कैसे माइकी मुसुमेची ने दूसरों की मदद कर डिप्रेशन से निजात पाई – ‘इससे मुझे जीने का मकसद मिला’
अमेरिकी ग्रैपलर माइकी मुसुमेची अपने जीवन में डिप्रेशन से पीड़ित रहे हैं, लेकिन अब वो बहुत बड़े प्लेटफॉर्म पर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बनाने के मौके को लेकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
ONE फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन ने अपने स्किल सेट, अनोखे व्यक्तित्व, पिज़्ज़ा और पास्ता डाइट के दम पर लोगों का सपोर्ट पाया है। मगर इन दिनों “डार्थ रिगाटोनी” का लक्ष्य दूसरों को चुनौतियों को पार करने में मदद करना है।
26 वर्षीय एथलीट अब शनिवार, 6 मई को ONE Fight Night 10: Johnson vs. Moraes III में ओसामा अलमारवाई को हराकर अपने वर्ल्ड टाइटल को डिफेंड करते हुए अपने शानदार सफर को जारी रखना चाहेंगे।
पूरी दुनिया मुसुमेची को लाइव देख रही होगी, लेकिन वो केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए फाइट नहीं कर रहे होंगे।
“डार्थ रिगाटोनी” ने कहा:
“मैं अब तक जिउ-जित्सु में हर एक टाइटल को जीत चुका हूं और अब मेरा लक्ष्य अधिक टाइटल्स अपने नाम जोड़ना नहीं है। मैं अब लोगों को प्रेरित करते हुए उनकी मदद करना चाहता हूं। मैं उन्हें अपने जीवन में आने वाली बाधाओं को पार करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहता हूं।
“मैं अब ऐसी स्थिति में पहुंच चुका हूं, जहां मेरे ऊपर केवल अच्छा परफॉर्म करना ही नहीं बल्कि अन्य लोगों के साथ अपने करियर को साझा करने का दबाव भी है, जिसमें मैंने कई कठिन चुनौतियों को पार किया है।”
मुसुमेची दूसरों की मदद करना चाहते हैं और वो ये भी मानते हैं कि दूसरों की सहायता करने से उन्हें भी मदद मिलती है।
अमेरिकी ग्रैपलिंग सनसनी जब डिप्रेशन से जूझ रहे थे और वो मानसिक तौर पर बहुत परेशान रहते थे, तब उन्हें अहसास हुआ कि कुछ चीज़ें आपके लिए कभी मददगार नहीं रहेंगी। उन्हें जल्द पता चला कि दूसरों की मदद करने से उन्हें खुशी मिलती है।
उन्होंने कहा:
“मुझे डिप्रेशन के समय ये पता चला कि जब आप ऐसी स्थिति में होते हैं तो आपको खाना, पैसा और कोई अन्य चीज़ खुश नहीं कर सकती। मगर दूसरों की मदद करने से मुझे खुशी मिली क्योंकि उनके चेहरे पर हंसी होती थी। मैं जब किसी के दिन को बेहतर बनाता तो इससे मुझे जीने का मकसद मिला।
“मैं खुद से कहता, ‘मुझे बहुत बुरा महसूस हो रहा है, लेकिन कम से कम मेरे आसपास लोग मेरे कारण खुश हैं।’ इससे मुझे एक और दिन जीने का मकसद मिलता है। इसलिए फाइटिंग करियर के अलावा इस समय दूसरों के जीवन में सकारात्मकता लाना मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य है।
“इसलिए मैं डिप्रेशन के बारे में बात करता हूं। मैं नहीं चाहता कि कोई मेरे कारण बुरा महसूस करे। मैं सबको ये दिखाना चाहता हूं कि अगर आप संघर्ष कर रहे हैं तो मैंने भी उस दौर को झेला है। आप अकेले नहीं हैं, आप भी संघर्षपूर्ण दौर को पीछे छोड़ सकते हैं।”
माइकी मुसुमेची ने अपने युवा दिनों को याद किया
माइकी मुसुमेची में समय के साथ बहुत बदलाव आए हैं। वो समय में वापस लौट पाते तो अपने अनुभव से जरूर युवा मुसुमेची को कई अहम सलाह देना पसंद करते।
“डार्थ रिगाटोनी” को दूसरों द्वारा पसंद किए जाने जैसी चीज़ें अच्छा महसूस करवाती थीं, लेकिन अब उन्हें अहसास हुआ है कि ऐसा करना सही नहीं था।
मुसुमेची ने कहा:
“उस समय माइकी टाइटल जीतने, दूसरों की तारीफ सुनने का आदी था, जिससे वो खुद को बेहतर नहीं बना पा रहा था। इसलिए मैं आज युवावस्था में लौट पाता तो कहता, ‘टाइटल्स जीतने पर अधिक ध्यान मत दो।’
“मुझे बेल्ट्स जीतना और खुद को बेहतर बनाना पसंद है, लेकिन मैं कहूंगा, ‘सफलता की प्रक्रिया को इंजॉय करने की कोशिश कीजिए और ऐसे मत दर्शाइए जैसे आपका जीवन केवल बेल्ट जीतने पर निर्भर है। गोल्ड मेडल जीतना ही सब कुछ नहीं है क्योंकि आपको परिस्थितियों का मजा लेना आना चाहिए। आपको दूसरों की मदद करनी चाहिए।'”
मुसुमेची ने संघर्षपूर्ण समय से ज्ञान प्राप्त किया है और साथ ही उन्होंने दूसरे लोगों में सकारात्मक चीज़ें देखना भी सीखा है।
वो अपने युवा दिनों में नकारात्मक चीज़ों की ओर अधिक ध्यान देते थे इसलिए वो दौर आसान नहीं था। मगर वो अब जानते हैं कि ऐसे काफी लोग होते हैं, जिनके साथ आप अच्छा समय बिता सकते हैं।
उन्होंने कहा:
“मेरी स्किल्स उस समय शायद ज्यादा अच्छी नहीं थीं। इसलिए पहले के मुकाबले आज के माइकी का सोचने का तरीका बदला है, जो बहुत विनम्र है और लोगों से बात करना पसंद करता है।
“जब आप युवा होते हैं तो लोगों के प्रति आपके मन में नकारात्मक विचार आने लगते हैं और आप नहीं जानते कि इस दुनिया में अच्छे लोग भी हैं। इसलिए समय बीतने के साथ आपको अच्छा अनुभव और अच्छे लोग भी मिलते हैं।
“इसलिए मैं युवा माइकी से कहता, ‘इस दुनिया में अच्छे लोग भी हैं, जिनसे दिल से प्यार करना। उन्हें हमेशा अपने दिल के करीब रखना।'”