वो मुकाबले जिन्होंने चिंगिज़ अलाज़ोव को सुपरबोन के खिलाफ वर्ल्ड टाइटल मैच दिलाया
चिंगिज़ अलाज़ोव अपने किकबॉक्सिंग करियर के सबसे बड़े मुकाबले की तैयारी कर रहे हैं।
अज़रबैजानी-बेलारूसी नॉकआउट आर्टिस्ट अमेरिकी प्राइमटाइम पर शुक्रवार, 13 जनवरी (भारत में शनिवार, 14 जनवरी) को ONE Fight Night 6 के मेन इवेंट में पाउंड-फोर-पाउंड किंग और मौजूदा ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन सुपरबोन सिंघा माविन को खिताब के लिए चुनौती देंगे।
ये मुकाबला थाइलैंड के बैंकॉक के इम्पैक्ट एरीना में खेला जाएगा, जो हालिया समय में किकबॉक्सिंग की बहुप्रतीक्षित भिड़ंत में से एक होगा। इस मुकाबले में शामिल होने के लिए अलाज़ोव को ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री में शानदार प्रदर्शन का काफी लाभ मिला।
अपनी 3 यादगार बाउट्स में 29 साल के जबरदस्त स्ट्राइकर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट की प्रतिष्ठित सिल्वर बेल्ट अपने नाम की और सुपरबोन के खिलाफ वर्ल्ड टाइटल का मौका भी हासिल किया।
अब जब दोनों फाइटर्स अपने ट्रेनिंग कैंप पूरे कर चुके हैं तो आइए अलाज़ोव के पिछले कुछ मुकाबलों पर नजर डालते हैं, जिन्होंने उन्हें ONE Fight Night 6 के मेन इवेंट तक पहुंचाने में मदद की।
कुछ सेकंडों में अलाज़ोव ने सना को किया धराशाई
अलाज़ोव ने ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री क्वार्टरफाइनल में इससे बेहतरीन प्रदर्शन की कल्पना नहीं की होगी।
अक्टूबर 2021 में हुए ONE: FIRST STRIKE में “चिंगा” का सामना फ्रांसीसी-अल्जीरियाई एथलीट सैमी “AK47” सना से हुआ। अलाज़ोव अपने कॉर्नर से किसी जोशीले एथलीट की तरह निकलकर सामने आए।
अपने प्रतिद्वंदी की प्रभावशाली रीच एडवांटेज और जानी-पहचानी ताकत से बेपरवाह अलाज़ोव ने मुकाबले के शुरुआती सेकंड में ही सना को एक शानदार हेड किक से हिलाकर रख दिया। इसके बाद उन्होंने लगातार कई स्ट्राइक्स लगाईं और अंत में एक पसलियां तोड़ देने वाले बॉडी शॉट से अपने विरोधी को ढेर कर दिया।
इस हमले से हैरान और पस्त फ्रांसीसी-अल्जीरियाई स्टार बाउट को आगे जारी रखने में असमर्थ हो गए।
अपने शानदार 39 सेकेंड के प्रदर्शन के दम पर अलाज़ोव सेमीफाइनल में आगे बढ़ गए और ग्रां प्री के बाकी एथलीट्स को तगड़ा संदेश भी दे डाला।
‘स्मोकिन’ जो को अलाज़ोव ने आसानी से हरा दिया
जनवरी में हुए ONE: ONLY THE BRAVE के दौरान अलाज़ोव ने दुनिया के जाने-माने नॉकआउट आर्टिस्ट “स्मोकिन” जो नाटावट के खिलाफ ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री सेमीफाइनल में मुकाबला किया था।
इस दौरान आत्मविश्वास से भरे हुए “चिंगा” ने थाई सुपरस्टार पर हावी होने में बिल्कुल भी समय बर्बाद नहीं किया। उन्होंने तुरंत अपने प्रतिद्वंदी पर 3 व 4 स्ट्राइक कॉम्बिनेशन्स के साथ हेड, बॉडी और पैरों पर हमले कर दिए।
मुकाबले के बस एक मिनट से कुछ ज्यादा समय बीतने के बाद अलाज़ोव ने अपरकट लगाकर अपने प्रतिद्वंदी को चौंका दिया। इसके बाद विरोधी के नीचे गिरते वक्त घुटने से वार किया। अनुभवी एथलीट होने के नाते नाटावट ने संभलने के लिए 8 तक की पूरी गिनती का सहारा लिया और फाइट जारी रखी।
हालांकि, अज़रबैजानी-बेलारूसी स्ट्राइकर ने उन पर अपना पूरा दबाव बनाए रखा। उन्होंने नाटावट पर खतरनाक काम्बिनेशंस लगाए और अंत में शानदार लेफ्ट क्रॉस चला दिया। इस हमले से धराशाई होकर विरोधी कैनवास पर गिर पड़े।
पहले राउंड के इस रोमांचक नॉकआउट के साथ अलाज़ोव ने टूर्नामेंट के फिनाले के लिए अपना टिकट पक्का कर लिया और ये सब उन्होंने सिर्फ 2 मिनट के अंदर कर डाला।
अलाज़ोव ने सिटीचाई को छकाया और हराया
मार्च में हुए ONE X: Part I में ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप के फाइनल में दिग्गज सिटीचाई “किलर किड” सिटसोंगपीनोंग से भिड़ने के बाद अलाज़ोव दिग्गज फाइटर्स के समूह में शामिल हो गए।
अपने प्रतिद्वंदी से रफ्तार और ताकत में कहीं बेहतर “चिंगा” ने साबित कर दिया कि वो दुनिया के सबसे आक्रामक किकबॉक्सर्स में से एक हैं।
मुकाबले के 3 धमाकेदार राउंड के दौरान उन्होंने कई तरह के हमले किए, जिसमें जोरदार बॉडी पंच, धमाकेदार स्पिनिंग बैकफिस्ट्स और हेड किक्स शामिल रहीं।
खतरनाक बाएं हाथ के काउंटर स्ट्राइकर सिटीचाई ने अलाज़ोव की हर संभव कोशिश को बखूबी नाकाम दिया। यहां तक कि अंतिम राउंड में उनके एक्शन को दबा दिया। हालांकि, अज़रबैजानी-बेलारूसी एथलीट की रफ्तार और अंदाजा ना लगा सकने वाली शैली उन पर भारी पड़ रही थी। इससे वो लगातार अपने थाई प्रतिद्वंदी को मात दिए जा रहे थे।
अंत में अलाज़ोव ने सर्वसम्मत निर्णय के जरिए अपने करियर की सबसे बड़ी फाइट जीत ली। ऐसा करके वो ना सिर्फ प्रतिष्ठित ग्रां प्री सिल्वर बेल्ट जीतने वाले केवल 5वें एथलीट बन गए बल्कि उन्होंने सुपरबोन से खिताब हासिल करने का मौका भी पा लिया।