सुपरगर्ल का ONE Championship में जगह बनाने तक का शानदार सफर
जब भी बैंकॉक में स्थित सेंटा क्रूज़ कॉन्वेंट स्कूल की छुट्टी की घंटी बजती थी तो ग्यारहवीं क्लास की अधिकतर लड़कियां बैडमिंटन कोर्ट में अभ्यास करने जाती थीं।
लेकिन ONE Championship के स्ट्रॉवेट डिविजन की उभरती हुईं स्टार वंडरगर्ल फेयरटेक्स की छोटी बहन 16 वर्षीय सुपरगर्ल जारूनसाक मॉयथाई का सोचना उन सभी से अलग था।
जब भी उनकी स्कूल से छुट्टी होती तो सुपरगर्ल Jaroonsak Muaythai Camp का रुख करती थीं, जहां वो इस शुक्रवार, 11 सितंबर को होने वाले ONE: A NEW BREED II में मिलाग्रोस लोपेज़ के खिलाफ अपने ONE डेब्यू मैच के लिए ट्रेनिंग कर रही हैं।
अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने से पहले यहां आप सुपरगर्ल के मॉय थाई सफर और उन लोगों के बारे में जान सकते हैं, जिनसे उन्हें प्रेरणा मिलती आई है।
मॉय थाई उनकी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा
सुपरगर्ल बहुत छोटी सी उम्र से मॉय थाई की ट्रेनिंग कर रही हैं।
उन्होंने कहा, “मैं जब बहुत छोटी थी तो मेरे पिता मुझे मॉय थाई सिखाया करते थे और उस समय मेरी उम्र 2 या 3 साल ही रही होगी। मुझे याद नहीं कि मेरी शुरुआत किस तरीके से हुई थी लेकिन इतना जरूर पता है कि मैं अपनी पूरी जिंदगी मॉय थाई से जुड़ी रही हूं।”
लेकिन उन्हें वो स्किल्स जरूर आज भी याद हैं, जो उन्हें अपने पिता से सीखने को मिली हैं।
पड़ोस के लड़के सुपरगर्ल को परेशान करते थे। लेकिन उनके पिता ने उन्हें जिंदगी का ये सिद्धान्त भी सिखाया था कि चाहे उन्हें खुद को डिफेंड करना आता हो, लेकिन अपनी कॉम्बैट स्किल्स के कारण उन्हें बेकार के झगड़ों में नहीं पड़ना है।
उन्होंने बताया, “मेरे पिता मुझे हमेशा याद दिलाते थे कि अगर कोई मॉय थाई जान लेता है तो वो बदमाश नहीं बन जाता। अगर फाइट करनी ही है तो रिंग में नियमों को ध्यान में रखकर करनी चाहिए।”
इसके अलावा युवा स्टार ने ये भी माना कि शुरुआत में मैचों में भाग लेने की उनकी कोई इच्छा नहीं थी। मॉय थाई एक ऐसी चीज रही जो वो और उनकी बहन केवल फिट रहने के लिए सीखती थीं।
सुपरगर्ल ने कहा, “मेरे माता-पिता ने कभी नहीं सोचा था कि मैं और मेरी बहन प्रोफेशनल फाइटर्स बनने वाली हैं। हम मजे और खुद को सुरक्षित रखने के लिए ट्रेनिंग किया करते थे।”
अन्य युवा स्टार्स की तरह मजे के लिए मॉय थाई की शुरुआत करने वाली सुपरगर्ल को 10 साल की उम्र में एक क्षेत्रीय टूर्नामेंट में अपना पहला मैच मिला।
उन्होंने बताया, “मैं अपने मैच को लेकर बहुत उत्साहित महसूस कर रही थी। मैंने पहला मैच दूसरे राउंड में नॉकआउट से जीता था। मेरे पिता ने अन्य लोगों को मेरी जीत की बात बताई तो किसी ने उनका विश्वास नहीं किया था।”
उन्हें पहली जीत के लिए 300 बाह्त (थाई मुद्रा) का पुरस्कार भी मिला लेकिन 9 यूएस डॉलर्स की ये कमाई उस सफलता के मुकाबले कुछ नहीं थी, जो उन्हें आगे मिलने वाली थी।
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परिवार ने दिया साथ
सुपरगर्ल के पिता खुद एक पूर्व प्रोफेशनल फाइटर रह चुके हैं लेकिन उभरती हुई मार्शल आर्टिस्ट का रोल मॉडल कोई और ही है। उनकी बहन वंडरगर्ल उनसे उम्र में 5 साल बड़ी हैं और मॉय थाई में काफी सफलता प्राप्त कर रही थीं।
इसलिए सुपरगर्ल ने अपनी बड़ी बहन के साथ ट्रेनिंग शुरू की और मॉय थाई के बारे में जितना सब कुछ सीख सकती थीं, वो सब सीखा। उन्हें सफलता मिल रही थी लेकिन सुपरगर्ल ने स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ थाईलैंड के Nai Khanom Tom इवेंट में 15 साल की उम्र में फरवरी 2019 में अपना पहला टाइटल जीता।
