रीनियर डी रिडर Vs. एनातोली मालिकिनः ONE Fight Night 5 में वर्ल्ड टाइटल जीतने के 4 तरीके
एनातोली मालिकिन और रीनियर डी रिडर शनिवार, 3 दिसंबर को इस साल की बहुप्रतीक्षित बाउट में एक-दूसरे से भिड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
ONE अंतरिम हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन मालिकिन ONE Fight Night 5 के मेन इवेंट में “द डच नाइट” से ONE लाइट हेवीवेट वर्ल्ड टाइटल छीनने के लिए नीचे के डिविजन में आ रहे हैं। ऐसे में सर्कल में दोनों ही एथलीट्स अपने अपराजित MMA रिकॉर्ड्स के साथ आमने-सामने होंगे।
दोनों एथलीट्स में से किसी ने भी अब तक हार का स्वाद नहीं चखा है। ऐसे में वर्ल्ड चैंपियन Vs. वर्ल्ड चैंपियन मुकाबले में जीत किस ओर जाएगी, ये किसी को नहीं पता लेकिन ये जरूर पता है कि इनमें से किसी ना किसी के खाते से हार वाला शून्य जरूर हट जाएगा।
फिलीपींस में मनीला के मॉल ऑफ एशिया एरिना में दोनों ही फाइटर्स एक-दूसरे से भिड़ने के लिए बेताब हैं। आइए जानते हैं वो 4 तरीके, जो दोनों में से किसी भी एथलीट्स की जीत का बड़ा जरिया बन सकते हैं।
#1 मालिकिन का खड़े रहकर मुकाबला करना
भले ही वो मूलतः रेसलिंग बैकग्राउंड से आते हों, लेकिन अब उन्होंने खुद को स्ट्राइकिंग वाले खतरनाक एथलीट के रूप में परिवर्तित कर लिया है। उनका पसंदीदा अंदाज मुट्ठी को बंद करके सामने वाले पर जोरदार हमले करना है।
हैरतअंगेज परिणामों के साथ “स्लेदकी” ने अपने विस्फोटक अंदाज में तकनीकी बॉक्सिंग का हुनर जोड़ा है। उनके पास मनीला में वर्ल्ड टाइटल जीतने का ये सबसे बड़ा मौका होगा।
दमदार ओवरहैंड राइट और लेफ्ट हुक के साथ उन्हें मुकाबले में अपना प्रभाव छोड़ने के लिए बस एक बार आगे की ओर कदम बढ़ाने की आवश्यकता होगी।
हालांकि, रूसी एथलीट अपने से लंबे कद वालों के खिलाफ उछलकर हमला करने की काबिलियत रखते हैं और वो डी रिडर से 5 इंच छोटे भी हैं। अगर वो डच एथलीट के खिलाफ अपनी क्षमता से ज्यादा करने की कोशिश करेंगे तो वो खुद को बंधा हुआ महसूस भी कर सकते हैं।
इसका मतलब है कि मालिकिन को फुटवर्क और धैर्य का विशेष ध्यान रखना होगा। उनके पास बड़े हमले करने के लिए करीब 5 राउंड होंगे। अगर वो सर्कल में विरोधी से खुद को बचाने, बराबरी से मुकाबला करने या उनकी कमियों का पता लगाने में सफल हो जाते हैं तो उनके पास हमले करने के ज्यादा अच्छे मौके होंगे।
#2 डी रिडर का क्लिंच गेम
“द डच नाइट” के सिंगल और डबल लेग टेकडाउन ONE में बेहद प्रभावशाली रहे हैं। फिर भी इस बार वो ऐसे विरोधी का सामना करेंगे, जो नेचुरली हेवीवेट हैं और जिसने बचपन से ही रेसलिंग की है।
अपने से कम कद के हेवी रेसलर के खिलाफ पैरों से हमला करना उनके लिए भारी भी पड़ सकता है। ऐसे में वो विरोधी के खिलाफ जूडो में अपनी ब्लैक बेल्ट स्किल्स का अच्छे से इस्तेमाल कर सकते हैं। फिर वहां से “स्लेदकी” पर अपनी पकड़ मजबूत कर सकते हैं।
