एक डॉग को बचाने के बाद डेनियल विलियम्स को मिला जीवन में नया नजरिया
जैसा कि कहा जाता है कि डॉग इंसान के सबसे अच्छे दोस्तों में से एक होता है और ये बात डेनियल विलियम्स के बारे में भी सही साबित होती है।
इस उभरते हुए ऑस्ट्रेलियाई स्टार का सामना नामिकी कावाहारा से शुक्रवार, 22 अप्रैल को ONE 156: Eersel vs. Sadikovic इवेंट के स्ट्रॉवेट MMA मुकाबले में होगा। उनकी जीवन यात्रा में तब एक खुशनुमा मोड़ आया, जब उन्होंने एक स्थानीय पेट शॉप से एक मिक्स्ड ब्रीड पपी को अपना लिया।
हालांकि, चीजें जितनी आसान दिखती हैं, उतनी होती नहीं हैं। ऐसे में “मिनी टी” ने अपने घर के नए साथी से प्यार, जीवन और त्याग के बारे में काफी कुछ सीखा है।
‘ये होना ही था’
जब विलियम्स और उनकी पार्टनर कार्ला बड़े ही उत्साह से लव डॉग फाउंडेशन के पास ऐश नाम के पपी के लिए पहुंचे तो उन्होंने दोनों को बताया कि पहले पैट के तौर पर ये आपके लिए आसान नहीं होने वाला है।
ऑस्ट्रेलियाई स्ट्राइकर भले ही डॉग्स के मामले में नए नवेले थे, लेकिन कार्ला के पास इसका कुछ अनुभव था। इसके बाद भी ऐश उनके लिए काफी बड़े प्रोजेक्ट जैसा था।
इन सबके बावजूद विलियम्स ये मौका अपनाना चाहते थे। खासकर, तब जब उन्हें ये पता था कि वो एक जिंदगी बचाने जा रहे हैं।
उन्होंने बताया:
“वो मरने की कगार पर था और इसी वजह से कोई भी उसे नहीं लेना चाहता था। वहां काफी सारे डॉग्स थे और अगर वो कुछ समय बाद खतरनाक हो जाते थे तो उन्हें मार दिया जाता था।
“वो हमें बता रहे थे कि ऐश काफी खतरनाक है और हम उनके लिए अनुभवी मालिकों की तलाश में हैं। हालांकि, हम उन्हें इस बात के लिए जोर देते रहे तो उन्होंने हमें दुविधा का फायदा देते हुए उसे पालने दिया।
“फिर हम उसे वहां के पाउंड में देखने गए। उन्होंने हमें पहले ही बता दिया था कि वो खतरनाक है इसलिए आप अपने जोखिम पर वहां जाइए, लेकिन मैं वहां जाना चाहता था क्योंकि अगर हम उसे गोद लेने वाले थे तो हमें पता होना चाहिए कि वो कितना खतरनाक है।”
ये काफी अनिश्चित हो सकता था, लेकिन विलियम्स और ऐश ने अपने लंबे रिश्ते की शुरुआत काफी अच्छे से की और डॉग का नाम भी बदल दिया गया।
“मिनी टी” ने याद करते हुए बताया:
“वो कई तरह की हरकतें करने लगा क्योंकि वो काफी जल्दी परेशान हो जाने वाला डॉग था और उसके इलाके में कोई घुस आया था। उसका नाम हमें ऐश बताया गया था, लेकिन मैं अपने डॉग को गेंगिज़ बुलाना चाहता था। कुछ लोग उसे वहां ‘कम ऐश कम’, ‘कम हियर’ कहकर बुला रहे थे और फिर मैंने उसे गेंगिज़ ‘कम हियर’ कहकर बुलाया और वो सच में मेरे पास आकर बैठ गया।
“अगर कोई डॉग आपके पास आकर बैठ जाता है तो उसका मतलब ये हुआ कि उसने खुद को समर्पित कर दिया है और अब वो हमला नहीं करने वाला है। इसके बाद मैं उसे थपथपाने लगा, जिसे देखकर वहां के लोग काफी हैरान रह गए। उनको ऐसा लगा कि इसने पहले ऐसा कुछ भी नहीं किया है। फिर क्या था, मेरा फैसला और पक्का हो चुका था। इससे मुझे ऐसा लगा कि शायद चीजें ऐसी ही होनी थी। हमें जीवन में मिलना था और उसे मेरे साथ आना ही था।”
रास्ता कठिन जरूर था, लेकिन उसका इनाम मिला
बदकिस्मती से पहली बार अच्छे से मिलने का मतलब ये नहीं था कि आगे सब अच्छा रहने वाला है।
