ONE Super Series लाइट हेवीवेट डिविजन के सबसे शानदार नॉकआउट्स

ONE Super Series के लाइट हेवीवेट डिविजन में एक से बढ़कर एक तगड़े एथलीट्स मौजूद हैं और उनमें से कई एथलीट्स के पास बड़े बॉडी साइज़ के साथ-साथ गज़ब की ताकत भी है।
जब भी ये टॉप लेवल के स्ट्राइकर्स अटैक के लिए आगे आते हैं तो मैच के फिनिश होने की संभावना अत्यधिक हो जाती है। इसी वजह से ये डिविजन थोड़े ही समय में फैन फेवरेट बन चुका है।
यहाँ आप देख सकते हैं इस डिविजन में मौजूद तगड़े किकबॉक्सर्स द्वारा किए गए सबसे बेहतरीन नॉकआउट्स।
क्रीकलिआ ने खबाबेज़ को नॉकआउट कर वर्ल्ड टाइटल जीता
तारिक “द टैंक” खबाबेज़ को उनकी पहली चार ONE Super Series बाउट्स में रोक पाना किसी के लिए लगभग असंभव प्रतीत हो रहा था क्योंकि उन्होंने लगातार 4 मैचों में धमाकेदार जीत दर्ज की थीं। लेकिन नवंबर 2019 में चीन में हुए ONE: AGE OF DRAGONS में उनके पुराने प्रतिद्वंदी रहे रोमन क्रीकलिआ ने उनके इस जीत के सिलसिले को समाप्त किया।
शुरुआती राउंड में क्रीकलिआ को डच एथलीट द्वारा कुछ दमदार शॉट्स झेलने पड़े थे लेकिन दूसरे राउंड में वो शुरुआत से ही हर तरह की स्थिति के लिए तैयार थे।
दूसरे राउंड के शुरुआती सेकंड्स में यूक्रेन के स्टार एथलीट ने शानदार राइट हैंड और उसके बाद राइट हेड किक भी लगाई, उसके बाद 2 लगातार लेफ्ट हैंड्स से खबाबेज़ नीचे गिर पड़े थे।
जब “द टैंक” खड़े हुए तो Gridin Gym के प्रतिनिधि ने एक बार फिर दबाव बनाना शुरू कर दिया। नी और पंचों की बरसात से मजबूरन रेफरी को खबाबेज़ के लिए काउंट शुरू करना पड़ा लेकिन काउंट पूरा होने से पहले ही वो मैच जारी रखने के लिए तैयार हो गए थे।
खबाबेज़ अभी भी मैच को जारी रखना चाहते थे लेकिन राइट हैंड्स और आखिर में लगे लेफ्ट हुक ने क्रीकलिआ की जीत पक्की कर दी थी। क्रीकलिआ ने इस जीत के साथ पहला ONE लाइट हेवीवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल अपने नाम किया था और इस जीत के साथ उन्होंने 2015 में खबाबेज़ से मिली हार का बदला भी पूरा किया।
स्टोइका ने सिल्वा को दमदार राइट हैंड से नॉकआउट किया
दिसंबर 2019 में रोमानिया के आंद्रेई “मिस्टर KO” स्टोइका ने मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में हुए ONE: MARK OF GREATNESS में एंडरसन “ब्रेडॉक” सिल्वा को पहले राउंड में नॉकआउट कर दिखा दिया था कि उन्हें अपना निकनेम क्यों और कैसे मिला है।
स्टोइका ने अपने प्रतिद्वंदी को परखने के लिए कुछ समय जरूर लिया लेकिन जैसे ही उन्हें मौका मिला उन्होंने अपनी ताकत से सिल्वा के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी थीं और मैच को फिनिश करने में भी देर नहीं लगाई।
ठोड़ी पर लगे लेफ्ट हुक से सिल्वा लड़खड़ाने लगे थे, उसके तुरंत बाद दूसरा हुक हालांकि मिस हो गया लेकिन “ब्रेडॉक” पहले हुक से अभी तक उबर नहीं पाए थे।
रोमानियाई स्टार ने दमदार राइट हैंड लगाया जिससे ब्राजीलियाई स्टार लड़खड़ाते हुए सर्कल वॉल की ओर चले गए।
- ONE Championship के इतिहास के 5 सबसे बेहतरीन लेग लॉक सबमिशन्स
- मॉय थाई ट्रेनिंग के 3 मानसिक फायदे जो तुरंत नजर आएंगे
- कैसे वुशु ने फिलीपींस मार्शल आर्ट्स के विस्तार में मदद की
“ब्रेडॉक” के दमदार अपरकट के आगे इसाएव नहीं टिक पाए
सितंबर 2019 में वियतमान में हुए ONE: IMMORTAL TRIUMPH में सिल्वा ने जबरदस्त नॉकआउट पावर का प्रदर्शन करते हुए बेबुलट इसाएव को मात दी थी।
दोनों ही ओर से दमदार अटैक देखने को मिला लेकिन आखिर में “ब्रेडॉक” विजयी साबित हुए थे और इसका श्रेय उनके द्वारा पहले राउंड के आखिरी क्षणों में आई पंचों की बरसात को जाता है।
ब्राजीलियाई एथलीट ने दमदार स्ट्रेट राइट लगाते हुए अपने प्रतिद्वंदी को क्षति पहुँचा दी थी और उसके बाद उन्होंने रूसी स्टार का पीछा कर अपना आखिरी शॉट लगाया।
सिल्वा की पकड़ और भी मजबूत तब हुई जब उनका हुक-क्रॉस सटीक निशाने पर जाकर लगा और उसके तुरंत बाद शरीर पर लेफ्ट नी लगाई थी।
इसाएव बुरी तरह लड़खड़ाने लगे थे, “ब्रेडॉक” ने मौके का फायदा उठाते हुए एक के बाद दूसरा राइट हैंड लगाया और उसके बाद राइट अपरकट से उन्होंने अपनी जीत पक्की कर ली थी।
खबाबेज़ ने आखिरी मोमेंट पर अल बूनी को फिनिश किया
अक्टूबर 2018 में म्यांमार में हुए ONE: PURSUIT OF GREATNESS में खबाबेज़ का सामना डच-मोरक्कन एथलीट इब्राहिम “मिस्टर कूल” अल बूनी से हुआ और उन्होंने 3 राउंड तक चले कांटेदार मुक़ाबले में बड़ी जीत दर्ज की थी।
दोनों के मनमोहक स्टाइल ने इस मुकाबले को दिलचस्प बना दिया था।
“मिस्टर कूल” मूवमेंट कर रहे थे, वहीं “द टैंक” आगे आकर दमदार पंच लगा रहे थे जिससे दूसरे राउंड में उन्होंने अल बूनी को 2 बार नीचे गिराया।
खबाबेज़ की फ्रंटफुट पर रहने की रणनीति आखिरकार तीसरे राउंड में उनके लिए कारगर साबित हुई। उन्होंने लगातार हेड और बॉडी पर हुक्स लगाते हुए अल बूनी को बैकफुट पर जाने के लिए मजबूर कर दिया था और मैच में अभी कुछ ही सेकंड बाकी थे कि उनके लेफ्ट हुक्स से मैच को अंतिम रूप मिला।
ये भी पढ़ें: ऐसा रहा रोमन क्रीकलिआ का यूक्रेन से ग्लोबल स्टेज तक का सफर