ऋतु फोगाट के ONE Championship करियर की सभी जीतों पर एक नजर
ONE Championship का अगला इवेंट ONE 161: Petchmorakot vs. Tawanchai गुरुवार, 29 सितंबर को सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में होगा और इसमें एक भारतीय स्टार भी परफॉर्म करता हुआ नजर आएगा।
ऋतु “द इंडियन टाइग्रेस” फोगाट दाएं कंधे की चोट से उबरते हुए 9 महीनों बाद वापसी करेंगी और एटमवेट बाउट में उनकी भिड़ंत सिंगापुर की स्टार टिफनी टियो से होगा। फोगाट ने मुकाबले के लिए कड़ी मेहनत की है और वो वापसी कर अपनी अनुभवी प्रतिद्वंदी को नॉकआउट करना चाहती हैं।
पिछले साल दिसंबर में ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड ग्रां प्री के फाइनल में स्टैम्प फेयरटेक्स के हाथों हार को भुलाते हुए फोगाट जीत की वापस प्राप्त करने पर ध्यान देना चाहेंगी, लेकिन उससे पहले यहां जानिए अभी तक उनकी सभी फाइट्स के बारे में।
ऋतु फोगाट Vs. नाम ही किम
पिछले साल 16 नवंबर को चीन के बीजिंग में हुए ONE: AGE OF DRAGONS में फोगाट ने धमाकेदार अंदाज में डेब्यू किया। अपने पहले मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स मुकाबले में उन्होंने दक्षिण कोरिया की “कैप्टन मार्वल” नाम ही किम को पहले राउंड में TKO (तकनीकी नॉकआउट) से मात दी।
फोगाट के शानदार प्रदर्शन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने मात्र 3 मिनट 37 सेकंड में मुकाबले को अपने नाम किया। कई बार की नेशनल रेसलिंग चैंपियन ने मैच की शुरुआत में ही टेकडाउन कर अपनी प्रतिद्वंदी को मैट पर गिरा दिया था।
उन्होंने किम के डिफेंस को भेदते हुए हाफ गार्ड से साइड कंट्रोल प्राप्त किया। उसके बाद फोगाट ने अपनी प्रतिद्वंदी के चेहरे पर पंचों और एल्बोज़ का अटैक शुरु कर दिया। किम के पास इस अटैक का कोई जवाब नहीं था। अंत में रेफरी को मैच रोकना पड़ा और फोगाट ने तकनीकी नॉकआउट से इस मुकाबले को अपने नाम करने में सफलता पाई।
ऋतु फोगाट Vs. वू चाओ चेन
28 फरवरी को सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में हुए ONE: KING OF THE JUNGLE में “द इंडियन टाइग्रेस” ने लगातार दूसरी जीत हासिल की। विमेंस एटमवेट डिविजन की बाउट में उनका सामना चीनी ताइपे की “मिस रेड” वू चाओ चेन से हुआ। तीन राउंड तक चले इस मुकाबले में उन्हें सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल हुई।
कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप गोल्ड मेडल विजेता ने पहले राउंड के शुरुआती मिनट में ही “मिस रेड” को टेकडाउन कर गिरा दिया और अटैक किया। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी को बच निकलने का कोई मौका नहीं दिया।
दूसरे राउंड में भी कहानी कुछ इसी तरह की देखने को मिली, फोगाट ने टेकडाउन कर लगातार ग्राउंड एंड पाउंड अटैक जारी रखा। वू वाचो एक दफा पैरों पर खड़े होने में सफल हुईं, मगर ये राउंड भी पूरी तरह से उनके हाथ से निकल चुका था।
तीसरे राउंड में भी फोगाट का दमदार ग्राउंड गेम जारी रहा। वो हर राउंड में साबित कर रही थीं कि रेसलिंग के जरिए किस तरह मैच को कंट्रोल किया जा सकता है। तीनों राउंड्स के बाद आखिर में जजों ने फोगाट के पक्ष में फैसला सुनाया।
ऋतु फोगाट Vs. नोउ श्रे पोव
COVID-19 की वजह से करीब 8 महीने एक्शन से दूर रहने के बाद फोगाट ने 30 अक्टूबर को हुए ONE: INSIDE THE MATRIX में हिस्सा लिया। उनका सामना कंबोडियाई स्ट्राइकर नोउ श्रे पोव से हुआ।
एटमवेट मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स मुकाबले में Evolve टीम की स्टार ने कुन खमेर वर्ल्ड चैंपियन को दूसरे राउंड में TKO (तकनीकी नॉकआउट) से मात दी। इस जीत के साथ ही फोगाट ने साबित किया कि क्यों वो इस डिविजन की तेजी से उभरती हुई सुपरस्टार हैं।
भारतीय रेसलिंग चैंपियन ने इस मैच में भी पहले के मैचों की तरह ही टेकडाउन कर ग्राउंड एंड पाउंड अटैक से विरोधी को संभलने का कोई मौका नहीं दिया। दूसरे राउंड में “द इंडियन टाइग्रेस” के अटैक का श्रे पोव के पास कोई जवाब नहीं था, ऐसे में रेफरी ने दूसरे राउंड में 2 मिनट और 2 सेकंड बीत जाने के बाद मैच समाप्ति की घोषणा की। इस मुकाबले को अपने नाम करते ही फोगाट ने जीत की हैट्रिक पूरी की और अपने परफेक्ट रिकॉर्ड को कायम रखा।
