खुद को लीडर मानने की बजाय अपने काम से युवाओं को प्रेरित करने पर जोशुआ पैचीओ का ध्यान
अपने शानदार रुतबे के बावजूद ONE स्ट्रॉवेट वर्ल्ड चैंपियन जोशुआ “द पैशन” पैचीओ खुद को फिलीपींस के बागियो शहर में स्थित Team Lakay की अगली पीढ़ी के मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स स्टार का लीडर मानने से हिचकिचाते हैं।
“द पैशन” इस शुक्रवार को होने वाले ONE: REVOLUTION में जापानी स्टार योसूके “द निंजा” सारूटा के खिलाफ ट्रायलॉजी बाउट में अपने खिताब को डिफेंड करने के लिए उतरेंगे और उनका मानना है कि अभी उन्हें काफी कुछ सीखना है।
पैचीओ ने कहा, “अगर सच कहूं तो जब मैं जिम में आता हूं तो मुझे और सीखने की जरूरत होती है।”
“मैं चैंपियन इसलिए हूं क्योंकि मैं सबसे अच्छे लोगों के साथ ट्रेनिंग करता हूं। मैं अपने से बड़े, ज्यादा ताकतवर और तेज लोगों के साथ ट्रेनिंग करता हूं। मैं इसी वजह से वर्ल्ड चैंपियन हूं।”
पैचीओ का खुद को लीडर ना मानना जिम्मेदारी से बचना नहीं बल्कि उनका बड़प्पन दिखाता है क्योंकि स्ट्रॉवेट किंग का मानना है कि खुद को कुछ बुलाने से बेहतर है, लोग उनकी तरक्की को देखकर सीखें।
यही व्यवहार 25 वर्षीय स्टार को बेहद खास बनाता है और उनसे पहले चैंपियन रहे इस टीम के स्टार उनकी इसी बात से गर्व महसूस करते हैं।
पूर्व ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन जेहे “ग्रैविटी” युस्ताकियो ने पहले एक इंटरव्यू के दौरान कहा था, “मुझे जोशुआ के विकास पर गर्व होता है। अभी फिलीपींस से इकलौते वर्ल्ड चैंपियन होने के बावजूद उनमें जरा भी बदलाव नहीं आया है और वो हम लोगों को अब भी काफी सम्मान के साथ देखते हैं।”
“यही रवैया है जिसकी वजह से वो इस मुकाम पर मौजूद हैं।”
पैचीओ का रवैया एक बड़ा कारण है जो कि उन्हें अगली पीढ़ी के फाइटर्स के लिए प्रेरणा स्त्रोत बना रहा है। Team Lakay के हेड कोच मार्क सांगियाओ अपने शिष्य के काम के प्रति जुझारूपन और अनुशासन को पसंद करते हैं।
सांगियाओ कई मौकों पर “द पैशन” से जुड़ी प्रेरणादायक कहानियां साझा कर चुके हैं, जैसे COVID-19 लॉकडाउन के दौरान ट्रेनिंग के लिए हमेशा तैयार रहना, हर मौके पर अपने से बड़े और ताकतवर लोगों के साथ खुद को आजमाना समेत युवा स्टार के प्रो करियर के लगभग हर यादगार पल का हिस्सा बन चुके हैं।
इसके अलावा हेड कोच का मानना है कि शांत स्वभाव के उनके शिष्य को पता रहता है कि कब लीडर की तरह पेश आना है और कब दूसरों से सलाह लेनी है।
सांगियाओ ने कहा, “एक लीडर के तौर पर जोशुआ सीखते भी हैं और नेतृत्व भी करते हैं।”
“उनका अपना अलग ही तरीका है और उनका स्वभाव काफी मजबूत है। लेकिन वो अपने से पहले के लीडरों की बातों को अच्छे से सुनते और उन पर अमल करते हैं।
“उन्होंने जो कुछ भी अपने सीनियर्स से सीखा है, वही चीज वो युवा पीढ़ी को सिखाने में लगे हुए हैं।”
वो युवा एथलीट्स के साथ बातें साझा करने में खुशी महसूस करते हैं, लेकिन पैचीओ शब्दों से कहीं ज्यादा नतीजे पर जोर देते हैं।
अपनी टीम के पुराने साथियों की तरह ही स्ट्रॉवेट किंग बागियो शहर स्थित ट्रेनिंग सेंटर के सभी लोगों को समान नजर से देखते हैं क्योंकि सभी का एक सपना है कि वो ONE Championship के सर्कल में कामयाबी हासिल करें।
यही लक्ष्य उन्हें रोज पहले से अच्छा करने की ताकत देता है और इसी के कारण वो खुद को जिम के अंदर और बाहर प्रोफेशनल तरीके से रख पाते हैं।
पैचीओ ने कहा, “जैसा कि मैंने पहले कहा, मैं खुद को टीम के लीडर की तरह नहीं देखता। मैं अपनी कड़ी मेहनत के दम पर उदाहरण पेश करना चाहता हूं और मैं रोजाना वही कोशिश करने में लगा रहता हूं।”
“इसके जरिए मेरी टीम के साथी और जिम के बाहर के युवा भी प्रेरित हो सकते हैं। अगर मैं ऐसा करने में कामयाब रहा तो वो भी अपने सपनों को साकार करने की तरफ कदम बढ़ा देंगे।
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