रोडटंग Vs. डेनिस पुरिच: ONE 167 की किकबॉक्सिंग फाइट में जीत के 4 तरीके
फैंस ONE 167: Tawanchai vs. Nattawut II में रोडटंग “द आयरन मैन” जित्मुआंगनोन और डेनिस “द बोस्नियन मेनेस” पुरिच की फाइट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
शनिवार, 8 जून को होने वाला फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग मुकाबला फाइट ऑफ द ईयर भी साबित हो सकता है।
भले ही रोडटंग अपने ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल को डिफेंड ना करें, लेकिन पुरिच के लिए ये बहुत बड़ा मौका है क्योंकि उन्हें आखिरकार थाई मेगास्टार के खिलाफ मैच मिलने जा रहा है।
आइए नजर डालते हैं कि इस अहम फाइट में जीत की कुंजी क्या हो सकती हैं।
#1 पुरिच के लिए मजबूत शुरुआत
पुरिच को शुरुआत से ही अटैक करने की वजह से काफी सफलता मिली है। रोडटंग ने अपना ज्यादातर समय पांच राउंड के मॉय थाई मैचों में बिताया है, जहां शुरुआत के तीन मिनटों में धीमी और सधी हुई शुरुआत की जाती है। इस कारण “द बोस्नियन मेनेस” को आगे निकलने का मौका मिल सकता है।
39 वर्षीय स्टार ने तगीर खलीलोव को पहले राउंड में नॉकडाउन कर दिया था और योडलैकपेट ओर अटचारिया के खिलाफ पहले राउंड में दबदबा कायम किया था, जो दिखाता है कि वो शुरुआत में घातक होते हैं।
यकीनन, रोडटंग हाल ही के सालों में लगभग अजेय नजर आए हैं। कनाडाई-बोस्नियाई स्टार को नॉकआउट चाहिए होगा, लेकिन जजों से आई जीत भी उनके लिए बहुत बड़ी बात होगी।
तीन राउंड की फाइट होना पुरिच के लिए अच्छी चीज है क्योंकि उन्हें बाद के राउंड्स में धीमा होते देखा गया है जबकि रोडटंग बाद में तेजी पकड़ते हैं।
#2 रोडटंग का आगे आकर दबाव बनाना
रोडटंग के लिए उनका सबसे बड़ा हथियार लगातार दबाव बनाना और अटैक की संख्या ज्यादा रखना होता है। भले ही पुरिच काफी अच्छे स्ट्राइकर हैं, लेकिन “द आयरन मैन” जब एक बार अटैक शुरु करते हैं तो उन्हें रोक पाना बड़ा मुश्किल काम हो जाता है।
वो लगभग हर राउंड में 22.5 प्रभावशाली स्ट्राइक्स लगाते हैं, अगर विपक्षी को जवाबी हमले का मौका ना मिले तो वो भी मॉय थाई किंग की आक्रामकता का शिकार हो जाता है।
जब लगातार पंच पड़ रहे हों तो उनके लिए नियंत्रण बनाना मुश्किल हो जाता है और बाद में जज फैसला सुनाते वक्त इस चीज को ध्यान में रखते हैं।
अगर पुरिच जरा भी ढीले पड़े तो उन्हें बहुत पंचों के वार का सामना करना पड़ेगा, जिससे बचना उनके लिए लगभग नामुमकिन हो जाएगा।
#3 जगह का इस्तेमाल करें पुरिच
रोडटंग के खिलाफ उनकी शर्तों पर भिड़ना अच्छा फैसला नहीं है और ये मुकाबला रिंग की बजाय सर्कल में होगा तो पुरिच जगह का अच्छा इस्तेमाल कर थाई मेगास्टार को छका सकते हैं।
उनका मन भले ही उन्हें वार-पलटवार के लिए जाने को बोले, मगर “द आयरन मैन” के खिलाफ अनुभव काफी काम आ सकता है। पुरिच ने जब जैकब स्मिथ को हराकर ONE फ्लाइवेट मॉय थाई रैंकिंग्स में दूसरा स्थान अर्जित किया था, तब उन्होंने दूसरे राउंड में दो नॉकडाउन हासिल किए और फिर तीसरे राउंड में अटैक के बाद पीछे हटते हुए जीत सुनिश्चित की।
वो रोडटंग के खिलाफ ही ऐसी ही रणनीति अपना सकते हैं। Jitmuangnon Gym के प्रतिनिधि के वार से दूर रहना फायदे का सौदा साबित हो सकता है।
पहला राउंड जीतना “द आयरन मैन” पर दबाव बढ़ा देगा और इससे पुरिच को बाद के राउंड में फायदा हो सकता है।
#4 रोडटंग का बॉडी अटैक
रोडटंग अटैक करना छोड़ते नहीं हैं और वो पुरिच के शरीर पर वार कर अपनी स्थिति को ज्यादा मजबूत कर सकते हैं।
“द आयरन मैन” के पास लिवर पर पड़ने वाला घातक लेफ्ट हुक है। वो इसका इस्तेमाल तब करते हैं, जब विरोधी पंचों से खुद को बचाने के लिए गार्ड को ऊपर रखता है।
अगर वो “द बोस्नियन मेनेस” के पेट के आसपास के एरिया पर शुरुआती वार कर पाए तो उसका फायदा उन्हें बाद में हो सकता है। पुरिच की ठोड़ी मजबूत है और योडलैकपेट ने उन्हें बॉडी अटैक से फिनिश किया था और रोडटंग का ध्यान इस पर जरूर गया होगा।