सुपरलैक vs. डेनियल विलियम्स: फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में जीत के 4 तरीके
शनिवार, 25 मार्च को थाई सुपरस्टार सुपरलैक कियातमू9 को एक नए चैलेंजर के खिलाफ अपने ONE फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल को डिफेंड करना होगा, लेकिन फैंस अब भी एक धमाकेदार मुकाबले की उम्मीद कर रहे हैं।
ONE Fight Night 8 के मेन इवेंट में सुपरलैक का सामना रोडटंग जित्मुआंगनोन से होने वाला था, लेकिन फ्लाइवेट मॉय थाई किंग चोटिल हो गए और उन्हें ऑस्ट्रेलियाई-थाई स्टार “मिनी टी” डेनियल विलियम्स से रिप्लेस किया गया है।
सुपरलैक को अपनी शानदार स्किल्स और तकनीक पर आधारित स्ट्राइकिंग के लिए जाना जाता है। “मिनी टी” और “द किकिंग मशीन” के जबरदस्त स्टाइल्स इस फाइट को मनोरंजक बना रहे होंगे।
यहां जानिए सुपरलैक vs विलियम्स मुकाबले में दोनों फाइटर्स किन 4 तरीकों से जीत दर्ज कर सकते हैं।
#1 अटैक के बदले अटैक की रणनीति पर अच्छे प्रदर्शन करते आए हैं विलियम्स
विलियम्स की तकनीक शानदार है, लेकिन “द किकिंग मशीन” जैसे टॉप स्ट्राइकर के खिलाफ केवल तकनीक पर निर्भर रहना सही नहीं होगा। इसलिए चैलेंजर को फ्रंट-फुट पर रहकर अटैक करने की काबिलियत का पूरा फायदा उठाना होगा।
डेनियल पुएर्तस ने दिखाया था कि जब सुपरलैक को सर्कल वॉल की तरफ धकेला जाता है, तब वो कमजोर पड़ जाते हैं। “मिनी टी” भी डिफेंडिंग चैंपियन को बैकफुट पर धकेल कर बढ़त हासिल करना चाहेंगे।
थाई आइकॉन को अटैक करने से रोकने और उन्हें थकाने के लिए विलियम्स पीछे ना हटते हुए दमदार पंच पंच लगाने की कोशिश कर सकते हैं।
हालांकि ये रणनीति सुपरलैक जैसे अनुभवी प्रतिद्वंदी के खिलाफ खतरे से खाली नहीं है, लेकिन अगर “मिनी टी” पंच और फ्लाइंग अटैक्स की लय प्राप्त कर पाए तो सुपरलैक के लिए भी उन्हें रोक पाना मुश्किल हो जाएगा।
विलियम्स अपने विरोधी के करीब रहकर अटैक करना पसंद करते हैं, उन्हें अपनी ठोड़ी पर भरोसा है। इसलिए डिफेंडिंग चैंपियन पर सही समय पर किया गया अटैक मैच का परिणाम उनके पक्ष में ला सकता है।
#2 सुपरलैक को अपने विरोधी को बैकफुट पर रखना होगा
सुपरलैक को अपने विरोधी को खुद से दूर रखना होगा और ऐसा करने के उनके पास कई तरीके हैं।
“द किकिंग मशीन” की पुश किक्स उनके सबसे खतरनाक हथियारों में से एक हैं, जिनका प्रभाव विलियम्स को लय से भटका सकता है।
अगर ऑस्ट्रेलियाई स्टार ने आगे आकर पंच, नी या एल्बो लगाने की कोशिश की, तभी सही टाइमिंग के साथ पुश किक लगाकर सुपरलैक अपने विरोधी को काउंटर अटैक करने से रोक सकते हैं।
सुपरलैक बहुत तेजी के साथ पंच और दोनों पैरों से पुश किक्स लगाते हैं। खास बात ये है कि वो अटैक करने और डिफेंस के लिए भी इन किक्स का इस्तेमाल करते आए हैं। इससे वो अपने प्रतिद्वंदी से दूरी बनाए रखते हुए लॉन्ग-रेंज स्ट्राइक्स लगा पाएंगे।
अगर विलियम्स किसी तरह सुपरलैक के करीब आने में सफल रहे, उस स्थिति में ONE फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन लेफ्ट हुक और खतरनाक राइट नी स्ट्राइक्स लगाकर उन्हें अटैक करने से रोक सकते हैं।
#3 विलियम्स के दमदार काउंटर पंच
विलियम्स को फ्रंट-फुट पर रहना पसंद है, लेकिन अगर सुपरलैक उन्हें बैकफुट पर रख पाए तो वो काउंटर अटैकिंग के जरिए बढ़त बना सकते हैं।
हम चाहे पंचों की बात करें या किक्स की, “मिनी टी” हमेशा स्ट्राइक के बदले स्ट्राइक लगाने की कोशिश करते हैं, जो उनके प्रतिद्वंदी को संदेश भेज देता है कि उन्हें हराना इतना आसान नहीं है।
विलियम्स को एकसाथ कई काउंटर पंच लगाना पसंद है और अगर सामने वाला एथलीट समय रहते डिफेंसिव पोजिशन में नहीं आ पाता तो उन्हें ऑस्ट्रेलियाई एथलीट की पावर का प्रभाव झेलना पड़ता है।
सुपरलैक को भी ध्यान रखना होगा कि वो ज्यादा उत्साहित होकर अपने चैलेंजर पर लापरवाही से अटैक ना करें क्योंकि मौका मिलने पर विलियम्स काउंटर अटैक करने से पीछे नहीं हटेंगे। वो नॉकडाउन होने के बाद भी हार नहीं मानते।
#4 सुपरलैक की शानदार राइट किक्स
अगर सुपरलैक लंबे समय तक अपने विरोधी को खुद से दूर रख पाए तो उन्हें अपनी आइकॉनिक राइट किक्स लगाने के कई मौके मिलेंगे।
उन्हें अपनी बॉडी किक्स के कारण “द किकिंग मशीन” नाम मिला है। इसलिए जब भी विलियम्स पंच लगाने के लिए आगे आएंगे, तभी उन्हें किक्स का प्रभाव झेलना पड़ सकता है।
ये किक्स अगर बॉडी पर लैंड हुईं तो “मिनी टी” का एनर्जी लेवल जरूर गिरेगा। अगर चैलेंजर उन्हें ब्लॉक कर पाए तो उनके हाथों को क्षति पहुंचेगी, जिससे उन्हें पंच लगाने या गार्ड को मजबूत रखने में परेशानी होगी।
विलियम्स का सामना ONE Fight Night 8 में रुई बोटेल्हो से होने वाला था और अब अगर वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में उन्हें मिड-सेक्शन पर किक्स का प्रभाव झेलना पड़ा तो उनका स्टैमिना जवाब देने लगेगा।
उनकी बॉडी को जितनी क्षति पहुंचेगी, सुपरलैक को लो और हाई किक्स लाने के उतने ही ज्यादा मौके मिलेंगे।