सुपरलैक Vs. टकेरु: ONE 165 के वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में जीत के 4 तरीके

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“द किकिंग मशीन” सुपरलैक कियातमू9 और टकेरु “द नेचुरल बोर्न क्रशर” सेगावा के बीच होने वाले ONE फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल मुकाबले में अब बस कुछ ही समय बचा है।

ये जोड़ी इस रविवार को टोक्यो में ONE 165 को हेडलाइन करेगी और ग्लोबल फैंस इन दो महानतम स्ट्राइकर्स को आमने-सामने देखने के लिए उत्सुक हैं।

हालांकि, वे दोनों लंबे समय से सुपरस्टार हैं, लेकिन मौजूदा किंग सुपरलैक और अपना ONE डेब्यू कर रहे जापानी दिग्गज टकेरु फाइट शैली में बिल्कुल अलग हैं, जो शायद इस पांच राउंड के मुकाबले की सबसे दिलचस्प बात है।

इससे पहले कि 28 जनवरी को एरियाके एरीना में एक्शन शुरु हो, आइए नजर डालते हैं कि इस चैंपियनशिप मैच का परिणाम किस तरह से निकलकर सामने आ सकता है।

#1 सुपरलैक की पुश किक्स

इस फाइट में रेंज सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है और सुपरलैक को मैच को अपने दायरे में रखने के लिए पुश किक्स (जिन्हें टीप्स भी कहा जाता है) का उपयोग करके अपने प्रतिद्वंदी को दूर रखना होगा।

लंबी किकिंग दूरी से थाई स्टार आक्रामक और रक्षात्मक रूप से अधिक अनुकूल होंगे इसलिए उन्हें टकेरु को पीछे धकेलने या उनके हमलों का जवाब देने में उनका इस्तेमाल करना होगा।

जितना अधिक समय तक सुपरलैक टकेरु को अपने से दूर रखेंगे, जापानी स्टार को उतना ही अधिक जोर लगाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा और उससे उनके डिफेंस में कमजोरी उजागर होगी।

#2 टकेरु की ताकतवर बॉक्सिंग 

टकेरु एक बेहतरीन पंचर हैं जिन्होंने अपने करियर की 43 जीतों में 25 विरोधियों को नॉकआउट किया है और वो मैच में किसी भी समय फिनिश की तलाश को बंद नहीं करते हैं।

उनके दोनों हाथों में नॉकआउट पावर के साथ उन्हें फाइट का रुख बदल देने का बस एक मौका चाहिए, जिसका अर्थ है कि सुपरलैक को पूरे पांच राउंड तक रक्षात्मक रूप से मजबूत रहने की आवश्यकता है।

हालांकि अगर एक भी शॉट्स अपने निशाने पर नहीं लगते हैं तो “द नेचुरल बोर्न क्रशर” ज्यादा मात्रा में मुक्के मारते हैं, जो अच्छे से अच्छे प्रतिद्वंदियों को कमजोर कर सकता है।

#3 सुपरलैक की प्रतिष्ठित राइट किक

सुपरलैक अपनी खतरनाक राइट किक से टकेरु को कमजोर करके उनकी गति को धीमा करने की कोशिश भी कर सकते हैं।

28 वर्षीय स्ट्राइकर को उनकी शानदार स्ट्राइक्स के कारण “द किकिंग मशीन” के रूप में जाना जाता है और प्रत्येक प्रतिद्वंदी को इसके प्रभाव को सीमित करने का प्रयास करना पड़ता है।

टकेरु जैसे बड़े पंचर के खिलाफ फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग किंग अपनी राइट राउंड किक से बॉडी पर वार कर सकते हैं और जब उनके प्रतिद्वंद्वी हमला करने या ब्लॉक करने का सोचें तो वो अपनी पिंडली से भी निशाना साध सकते हैं।

#4 टकेरु द्वारा बॉडी पर स्ट्राइक्स

ONE में शामिल होने के बाद से अगर सुपरलैक में कोई कमजोरी है तो वो ये है कि अगर उनके विरोधी मैच के आखिरी चरणों में लगातार उन पर हमला करते हैं तो उनकी कंडीशनिंग कमजोर प्रतीत होती है।

टकेरु इसका फायदा उठा सकते हैं। वो शुरुआत में इसकी नींव रखकर चैंपियनशिप राउंड्स में ताकतवर बॉडी शॉट्स का उपयोग कर सकते हैं।

पूर्व 3-डिविजन K-1 वर्ल्ड चैंपियन दोनों तरफ से शरीर पर दमदार हुक्स मारते हैं, लेकिन विशेष रूप से उनका बाएं हाथ का लिवर शॉट बेहद खतरनाक है।

इसके साथ-साथ वो ताकतवर नी स्ट्राइक्स से शरीर के मध्य भाग को निशाना बना सकते है और तेज-तर्रार तरीके से स्पिनिंग बैक किक्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

अगर बॉडी पर इन प्रहारों से वो सुपरलैक को चोट पहुंचा सकते हैं तो बेल्ट को अवश्य जीत सकते हैं।

किकबॉक्सिंग में और

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