ऋतु फोगाट Vs. जोमारी टोरेस
फोगाट लगातार 3 जीत दर्ज कर चुकी थीं और 4 दिसंबर को ONE: BIG BANG में भी जीत की लय को बरकरार रखने सर्कल में उतरीं। इस बार उनका सामना फिलीपींस की स्टार जोमारी टोरेस से हुआ।
उस समय तक फोगाट साबित कर चुकी थीं कि उनका ग्राउंड-एंड-पाउंड अटैक बहुत खतरनाक है। टोरेस को इसका अंदाजा तब हुआ, जब उन्हें “द इंडियन टाइग्रेस” ने पहले राउंड में केवल 3 मिनट 55 सेकंड के समय पर तकनीकी नॉकआउट से मात दी थी।
“द इंडियन टाइग्रेस” की रेसलिंग स्किल्स वर्ल्ड-क्लास हैं इसलिए एक बार ग्राउंड गेम में आने के बाद उन्होंने अपनी विरोधी को दोबारा खड़े होने का मौका ही नहीं दिया। उनकी ये जीत इसलिए भी खास रही क्योंकि फोगाट ने इस बार ग्राउंड गेम में केवल पंच ही नहीं बल्कि खतरनाक एल्बोज़ लगाकर दिखाया कि समय के साथ उनके गेम में सुधार हो रहा है और इस जीत के साथ उनका MMA रिकॉर्ड 4-0 का हो चला था।
ऋतु फोगाट Vs. लिन हेचीन
2021 में 30 जुलाई को ONE: BATTLEGROUND में लिन हेचीन से भिड़ने से पहले भारतीय एथलीट को बी गुयेन के हाथों हार झेलनी पड़ी थी, जिसके कारण उन्हें ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड ग्रां प्री से बाहर होना पड़ा था।
ऋतु फोगाट ने कहा था कि वो ग्रां प्री में फाइट करने की हकदार हैं, लेकिन इससे पहले उन्हें चीनी एथलीट हेचीन की चुनौती से पार पाना था। हेचीन उस समय 11 मैचों की विनिंग स्ट्रीक पर चल रही थीं इसलिए कयास लगाए जा रहे थे कि उनसे पार पाना “द इंडियन टाइग्रेस” के लिए आसान नहीं होगा।
लोगों की उम्मीद के अनुसार, दोनों एथलीट्स के बीच कांटेदार मुकाबला देखने को मिला। हालांकि पहले राउंड में फोगाट को कुछ दमदार शॉट्स का प्रभाव झेलना पड़ा, लेकिन अगले दोनों राउंड्स को डोमिनेट कर उन्होंने हेचीन पर सर्वसम्मत निर्णय से जीत प्राप्त की और साबित किया कि वो वाकई में एटमवेट वर्ल्ड ग्रां प्री में जगह मिलने की हकदार हैं।
ऋतु फोगाट Vs. मेंग बो
ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड ग्रां प्री की शुरुआत 3 सितंबर 2021 को ONE: EMPOWER में हुई। फोगाट उससे पहले अच्छा कर रही थीं, लेकिन क्वार्टरफाइनल में उन्हें उस समय #2 रैंक की कंटेंडर और खतरनाक स्टैंड-अप स्पेशलिस्ट मेंग बो से भिड़ना था। उम्मीद की जा रही थी कि चीनी एथलीट की स्ट्राइकिंग, ऋतु फोगाट के रेसलिंग गेम पर भारी पड़ेगी।
उनकी फाइट धमाकेदार अंदाज में शुरू हुई और पहले राउंड में मेंग बो के राइट हैंड के प्रभाव ने भारतीय स्टार को झकझोर दिया था, जिससे ऐसा लगने लगा था जैसे “द इंडियन टाइग्रेस” के लिए ग्रां प्री का सफर यही खत्म हो सकता है, लेकिन फोगाट किसी तरह मैच में बनी रहीं और अगले दोनों राउंड्स को ग्राउंड गेम में डोमिनेट किया।
फोगाट ने अंतिम 2 राउंड्स में मेंग बो को टेकडाउन करने के बाद उठने का मौका ही नहीं दिया और लगातार पोजिशंस बदलते हुए अपनी विरोधी पर लगातार पंच लगाती रहीं और अंत में सर्वसम्मत निर्णय से जीत प्राप्त कर ग्रां प्री के सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
ऋतु फोगाट Vs. जेनेलिन ओलसिम
2021 में 29 अक्टूबर को ONE: NEXTGEN में ऋतु फोगाट की भिड़ंत असल में जापानी सबमिशन स्पेशलिस्ट इत्सुकी हिराटा से होने वाली थी, जिन्होंने अमेरिका की अलीस एंडरसन को हराकर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश पाया था, लेकिन स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण उन्हें सेमीफाइनल मुकाबले से अपना नाम वापस लेना पड़ा था।
पहले राउंड काफी करीबी रहा था, जिसमें जेनेलिन ओलसिम ने आक्रामक रुख अपनाया हुआ था, लेकिन फोगाट का डिफेंस भी शानदार रहा। वहीं दूसरे राउंड में फोगाट ने अपनी विरोधी को टेकडाउन कर ग्राउंड गेम को कंट्रोल कर अच्छी बढ़त बनाई।
अंतिम राउंड में फिलीपींस की स्टार ने बहुत आक्रामक तरीके से अटैक करने की कोशिश की। उन्होंने अंत में ट्रायंगल चोक लगाने की कोशिश भी की, मगर “द इंडियन टाइग्रेस” उससे बच निकलीं और राउंड फोगाट की कुछ ग्राउंड स्ट्राइक्स के साथ समाप्त हुआ। भारतीय स्टार को सर्वसम्मत निर्णय से जीत मिली और उन्होंने सबको चौंकाते हुए टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश पाया।