2 महीने बाद उनका एक और सपना पूरा हुआ। दोनों बहनें ना केवल एक ही इवेंट के बाउट कार्ड का हिस्सा रहीं बल्कि दोनों ने चैंपियनशिप भी जीती थी। वंडरगर्ल ने PAT 118-पाउंड मॉय थाई चैंपियनशिप तो वहीं सुपरगर्ल ने PAT 115-पाउंड मॉय थाई चैंपियनशिप जीती।
3 महीने बाद सुपरगर्ल ने दूसरे राउंड में अपनी प्रतिद्वंदी को नॉकआउट कर सफलतापूर्वक अपने टाइटल को डिफेंड भी किया। उसके बाद फैंस सुपरगर्ल की तारीफ करते नहीं थक रहे थे।
एक तरफ वंडरगर्ल अपनी एक अलग राह पकड़ चुकी थीं, उन्होंने अपने फैमिली जिम को छोड़ Fairtex Training Center को जॉइन किया, लेकिन सुपरगर्ल ने एक अलग राह चुनी।
सुपरगर्ल ने कहा, “मैंने अपने पिता के कैंप के नाम को अपने नाम के साथ जोड़ा, वहीं मेरी बहन ने Fairtex में ट्रेनिंग शुरू की और उसी जिम के नाम को अपने नाम से जोड़ा।”
“मुझे लगता है कि ये अच्छी बात है कि उन्होंने अपने दम पर आगे बढ़ने का फैसला लिया है। उन्हें Fairtex जिम काफी पसंद आ रहा है और वहां उन्हें नए दोस्त, कोच और स्पारिंग पार्टनर्स भी मिले हैं।
“मैं अपने माता-पिता के साथ रहकर खुश हूं। मुझे आज भी उन्हीं के साथ रहना पसंद है।”
Jaroonsak Muaythai Camp से जुड़े रहकर छोटी बहन अभी भी अपने पिता की निगरानी में मॉय थाई की नई स्किल्स सीख रही हैं। उनके पिता ने ही सुपरगर्ल को सबसे खतरनाक नी स्ट्राइकर्स में से एक बनाया है।
ONE में आने के बाद लक्ष्य
सुपरगर्ल अब खाओ याड साई (खतरनाक नी-स्ट्राइक) की मदद से ग्लोबल स्टेज पर छाने को तैयार हैं, जहां वो इस स्पोर्ट की सबसे बेस्ट एथलीट्स के खिलाफ अपनी स्किल्स को टेस्ट करना चाहती हैं।
उन्होंने कहा, “ONE के साथ डील साइन करने की वजह यही रही कि मेरे जैस ढेरों एथलीट्स दुनिया की बेस्ट मार्शल आर्ट्स कंपनी में जगह बनाना चाहते हैं और मैं भी उन्हीं में से एक हूं। मैं बड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हूं।”
ONE: NO SURRENDER III में जिस तरह वंडरगर्ल फेयरटेक्स ने ब्रूक फैरेल को हराकर अपने डेब्यू को यादगार बनाया था, सुपरगर्ल भी कुछ वैसा ही करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सुपरगर्ल ने कहा, “मैंने अपनी बहन के ONE डेब्यू को टीवी पर देखा था। मुझे अहसास हुआ कि उनमें काफी बदलाव आ चुका है। वो पहले से ताकतवर, आक्रामक हो चुकी हैं और अपनी स्किल्स में सुधार भी किया है। जैसे ही उन्हें जीत मिली तो हम घर पर बैठे सभी लोग खुशी के मारे झूम उठे थे।”
वंडरगर्ल के अगले मैच के परिणाम ने भी सुपरगर्ल को इसी तरह भौंचक्का कर दिया होगा क्योंकि वंडरगर्ल ने ONE: A NEW BREED में केसी “पिनाय फाइट” कार्लोस को दूसरे राउंड में फिनिश कर दिया था।
अपनी बहन के इस तरह के प्रदर्शन को देख सुपरगर्ल को भी अंदाजा हो चुका है कि ONE में अच्छा प्रदर्शन करने से किसी एथलीट की अहमियत कितनी बढ़ जाती है।
हालांकि, उन्होंने ये बात भी स्वीकारी है कि उन्हें घबराहट महसूस हो रही है लेकिन वो ये भी जानती हैं कि इस शुक्रवार एक बड़ी जीत उन्हें मार्शल आर्ट्स वर्ल्ड में किस तरह का दर्जा दिला सकती है।
उन्होंने कहा, “वंडरगर्ल ने अपने दोनों मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है, उससे मेरे ऊपर दबाव बढ़ गया है। मुझे उन्हीं की तरह अच्छा प्रदर्शन करना है।”
“मैं अपने डेब्यू मैच को लेकर उत्साहित महसूस कर रही हूं और 4-औंस ग्लव्स के साथ ये मेरा पहला मैच होगा। मैं इस तरह का प्रदर्शन करना चाहती हूं, जिससे लोग मुझे काफी समय तक याद रखें।”
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