रोमन क्रीकलिआ Vs. मुरात आयगुन: किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में जीत के 4 तरीके
कई बार मैच कैंसिल होने के बाद आखिरकार ONE लाइट हेवीवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन रोमन क्रीकलिआ, मुरात आयगुन के खिलाफ अपने टाइटल को डिफेंड करने के लिए तैयार हैं।
शुक्रवार, 25 फरवरी को ONE: FULL CIRCLE में उनकी भिड़ंत होगी और उनके स्टाइल्स सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में होने वाली इस बाउट को दिलचस्प बना रहे होंगे।
यहां जानिए क्रीकलिआ और आयगुन का ये वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच किन 4 तरीकों से समाप्त हो सकता है।
#1 क्रीकलिआ के लॉन्ग-रेंज अटैक
क्रीकलिआ 200 सेंटीमीटर लंबे हैं, वहीं आयगुन की लंबाई उनसे 24 सेंटीमीटर कम है इसलिए वो अपनी लंबी रीच (पहुंच) का फायदा जरूर उठाने की कोशिश करेंगे।
यूक्रेनियाई एथलीट का फुटवर्क शानदार है और उनकी निरंतर मूवमेंट के कारण “द बुचर” के लिए बढ़त बनाना मुश्किल हो जाएगा।
क्रीकलिआ के जैब और स्ट्रेट पंच बहुत प्रभावशाली होते हैं, जिन्हें वो अपने विरोधी से दूर रहकर लगा पाते हैं। लॉन्ग-रेंज शॉट्स की मदद से वो अपने विरोधी को क्षति पहुंचाने में अभी तक सफल रहे हैं और खुद भी खतरे से दूर रहते हैं।
जब वो पंचिंग रेंज से दूर भी होते हैं तब किक्स उनके प्रतिद्वंदी की बॉडी और पैरों को क्षति पहुंचा रही होती हैं। ऐसे में आयगुन को क्रीकलिआ के करीब आकर पंच लगाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी।
वहीं रिंग के बजाय सर्कल में फाइट करने से Gridin Gym के एथलीट ज्यादा जगह का इस्तेमाल करते हुए अलग-अलग तरीकों से भी अटैक कर पाएंगे।
#2 आयगुन का अपनी ठोड़ी पर भरोसा
दूसरी ओर, आयगुन की ठोड़ी मजबूत है इसलिए वो आगे आकर अटैक करने में हिचक नहीं दिखाते।
डच-टर्किश स्टार को निरंतर फ्रंट-फुट पर रहकर अटैक करते हुए डिफेंडिंग चैंपियन को बैकफुट पर धकेलना होगा। दूसरी किसी रेंज में रहकर अटैक करना उन्हें भारी पड़ सकता है।
“द बुचर” को अपने विरोधी के करीब जाने के लिए कई दमदार स्ट्राइक्स का प्रभाव झेलना होगा, लेकिन यही रणनीति उन्हें हार से बचा सकती है।
एक बार अपने प्रतिद्वंदी के करीब जाते ही SB Gym के स्टार दमदार पंचिंग कॉम्बिनेशंस को लैंड करवाने में हिचक नहीं दिखाएंगे। आयगुन को सुनिश्चित करना होगा कि जितना समय वो क्रीकलिआ के करीब रहे, उस समय उन्हें अपने बेस्ट शॉट्स लगाने होंगे।
अक्सर आयगुन अपने विरोधी के सिर और बॉडी पर एकसाथ कई पंच लगाते हैं और उनके कॉम्बिनेशंस और लो किक्स जजों को प्रभावित कर सकती हैं।
#3 क्रीकलिआ के काउंटर मूव्स
क्रीकलिआ दबाव की स्थिति में सब्र से काम लेते हैं और वो पहले से आयगुन की स्ट्राइक्स को काउंटर करने के लिए तैयार रहेंगे।
डिफेंडिंग चैंपियन को भी अपनी ठोड़ी पर भरोसा है और जब “द बुचर” आगे आने की कोशिश करेंगे, तभी क्रीकलिआ दमदार पंच लगाकर उन्हें झकझोरना चाहेंगे। उन्हें अपने विरोधी को आगे आता देख खतरनाक अपरकट्स लगाना पसंद है।
आयगुन अक्सर ओवरहैंड्स और हुक्स लगाने के लिए आगे आते हैं, क्रीकलिआ को उसी समय उनकी बॉडी और सिर पर प्रभावशाली नी स्ट्राइक लगानी होगी।
इससे आयगुन अगला कोई अटैक करने से पहले 2 बार जरूर सोचेंगे और उनके मन में संकोच पैदा होने से क्रीकलिआ को काउंटर अटैक करने के ज्यादा मौके मिल पाएंगे।
#4 आयगुन की हेड मूवमेंट और काउंटर अटैक्स
अगर आयगुन अपनी आक्रामकता के जरिए क्रीकलिआ को क्षति नहीं पहुंचा पाए तो उन्हें अपनी हेड मूवमेंट और काउंटर अटैक्स की मदद से बढ़त बनाने पर फोकस करना होगा।
इस बीच अगर यूक्रेनियाई एथलीट के शॉट्स लैंड भी हुए, उस समय वो अपनी पूरी पहुंच का इस्तेमाल करने की कोशिश करेंगे और ठीक इसी समय “द बुचर” उससे बचते हुए अपने प्रतिद्वंदी को झकझोर सकते हैं।
आयगुन निरंतर मूवमेंट करते हुए अटैक करने के मौके तलाशते रहते हैं, जिसकी मदद से वो किसी भी समय दमदार काउंटर शॉट्स लगा सकते हैं।
क्रीकलिआ के चैलेंजर की बैक अच्छी शेप में है इसलिए वो किसी भी समय काउंटर कर सकते हैं। आयगुन अक्सर शानदार मूवमेंट की मदद से अपने विरोधी के शॉट्स से बचते रहते हैं। इससे क्रीकलिआ के शॉट्स मिस हो सकते हैं और इस वजह से आयगुन को काउंटर हुक्स लगाने के मौके मिलेंगे।