2-डिविजन ONE वर्ल्ड चैंपियन करीब से मुकाबला करने में ज्यादा सक्षम हैं और विरोधियों के डिफेंड के खिलाफ नियंत्रण हासिल करने में अपनी ऊंचाई का बेहतर इस्तेमाल करते हैं। वहां से वो मैच को कैनवास पर लाने के लिए ट्रिप्स या बॉडी लॉक भी लगा सकते हैं।
अगर डी रिडर को टेकडाउन के लिए संघर्ष करना पड़ता है तो ये मौका उन्हें मालिकिन की फायरिंग लाइन से बाहर ले जाएगा और उन्हें घुटनों की मदद से गिराने की कोशिश करने का अवसर दे देगा।
एक गलत कदम या थका देने वाली गलती “द डच नाइट” को स्कोर करने या तुरंत प्रतिद्वंदी की पीठ पर कब्जा कर लेने का मौका दे सकती है।
#3 मालिकिन का ग्राउंड-एंड-पाउंड
हालांकि, ये पैंतरा रूसी स्टार के प्लान ए में शामिल नहीं हो सकता है। अगर वो खुद को डच स्टार की जद में जकड़ा हुआ पाते हैं तो भी बच निकलने के उनके सारे दरवाजे बंद नहीं हो जाते हैं।
11-0 का बेहतरीन रिकॉर्ड रखने वाले हेवीवेट एथलीट का शुरुआती MMA करियर विरोधियों को परेशान करने और बुरी तरह से पराजित करने में गुजरा है। इस बार भी कुछ ऐसा ही है, जो वो जरूरत पड़ने पर कर सकते हैं।
“स्लेदकी” के पास दमदार टेकडाउंस और खतरनाक ग्राउंड-एंड-पाउंड हैं। अगर वो डी रिडर की कैनवास पर लाने की कोशिश का डटकर सामना कर लेते हैं या उस मौके पर जोरदार ओवरहैंड राइट जड़ देते हैं तो वो एक अच्छे मौके पर मैच को खत्म कर सकते हैं।
34 साल के फाइटर ने अपने ONE डेब्यू में अलेक्सांद्रे “बेबेज़ाओ” मशाडो को हराकर तहलका मचा दिया था। उन्होंने ग्राउंड पर स्ट्राइकिंग के साथ उन्हें वहीं रोक दिया और अंतरिम हेवीवेट खिताब के लिए उन्होंने टॉप पोजिशन से किरिल ग्रिशेंको पर लगातार दबाव बनाए रखा था।
हालांकि, इसकी संभावना कम ही लगती है कि वो BJJ ब्लैक बेल्ट डी रिडर को अपनी सबमिशन की सूची में जोड़ देंगे। अगर जरूरत पड़ी तो वो अपने कंट्रोलिंग टॉप गेम का इस्तेमाल निश्चित रूप से एक विकल्प के तौर पर कर सकते हैं।
#4 डी रिडर का खतरनाक सबमिशन गेम
मालिकिन ग्राउंड पर बेहद सजग रहते हैं, लेकिन अगर एक्शन कैनवास पर होता है तो ये डी रीडर के पक्ष में ही होने वाला है।
32 साल के ONE मिडलवेट और लाइट हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन का MMA में रिकॉर्ड 16-0 का है। इनमें से उनकी 12 जीत सबमिशन के जरिए ही आई हैं।
इस बीच ONE में एक बार भी “स्लेदकी” ने अपनी पीठ पर किसी को भी पकड़ बनाने का मौका नहीं दिया है। ऐसे में डी रिडर के पास एक मजबूत गार्ड पासिंग गेम है, जो किसी तरह के भी दबाव को चुटकियों में खत्म कर सकता है।
रेसलिंग के गहरे रुझान की वजह से मालिकिन मैट पर मुसीबत से बचने के लिए कछुए वाली चाल को चुनने के विकल्प की ओर जा सकते हैं, लेकिन डी रिडर को विरोधी की पीठ पर कब्जा जमाना बेहद पसंद है और एक बार उन्होंने ऐसा कर लिया तो उन्हें रोकना नामुमकिन हो जाएगा।
डी रिडर के लिए भी टॉप पोजिशन हासिल करना आसान नहीं होगा, लेकिन मालिकिन के लिए वहां से उठना और भी मुश्किल हो जाएगा, अगर डचमैन ऊपर आ गए तो।