यहां तक कि काफी समय तक चीजें ठीक तरह से नहीं चल पाईं। जब विलियम्स और कार्ला ने गेंगिज़ को गोद लिया, उससे पहले ही वो 4 साल का हो चुका था। इसका मतलब ये हुआ कि तब तक इंसानों और दूसरे लोगों की चीजें उसके दिमाग में गहराई से बस चुकी थीं।
इन चीजों ने उसे संभालने की प्रक्रिया को बहुत कठिन बना दिया था और “मिनी टी” के फाइट कैंप लगने का मतलब ये था कि वो मदद करने के लिए ज्यादातर समय घर पर नहीं रहेंगे।
लगातार मिल रही निराशा और चुनौतियों ने उन्हें कई तरह की परेशानियों से घेर लिया, जिसके चलते कुछ समय के लिए ये जोड़ा गेंगिज़ को छोड़ देने के दिल दुखाने वाले फैसले पर विचार करने लगा था।
विलियम्स ने बताया:
“मेरी पार्टनर महीनों तक मेहनत करने के बाद थक कर हार चुकी थी क्योंकि वो कई तरह की ट्रेनिंग की कोशिशें कर चुकी थीं और वो सब काम नहीं आ रही थीं। मुझे लगा कि काफी देर हो चुकी है और मैं ट्रेनिंग को लेकर काफी व्यस्त था। मैंने कहा कि वो ठीक हो जाएगा लेकिन कार्ला मुझे घूरे जा रही थीं और अंदर ही अंदर वो उससे दूर होती जा रही थीं। वो अब संभालने के हिसाब से काफी खतरनाक डॉग बन चुका था।
“फिर समय के साथ उसमें थोड़ा धैर्य आने लगा था। करीब आठ महीने बाद वो हमसे प्यार करने लगा था। ये सब इसलिए हो पाया था क्योंकि मेरी पार्टनर ने उसे काफी सारा समय और ट्रेनिंग दी थी, जिसमें मेरा भी सहयोग शामिल था। इसने हमें परेशानियों से लोहा लेने का एक और मौका दिया था।”
दुविधा भरा रिश्ता
अंतत: कुछ सुधार दिखाई देने पर विलियम्स और कार्ला, गेंगिज़ को साथ रखे रहे और उसका ध्यान रखते रहे।
उनका ये समर्पण काम आया और इसका असर दिखने लगा, जिसके चलते ये जोड़ा अपने शुरुआती दिनों की कठिनाइयों के बाद भी उसे ना छोड़ पाने के फैसले से खुश था।
“मिनी टी” ने कहा:
“वो बहुत ही वफादार साथी है इसलिए उसके हमारे साथ बने रहने से हमारे जीवन में काफी बदलाव आया है।”
जिस तरह से “मिनी टी” और कार्ला ने अपने डॉग की मदद की और उसे बचाने व कुछ आदतों से निपटने के लिए ट्रेनिंग देते रहे, उसी तरह से गेंगिज़ ने भी दोनों को कई आवश्यक चीजें सिखाई हैं।
इसमें से सबसे ज्यादा ये जरूरी था कि सफलता पाने के लिए विश्वास और दृढ़ संकल्प बहुत जरूरी होता है। ऐसे में अगर ये चीजें लंबे समय तक जारी रहती हैं तो इस कठिन परिश्रम का इनाम प्रयासों से कई गुना बढ़कर मिलता है।
विलियम्स ने बताया:
“(गेंगिज़ ने) हमें अपनी दृढ़ता दिखाई। इस वजह से अगर आपके मन को लगता है कि किसी काम को कभी नहीं छोड़ना चाहिए तो फिर चाहे जो भी हो जाए, उसे मत छोड़िए। ये वो चीज है, जो उसने हमें सिखाई क्योंकि हमने हार नहीं मारी और अब आप इसका नतीजा देख सकते हैं। अब वो हमें बहुत ज्यादा प्यार करता है।
“अब हमें घर वापस आते और उसके साथ सैर पर जाते हुए बहुत अच्छा लगता है। हम हमेशा रोमांचक सैर पर उसे अपने साथ ले जाते हैं, कैपिंग ट्रिप्स करते हैं और वो हर चीज, जो उसे अच्छी लगती है। इस वजह से अब हम पक्के तौर पर ये कह सकते हैं कि उसने हमारी जिंदगी आसान बना दी है। हम उसे प्यार करते हैं और बदले में वो हमें उससे कहीं ज्यादा प्यार करता है।”