जिओंग जिंग नान के ONE विमेंस स्ट्रॉवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप सफर को दोबारा देखिए
“द पांडा” जिओंग जिंग नान इस समय अमेरिकी प्राइमटाइम पर शुक्रवार, 30 सितंबर (भारत में शनिवार, 1 अक्टूबर) को ONE Fight Night 2 में अपने सातवें ONE विमेंस स्ट्रॉवेट वर्ल्ड टाइटल डिफेंस की तैयारियों में जुटी हैं।
चीनी सुपरस्टार का सामना अपनी पुरानी प्रतिद्वंदी ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड चैंपियन “अनस्टॉपेबल” एंजेला ली से होगा। करीब 3 साल पहले उन्होंने 2 अलग फाइट्स में एक-दूसरे को टाइटल्स के लिए चैलेंज किया था, जिनमें दोनों ने अपने टाइटल को डिफेंड किया और अब इस ट्रायलॉजी बाउट से भी फैंस को धमाकेदार एक्शन की उम्मीद है।
एटमवेट डिविजन में ली के खिलाफ हार के अलावा “द पांडा” ONE में अपनी प्रतिद्वंदियों पर दबदबा बनाती आई हैं।
स्ट्रॉवेट डिविजन में उनकी 7 वर्ल्ड टाइटल फाइट्स के दौरान फैंस ने 34 वर्षीय स्टार को एक आक्रामक पंचिंग स्किल्स वाली एथलीट से लेकर एक बेहद धैर्यवान मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट बनते देखा है।
सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में उनकी भिड़ंत से पहले यहां जानिए जिओंग के अभी तक के शानदार ONE स्ट्रॉवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप सफर के बारे में।
टिफनी टियो को हराकर डिविजन की पहली चैंपियन बनीं
“द पांडा” साल 2018 में हुए ONE: KINGS OF COURAGE में टिफनी टियो को धमाकेदार अंदाज में हराते हुए सबसे पहली ONE विमेंस स्ट्रॉवेट वर्ल्ड चैंपियन बनी थीं।
17 मिनट तक चले एक्शन के दौरान जिओंग ने एक अपनी पकड़ में ढ़ील ना छोड़ते हुए स्टैंड-अप गेम में दमदार हुक्स और क्लिंच करते हुए टेकडाउन के अलावा खतरनाक ग्राउंड-एंड-पाउंड अटैक भी किया।
फाइट चौथे राउंड में तब फिनिश हुई, जब कुछ पंचों ने टियो को झकझोर दिया था। शुरू से लेकर अंत तक “द पांडा” ने आक्रामक रुख अपनाए रखा और जबरदस्त स्टैमिना के चलते वो एक कदम भी पीछे लेने को तैयार नहीं थीं।
इस जीत के साथ जिओंग ना केवल नई स्ट्रॉवेट क्वीन बनीं, बल्कि चीन की सबसे पहली MMA वर्ल्ड चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया था।
5 राउंड्स तक लौरा बालिन को डोमिनेट किया
अपने पहले वर्ल्ड टाइटल डिफेंस में जिओंग ने शानदार रणनीति बनाकर जून 2018 में हुए ONE: PINNACLE OF POWER में अर्जेंटीनी सबमिशन स्पेशलिस्ट लौरा बालिन को डोमिनेट करते हुए हराया था।
पहले राउंड में डिफेंडिंग चैंपियन ने आक्रामक रणनीति के तहत स्टैंड-अप और ग्राउंड गेम में भी खतरनाक पंच और दमदार ग्राउंड स्ट्राइक्स लगाते हुए बालिन पर बढ़त बनाई।
दूसरी ओर, बालिन के स्टैमिना ने उन्हें फिनिश होने से बचाया और आखिरी राउंड्स में “द पांडा” को सोच समझकर अटैक करने की रणनीति अपनाने के लिए मजबूत किया।
चूंकि जिओंग ने अपनी विरोधी से दूरी बनाए रखते हुए पंच और लेग किक्स लगाईं और ग्राउंड गेम में किसी अटैक से बचते हुए अंत में बड़ी जीत हासिल की।
25 मिनट तक चले मैच दौरान Evolve MMA टीम की स्टार ने दिखाया कि वो कितनी दृढ़ हैं, उनका स्टैमिना कितना शानदार और उन्हें इस खेल के प्रति कितना ज्ञान है।
समारा सेंटोस को तीसरे राउंड में तकनीकी नॉकआउट से हराया
साल 2018 में आगे चलकर ONE: BEYOND THE HORIZON में जिओंग की भिड़ंत ब्राजीलियाई ग्रैपलर समारा सेंटोस से हुई।
इस फाइट में चीनी एथलीट शुरुआत में फिनिश होते-होते बचीं क्योंकि सेंटोस ने स्टैंडिंग पोजिशन में बैक कंट्रोल प्राप्त कर लिया था।
मगर जिओंग ने सब्र से काम लेकर उस पोजिशन से खुद को निकाला और एकसाथ कई दमदार स्ट्राइक्स लगाईं। इस बीच उनकी फ्लाइंग नी के प्रभाव से सेंटोस नॉकडाउन हो गई थीं।
दूसरे राउंड में “द पांडा” ने लय हासिल की। उन्होंने सेंटोस को बैकफुट पर धकेलते हुए पंच-किक कॉम्बिनेशंस लगाए और आगे चलकर टेकडाउन भी स्कोर किया।
