हेवीवेट किकबॉक्सिंग ग्रां प्री से पहले ONE में रोमन क्रीकलिआ की सभी जीतों पर एक नजर
रोमन क्रीकलिआ ONE Championship में अपना 3-0 का रिकॉर्ड बनाने के सफर में बिल्कुल अजेय नजर आए हैं।
मौजूदा ONE लाइटवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन डिविजन के टॉप कंटेंडर्स को बुरी तरह पराजित कर चुके हैं। अब उनके निशाने पर ONE 161: Petchmorakot vs. Tawanchai में अगली चुनौती हेवीवेट डिविजन के अंतर्गत आने वाली है।
इस गुरुवार, 29 सितंबर को यूक्रेनियाई सुपरस्टार ONE हेवीवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री सेमीफाइनल में ग्युटो इनोसेंटे से मुकाबला करेंगे। ऐसे में वो खतरनाक ब्राजीलियाई एथलीट के खिलाफ अपने विजय रथ को आगे बढ़ाना चाहेंगे।
इससे पहले कि क्रीकलिआ टूर्नामेंट की सिल्वर बेल्ट को हासिल करने के लिए अपना सफर शुरू करें, आइए उनके उन शानदार प्रदर्शनों पर फिर से एक नजर फेर लेते हैं, जिन्होंने उन्हें जीत का दावा करने में मदद की और उनके अंदर लाइट हेवीवेट किकबॉक्सिंग खिताब का बचाव करने का जज्बा भर दिया।
#1 तारिक खबाबेज़ को बुरी तरह पराजित किया
ONE Championship के ग्लोबल फैन बेस के सामने यूक्रेन के बेहतरीन एथलीट ने टाइटल शॉट के लिए अपना डेब्यू नवंबर 2019 में हुए ONE: AGE OF DRAGON में तारिक “द टैंक” खबाबेज़ के खिलाफ किया था।
प्रोमोशन में लगातार चार जीत दर्ज करने के साथ खबाबेज़ ने शुरुआती ONE लाइट हेवीवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल मैच अर्जित किया था, जबकि क्रीकलिआ इस हाई-प्रोफाइल डेब्यू में लगातार 8 फाइट जीतने के विजय रथ पर सवार होकर आए थे।
ज्यादातर फैंस को एक करीबी मुकाबले की उम्मीद थी, मगर कुछ उम्मीद लगाए बैठे थे कि मुकाबले के लिए कड़ी मेहनत करके आए क्रीकलिआ ताकतवर हमले करने की क्षमता रखने वाले “द टैंक” को अपने जोरदार प्रदर्शन के दम पर बाहर का रास्ता दिखा देंगे।
पहले राउंड में खबाबेज़ ने अपने चिर-परिचित अंदाज में आगे आकर हमले किए, लेकिन नए-नवेले एथलीट ने दर्द देने वाले जैब के साथ उन्हें अपने शिकंजे में कसे रखा।
दूसरे राउंड की भी शुरुआत कुछ इसी तरह से हुई, लेकिन इस बार डच-मोरक्कन एथलीट की आक्रामकता ने उन्हें क्रीकलिआ के जाल में बुरी तरह से फंसा दिया था।
चालाकी भरे फुटवर्क की बदौलत यूक्रेनिआई एथलीट अपने विरोधी के हमले से बच निकले। इसके बाद उन्होंने अपने जबरदस्त राइट हैंड और राइट हेड किक की मदद से प्रतिद्वंदी को मैट पर ढेर होने के लिए मजबूर कर दिया।
एक के बाद एक पंचों की झड़ी लगाकर क्रीकलिआ ने एक और काउंट अर्जित किया और उसके बाद उन्होंने अपने हमले तब तक नहीं रोके, जब तक रेफरी ने तकनीकी नॉकआउट के माध्यम से उन्हें गोल्डन बेल्ट देने के लिए आगे आकर मैच नहीं रोक दिया।
#2 आंद्रेई स्टोइका पर 5 राउंड तक बनाए रखा अपना दबदबा
सर्कल के अंदर लगातार एक के बाद एक जीत हासिल करते हुए आंद्रेई “मिस्टर KO” स्टोइका दिसंबर 2020 में हुए ONE: COLLISION COURSE में क्रीकलिया को बेल्ट के लिए चुनौती देने वाले पहले एथलीट थे।
