फाइट्स के साथ एक बेहतरीन रक्षात्मक दिग्गज हैं और उन्हें सफाई से हिट करना बेहद मुश्किल है। इसलिए उन्हें एक ही बार में तीन, चार या उससे ज्यादा शॉट्स मारने की जरूरत होगी।
#2 प्राजनचाई का खतरनाक दाहिना हाथ
जबकि प्राजनचाई स्ट्राइकिंग के सभी क्षेत्रों में अच्छी तरह से वाकिफ हैं, लेकिन वो अक्सर एक परिष्कृत बॉक्सिंग हमले के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं, और विशेष रूप से अपने शानदार स्ट्रैट राइट हैंड से।
चूंकि वो डी बैला के रूप में साउथपॉ (बाएं हाथ के) एथलीट का सामना करेंगे, इसलिए उनका दाहिना हाथ और भी महत्वपूर्ण और खतरनाक हथियार बन जाएगा।
#3 डी बैला का परफेक्ट राइट हुक
यदि प्राजनचाई का सबसे अच्छा हथियार उनका स्ट्रैट राइट हैंड है, तो डी बैला के लिए उनका खतरनाक दाहिना हुक है, जो की यकीनन खेल में सबसे तेज-तर्रार पंच हैं।
वो विभिन्न प्रकार की स्थितियों में पंच मारने में सक्षम हैं, चाहे वो काउंटर पर हो या लीड पर, और अपने प्रतिद्वंद्वी के शरीर या सिर पर। प्राजनचाई के खिलाफ, ये पंच निस्संदेह डी बैला के हमले के केंद्रबिंदु के रूप में काम करेगा।
#4 प्रजानचाई की खतरनाक लेग किक्स
हालांकि डी बैला ONE में अपनी पहली दो फाइट्स में अपराजित रहे हैं, लेकिन उनके लीड लेग ने उन मैचों में काफी चोटें झेली हैं। प्रजानचाई को इसका फायदा उठाना जारी रखना चाहिए।
चूंकि इटालियन-कनाडाई खिलाड़ी अपने लीड लेग पर ज्यादा भार देते हैं, इसलिए वो अक्सर इन विनाशकारी लेग किक्स का बचाव करने में असमर्थ रहते हैं। और जबकि वो अब तक उन हमलों का सामना करने में सक्षम रहे हैं, प्रजानचाई अब तक के सबसे कठोर किक्स मारने वाले एथलीट हैं जिनका उन्होंने इससे पहले सामना नहीं किया है।