मैच तीसरे राउंड में तब फिनिश हुआ, जब जिओंग की खतरनाक स्ट्राइकिंग के आगे ब्राजीलियाई स्टार कमजोर पड़ने लगी थीं।
तकनीकी नॉकआउट से आई उस जीत के बाद उनका सामना उस समय की ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड चैंपियन “अनस्टॉपेबल” एंजेला ली से हुआ।
एंजेला ली के खिलाफ धमाकेदार वापसी की
जिओंग का तीसरा वर्ल्ड टाइटल डिफेंस साल 2019 के सबसे बेहतरीन मुकाबलों में से एक रहा।
ONE: A NEW ERA में मौजूदा एटमवेट क्वीन ली ने एक डिविजन ऊपर जाकर जिओंग को स्ट्रॉवेट टाइटल के लिए चैलेंज किया। पहले 3 राउंड्स में बहुत कड़ी टक्कर देखने को मिली, जिसमें “अनस्टॉपेबल” ने खतरनाक अटैक करते हुए टेकडाउन स्कोर किए। वहीं चीनी एथलीट ने स्टैंड-अप गेम में बढ़त बनाने की कोशिश की।
चौथे राउंड में ली ने टेकडाउन स्कोर किया और ग्राउंड गेम में बढ़त बनाई। इस बीच उन्होंने आर्मबार लगाया और जिओंग के हाथ को उल्टी दिशा में मोड़ दिया।
“द पांडा” किसी तरह सबमिशन से बच निकलीं और अंतिम राउंड में प्रवेश किया, जहां उन्होंने जबरदस्त अंदाज में वापसी की।
“अनस्टॉपेबल” को खतरनाक बॉडी स्ट्राइक्स लगाते हुए जिओंग ने एकसाथ कई अटैक किए और अंत में पांचवें राउंड में आखिरकार रेफरी को 1 मिनट 37 सेकंड के समय पर फाइट को फिनिश करना पड़ा।
टियो को रीमैच में भी धूल चटाई
टियो को पहली भिड़ंत में हराने के 3 साल बाद जिओंग का सामना ONE: INSIDE THE MATRIX में सिंगापुर की स्टार से दोबारा हुआ।
पहली भिड़ंत की तुलना में “द पांडा” ने इस बार पहले की तुलना में सब्र से काम लेकर स्ट्राइकिंग करते हुए बढ़त बनाने की कोशिश की। उन्होंने 5 राउंड तक चले मुकाबले में शानदार स्ट्राइकिंग और बेहतरीन टेकडाउन डिफेंस भी दिखाया।
हालांकि चैलेंजर ने आखिरी क्षणों में टेकडाउन भी स्कोर किया, लेकिन जिओंग का स्टैंड-अप गेम में शानदार परफॉर्मेंस उन्हें सर्वसम्मत निर्णय से जीत दिलाने के लिए काफी था।
स्ट्रॉवेट क्वीन चाहे अपनी विरोधी को फिनिश नहीं कर पाई, लेकिन उन्होंने एक मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट के तौर पर अपने गेम में सुधार से जरूर सबको प्रभावित किया क्योंकि इस बार उन्होंने सब्र से काम लेकर अटैक की रणनीति अपनाई थी।
मिशेल निकोलिनी को डोमिनेट किया
जिओंग को उसके बाद सितंबर 2021 में हुए ONE: EMPOWER में 13 बार की BJJ वर्ल्ड चैंपियन मिशेल निकोलिनी के हाथों अपनी चैंपियनशिप बेल्ट का बचाव करना था।
डिफेंडिंग चैंपियन ने शुरुआत में दमदार राइट हैंड लगाकर निकोलिनी को नॉकडाउन किया और यहीं से मैच की दिशा तय हो चली थी।
यहां से “द पांडा” ने फाइट के समाप्त होने तक सबमिशन स्पेशलिस्ट पर बहुत तेजी से पंच लगाने जारी रखे।
निकोलिनी कुछ मौकों पर सबमिशन लगाने के बेहद करीब भी आईं, लेकिन जिओंग ने दिखाया कि वो केवल एक बॉक्सर ही नहीं बल्कि एक संपन्न मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट हैं।
अंत में जिओंग के शानदार प्रदर्शन ने उन्हें सर्वसम्मत निर्णय से जीत दिलाई।
अयाका मियूरा को हराने में कोई दिक्कत नहीं आई
जिओंग का छठा और अभी तक का आखिरी वर्ल्ड टाइटल डिफेंस इसी साल जनवरी में हुए ONE: HEAVY HITTERS में जापानी ग्रैपलर अयाका मियूरा के खिलाफ आया।
इस बार भी “द पांडा” ने अपनी खतरनाक स्ट्राइकिंग और शानदार टेकडाउन डिफेंस के दम पर फाइट का कंट्रोल अपने हाथों में रखा।
मियूरा द्वारा टेकडाउन करने के अथक प्रयासों के बाद भी फाइट में पांच राउंड्स तक स्टैंड-अप गेम अधिक देखने को मिला।
साफ नजर आने लगा था कि जिओंग पहले से मियूरा के टेकडाउन प्रयासों के लिए तैयार थीं और जब भी वो अपनी विरोधी के करीब आईं, तब पंच लगाने में थोड़ी भी हिचक नहीं दिखाई।
हालांकि उन्हें स्टॉपेज से जीत नहीं मिली, लेकिन “द पांडा” को ज्यादा मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ा और इस जीत के साथ उन्होंने दुनिया की सबसे बेस्ट स्ट्रॉवेट फीमेल फाइटर के तौर पर अपनी विरासत को मजबूत बनाया।