शक्तिशाली रोमेनियाई एथलीट ने इब्राहिम एल बूनी को हराकर टॉप कंटेंडर के रूप में अपनी स्थिति मजूबत की थी। फिर भी वो मुश्किल से ही Gridin Gym के प्रतिनिधि के खिलाफ टिकते हुए नजर आ सके।
इस बीच क्रीकलिआ ने 5 राउंड तक चलने वाले मुकाबले में अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया। इसकी शुरुआत उन्होंने पहले अपने हाथों से की। उसके बाद जोरदार किक्स और जबरदस्त नी अटैक की बदौलत मैच में उन्होंने खुद को अपने विरोधी से कई कदम आगे रखा।
फिर भी प्रहारों को सहन करने की क्षमता ने स्टोइका को मुकाबले में बनाए रखा, लेकिन विरोधी के लगातार हमलों की वजह से मैच एकतरफा होता जा रहा था। दरअसल, यूक्रेनियाई एथलीट प्रतिद्वंदी के सिर व शरीर पर पंच और घुटनों से हमले करते जा रहे थे और जब भी सामने से प्रहार होता तो वो उससे बच भी निकलते थे।
हालांकि, लाख जतन के बावजूद डिफेंडिंग चैंपियन को फिनिश का मौका नहीं मिल सका। फिर भी कई मायनों में देखा जाए तो 15 मिनट की बाउट में यूक्रेनियाई एथलीट के हमले बेहद प्रभावशाली नजर आए। उन्होंने एक भी राउंड में पीछे हटे बिना लगातार वर्ल्ड-क्लास प्रतिद्वंदी को अपने शिकंजे में कस रखा था।
अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद एक बात तो बिल्कुल साफ है कि क्रीकलिआ को उनके ताज से बेदखल करना बेहद कठिन होगा।
#3 पहले राउंड में ही मुरात आयगुन को फिनिश कर दिया
फरवरी 2022 में हुए ONE: FULL CIRCLE में क्रीकलिआ से खिताब को पाने के लिए मुकाबला करने वाले मुरात “द बुचर” आयगुन आखिरी एथलीट थे।
अपनी मजबूत ठोड़ी और शक्तिशाली पंचिंग के साथ कई लोगों को लगा था कि डच-टर्किश एथलीट एक कड़े प्रतिद्वंदी के रूप में उभरकर आएंगे, लेकिन डिफेंडिंग वर्ल्ड चैंपियन ने कुछ और ही सोच रखा था।
और बाद में जब आयगुन ने कहा कि वो किसी के भी खिलाफ मुकाबला कर सकते हैं और लगातार आगे बढ़ते रह सकते हैं तो क्रीकलिआ ने इसे अपना मिशन बना लिया और इस बात को साबित करने में जुट गए।
“द बुचर” ने मुकाबले की शुरुआत अपने प्रतिद्वंदी की ओर आगे बढ़ने की कोशिश करते हुए की, लेकिन क्रीकलिआ ने पंच और किक्स से उन पर धावा बोल दिया। वहीं आयगुन इसके जवाब में सिर्फ हवा में ही हमले करते रहे।
सर्कल में जमे रहने के इरादे से उतरे चैलेंजर की योजना एक जगह टिक कर रहने की नहीं थी, लेकिन यही उनके पतन का कारण बनती गई।
जब क्रीकलिआ ने पीछे से जाकर उन पर तेजी से हमला किया तो आयुगन ने काउंटर करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अपने हाथ जोरदार राइट हैंड जड़ने के लिए खोल दिए। बस यहीं से यूक्रेनियाई एथलीट को मौका मिल गया और उन्होंने हमला कर उन्हें नीचे गिरा दिया।
इस हमले से आश्चर्यचकित होने के बाद “द बुचर” फिर से अपने पैरों पर खड़े हुए, लेकिन सिर्फ एक ताकतवर बॉडी किक और सिर पर लगाए गए जबरदस्त हुक्स ने उनको मैट पर गिराते हुए मुकाबले से बाहर कर दिया।
इस पहले राउंड के फिनिश के साथ क्रीकलिआ ने साबित कर दिया था कि उनकी ताकत मजबूत से मजबूत विरोधी के जबड़ों को हिला सकती है। अब गुरुवार को वो इनोसेंटे के खिलाफ ONE हेवीवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री सेमीफाइनल में भी इसी तरह के नतीजे की तलाश में होंगे।