स्टैम्प फेयरटेक्स Vs. हैम सिओ ही: ONE Fight Night 14 के MMA वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में जीत के 4 तरीके
ONE Fight Night 14 में स्टैम्प फेयरटेक्स vs. हैम सिओ ही की भिड़ंत को 2023 के सबसे बड़े मुकाबलों में से एक माना जा रहा है।
शनिवार, 30 सितंबर को दोनों सुपरस्टार्स ONE अंतरिम विमेंस एटमवेट MMA वर्ल्ड टाइटल के लिए आमने-सामने होंगी। उनकी वर्ल्ड क्लास स्ट्राइकिंग स्किल्स को देखते हुए फैंस को मैच में खतरनाक एक्शन देखे जाने की उम्मीद रखनी चाहिए।
एक तरफ स्टैम्प का मॉय थाई गेम, वहीं दूसरी ओर हैम का दबाव बनाने वाला स्टाइल और कई सालों का अनुभव होगा। मगर टॉप रैंक की कंटेंडर्स एक-दूसरे पर आखिर कैसे भारी पड़ सकती हैं?
स्टैम्प 3-स्पोर्ट वर्ल्ड चैंपियन बनना चाहेंगी, वहीं हैम अपने शानदार मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स करियर में एक और बड़ी उपलब्धि जोड़ना चाहेंगी। लाइव एक्शन के शुरू होने से पहले हैम vs. स्टैम्प मैच के जीत के 4 तरीकों के बारे में जानिए।
#1 हैम का दबाव बनाने वाला स्टाइल
हैम को एक समय पर अपने दबाव बनाने वाले स्टाइल के लिए “हैमदरलेई सिल्वा” नाम से जाना जाता था। वो ऐसी पहली MMA एथलीट बन सकती हैं, जो सीधे तौर पर स्टैम्प को क्लीन स्ट्राइक्स का निशाना बना सकती हैं।
स्टैम्प को अटैक के बदले अटैक करने की रणनीति अपनाने में कोई समस्या नहीं है। उनकी अधिकांश प्रतिद्वंदी उन्हें टेकडाउन करने का प्रयास करती रही हैं। अगर हैम फाइट की गति कंट्रोल करते हुए स्टैम्प को चौंका पाईं तो उनके लिए फाइट में बढ़त बनाना आसान हो जाएगा।
ऐसा होने की संभावना बहुत कम है कि हैम पंचों के खिलाफ हार मानेंगी। 36 वर्षीय दक्षिण कोरियाई स्टार ने MMA और किकबॉक्सिंग में कठिन चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन कोई उन्हें स्ट्राइक्स लगाकर फिनिश नहीं कर पाया है।
हैम का फॉरवर्ड स्टाइल थाई एथलीट की मुश्किलें बढ़ाने के साथ उनकी कंडीशनिंग और धैर्य की परीक्षा ले रहा होगा। इस तरह के स्टाइल से वो स्टैम्प को गलतियां करने पर मजबूर कर सकती हैं।
#2 स्टैम्प की किक्स
स्टैम्प की किक्स हैम को फाइट का पेस कंट्रोल हासिल करने से रोक सकती हैं।
पूर्व ONE विमेंस एटमवेट मॉय थाई और किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन को बॉडी और पैरों पर किक्स लगाना पसंद है। ये स्ट्राइक्स उनकी प्रतिद्वंदी के स्टैमिना की कड़ी परीक्षा ले रही होंगी।
स्टैम्प की किक्स जब हैम की जांघ पर लैंड होंगी तो गहरा प्रभाव छोड़कर जाएंगी और ऐसा होने से दक्षिण कोरियाई एथलीट की मूवमेंट धीमी पड़ सकती है। स्टैम्प की बॉडी किक्स हैम के मन में संदेह पैदा कर सकती हैं। इसके बाद उन्होंने अगर आगे आकर अटैक करने की कोशिश की, तब उन्हें मिडसेक्शन पर दमदार स्ट्राइक्स का प्रभाव झेलना पड़ सकता है।
इस तरह की रणनीति हैम की मूवमेंट और एनर्जी लेवल पर गहरा प्रभाव छोड़ेगी, जिससे थाई एथलीट बिना डरे प्रभावशाली स्ट्राइक्स लगा पाएंगी।
#3 हैम का ताकत से भरा लेफ्ट क्रॉस
हैम को फ्रंट-फुट पर आकर पंच लगाना पसंद है, लेकिन उनकी तकनीक भी शानदार है और बेहद सटीक तरीके से लेफ्ट क्रॉस को लैंड करवाती हैं।
स्टैम्प की ओर लापरवाह होकर आने के बजाय वो अपनी एनर्जी का कण-कण पंचों को लगाने में खपाती हैं। हैम सही मौके की तलाश कर सटीक स्ट्राइक लगा सकती हैं।
Team Mad की प्रतिनिधि जैब लगाने के बाद अपनी प्रतिद्वंदी के हाथ को रोक लेती हैं, जिससे वो जैब से जवाबी हमला ना कर पाएं। ऐसी स्थिति में वो नीचे झुककर सटीक निशाने पर लेफ्ट क्रॉस लगाती हैं, जो अक्सर सिर या बॉडी पर जाकर लैंड होता है।
हैम लेफ्ट क्रॉस के दम पर स्कोरकार्ड्स में बढ़त बनाने के अलावा स्टैम्प के स्ट्रेट पंचों को भी काउंटर कर सकती हैं। वो अगर स्टैम्प की किक्स को पकड़ने में सफल रहीं तो उनका काउंटर लेफ्ट क्रॉस भी कारगर साबित हो सकता है।
#4 स्टैम्प का क्लिंच गेम
अगर स्टैम्प को बैकफुट पर जाना पड़ा तो वो हैम पर पकड़ बनाकर क्लिंच करते हुए दमदार स्ट्राइक्स लगा सकती हैं।
थाई एथलीट फ्रंट-फुट पर आकर अपनी प्रतिद्वंदी को उन्हीं के गेम में मात दे सकती हैं। ठीक ऐसा ही डेनिस ज़ाम्बोआंगा ने हैम के खिलाफ अपनी पहली भिड़ंत में किया था।
ज़ाम्बोआंगा ने कई बार काफी देर तक दक्षिण कोरियाई स्टार को बैकफुट पर धकेलने का काम बखूबी किया था, लेकिन उनके पास स्टैम्प जितनी पावर नहीं थी, जो उन्हें मैच में जीत दिला पाती।
स्टैम्प का मॉय थाई में अनुभव दर्शाता है कि जब वो क्लिंच में अच्छी बढ़त हासिल कर चुकी होती हैं, तब उन्हें बॉडी और सिर पर खतरनाक स्ट्राइक्स लगाना बहुत पसंद है।
25 वर्षीय एथलीट के पास ताकत से भरी एल्बो और नी स्ट्राइक्स हैं। वो इन स्ट्राइक्स को तब लगाती हैं, जब उनकी प्रतिद्वंदी क्लिंच में फंस चुकी होती हैं। वहीं अगर सामने वाला एथलीट बच निकलने की कोशिश करे, तब क्लिंच पोजिशन से बाहर जाते हुए स्टैम्प राइट हैंड या राइट एल्बो लगाती हैं।
इसलिए हैम को स्टैम्प की पकड़ से बचने के लिए सुलझे हुए मूव्स लगाने होंगे क्योंकि थाई एथलीट हर बार क्लिंच से बाहर जाते हुए उन्हें खतरनाक स्ट्राइक्स लगाने का प्रयास करेंगी।