रोडटंग जित्मुआंगनोन Vs. सुपरलैक कियातमू9: ONE Friday Fights 34 में जीत के 4 तरीके
ONE Championship के इतिहास के सबसे बहुप्रतीक्षित स्ट्राइकिंग मैचों में से एक ONE Friday Fights 34 में होने वाला है।
इस शुक्रवार, 22 सितंबर को ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन रोडटंग जित्मुआंगनोन का सामना 140-पाउंड कैचवेट मॉय थाई सुपर फाइट में मौजूदा ONE फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन सुपरलैक कियातमू9 से होगा।
उन्हें इस पीढ़ी के बेस्ट स्ट्राइकर्स में जगह दी जाती है और उनके स्टाइल्स की भिड़ंत को देखने के लिए फैंस लंबे समय से बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।
यहां आप ONE Friday Fights 34 में रोडटंग जित्मुआंगनोन vs सुपरलैक कियातमू9 मैच में जीत के 4 तरीकों के बारे में जान सकते हैं।
#1 सुपरलैक को बैकफुट पर भेजने की रोडटंग की काबिलियत
रोडटंग हमेशा एक सटीक और स्पष्ट गेम प्लान के साथ रिंग में उतरते हैं।
“द आयरन मैन” हमेशा अपने प्रतिद्वंदी के करीब जाकर दमदार शॉट्स लगाने का प्रयास करते हैं और यही रणनीति उन्हें सुपरलैक के खिलाफ भी जीत दिला सकती है।
Jitmuangnon Gym के प्रतिनिधि को अपनी बॉक्सिंग का इस्तेमाल करते हुए सुपरलैक को बैकफुट पर धकेलना होगा। वो ऐसा करते हुए फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग किंग को लेफ्ट हुक्स आर ओवरहैंड राइट्स लगाने से काफी हद तक रोक पाएंगे।
हालांकि डेनियल पुएर्तस को सुपरलैक के खिलाफ चैंपियनशिप मैच में हार मिली थी, लेकिन उन्होंने इसी रणनीति की मदद से अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्होंने यहां तक कि थाई स्टार को लड़खड़ाने पर मजबूर भी किया, जिससे उनके मैच का परिणाम स्कोरकार्ड्स से आया था।
रोडटंग के मूव्स में जबरदस्त ताकत होती है और उनकी ठोड़ी बहुत मजबूत है। इसलिए वो फ्रंट-फुट पर रहने की रणनीति के जरिए ज्यादा फायदा उठा सकते हैं।
#2 सुपरलैक दूरी बनाए रखते हुए किक्स लगाएं
ये बहुत जरूरी है कि सुपरलैक, रोडटंग को बैकफुट पर रखें और ऐसा करने के लिए उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी।
Kiatmoo9 Gym के प्रतिनिधि दोनों पैरों से तेज किक्स लगा सकते हैं, जो किसी भी खतरनाक मूव के प्रभाव को कम करने की काबिलियत रखती हैं।
राइट किक उनकी सबसे बड़ी ताकत है, जिसे वो ताकत और सटीकता के साथ लगाते हैं। “द किकिंग मशीन” अपने प्रतिद्वंदी द्वारा आगे आकर पंच लगाने की कोशिश के समय किक्स लगाते हैं।
जब भी रोडटंग आगे आकर पंच लगाने की कोशिश करेंगे, तब सुपरलैक उनकी लीड लेग को क्षति पहुंचा सकते हैं और क्षण भर में उसे हाई किक में भी तब्दील कर सकते हैं।
उन्हें सुनिश्चित करना होगा कि उनकी कंडीशनिंग अच्छी स्थिति में हो, जिससे वो निरंतर प्रभावशाली किक्स लगा सकें।
जोनाथन हैगर्टी और पेचडम पेटयिंडी जैसे लंबी रेंज वाले फाइटर्स ने लॉन्ग किक्स के जरिए रोडटंग को पीछे धकेला था। मगर जब उनका स्टैमिना जवाब देने लगा, तब रोडटंग ने फायदा उठाया। इसलिए सुपरलैक अपने स्टैमिना पर खास ध्यान देना होगा।
#3 रोडटंग के दमदार काउंटर्स
रोडटंग एक बेहद आक्रामक फाइटर हैं, जो अटैक के बदले अटैक करने की रणनीति में विश्वास रखते हैं। उनका डिफेंस भी अच्छा है, जो उन्हें सुपरलैक के खिलाफ बढ़त दिला सकता है।
उनके काउंटर पंच आमतौर पर सटीक होते हैं। इनमें उनका जैब को काउंटर करने के लिए लगाया गया ओवरहैंड राइट भी शामिल है। सुपरलैक जैब का इस्तेमाल अपने विरोधी से दूरी बनाए रखने के लिए करेंगे।
“द आयरन मैन” पीछे हटते हुए भी किक्स लगाते हैं। वो मूव्स को ब्लॉक करते समय या उनका प्रभाव झेलने के बाद भी दमदार पंच लगाते हैं।
वो अपनी ठोड़ी को आगे करते हुए सामने वाले एथलीट को फ्रंट-फुट पर आगे आने के लिए मजबूर करते हैं, लेकिन बैकफुट पर जाते हुए भी स्ट्राइक्स लगा पाते हैं। इस तरह के काउंटर अटैक्स से उनके प्रतिद्वंदी असहज महसूस करने लगते हैं।
#4 सुपरलैक का सब्र से मौके का इंतज़ार करना
सुपरलैक को 150 से अधिक फाइट्स का अनुभव है और रिंग में आमतौर पर धैर्य से काम लेते हैं। उनकी ये रणनीति रोडटंग के खिलाफ मैच में महत्वपूर्ण रह सकती है।
फ्लाइवेट मॉय थाई किंग लगातार दबाव बनाते हुए अपने प्रतिद्वंदियों को झकझोर चुके हैं, लेकिन Kiatmoo9 Gym के स्टार के पास वो अनुभव है जो उन्हें कठिन परिस्थितियों से बाहर निकाल सकता है।
किकबॉक्सिंग चैंपियन अगर अपने सिर को स्थिर रख पाए तो उनके लिए रोडटंग के पंचों को काउंटर करने में आसानी होगी।
बुरिराम निवासी एथलीट बैकफुट पर रहकर काउंटर लेफ्ट हुक लगाते हैं और “द आयरन मैन” के आगे आने की स्थिति में उन्हें नी और लो किक्स लगाकर चौंका सकते हैं।
हालांकि सबका ध्यान इस बात पर होगा कि रोडटंग कैसे मूव्स का प्रभाव झेलते हैं, वहीं “द किकिंग मशीन” आज तक नॉकआउट नहीं हुए हैं। इसलिए वो अपनी ठोड़ी पर भरोसा जताते हुए सही मौके का इंतज़ार कर सकते हैं।