वो कठिन रास्ता जिसने रेने कैटलन के CFS जिम में जोश भरा
अपने जीवन के कई साल तक रेने “द चैलेंजर” कैटलन को रेस में बने रहने के लिए हर चीज कमानी पड़ी है।
हालांकि, उन्होंने उन अनुभवों का इस्तेमाल अपने सजे-धजे मार्शल आर्ट्स करियर में जोश भरने के लिए किया। बाद में उन्होंने बिजनेस की दुनिया में Catalan Fighting System MMA और फिटनेस जिम (CFS) को 2012 में खोलकर कामयाबी हासिल की।
आइए जानते हैं कि कैसे 41 साल के फिलीपीनो मार्शल आर्ट्स स्टार ने खुद को आगे बढ़ाते हुए जिम को स्थापित किया।
शुरुआती साल
फिलीपींस की खेती-बाड़ी वाले शहर इलोइलो में 12 भाई-बहनों के बीच बढ़ते हुए कैटलन का जीवन की कठिनाइयों से पाला पड़ा। ऐसा मालूम चला कि जैसे उनके रास्ते में आने वाली चुनौतियां कभी खत्म ही नहीं होने वाली हैं।
दूसरे बच्चों की तरह अपना बचपन खेल के मैदान या बास्केटबॉल कोर्ट में बिताने की जगह “द चैलेंजर” ने माता-पिता की मदद करने के लिए धान के खेतों में काम किया।
उन्होंने कहा, “जब मैं 8 साल का हुआ तो कॉलेज के अलावा मैं धान उगाने में लगा रहा। मैं खेतों में ही बड़ा हुआ और जिंदा रहने के लिए शुरुआत से ही त्याग करने के बारे में सीखा।”
ये जानते हुए कि उन्हें पहल करने की जरूरत है। ऐसे में कैटलन ने 1999 में अपनी किस्मत आजमानी शुरू कर दी। वो नैशनल बॉक्सिंग टीम में जाने का लक्ष्य बनाकर मनीला चले गए। बिल्कुल अपने आदर्श मनस्वीटो “ऑनयोक” वेलास्को की तरह।
इलोइलो के रहने वाले एथलीटों के लिए बॉक्सिंग ज्यादा मायने नहीं रखती थी। ऐसे में जल्द ही उन्होंने वुशु में अपना पूरा ध्यान लगा लिया।
इसके बाद “द चैलेंजर” राष्ट्रीय खेल में सबसे सफल नैशनल एथलीट बनकर सामने आए। उन्होंने वुशु वर्ल्ड चैंपियन व एशियन गेम्स और साउथ ईस्टर्न एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल के टाइटल अपने ट्रॉफी केस में शामिल किए।
एक के बाद एक बाधा
बेहतरीन फॉर्म में होने के बावजूद कैटलन 2006 में मुकाबला करने के बाद फिलीपींस की नेशनल वुशु टीम से रिटायर हो गए। ये एक ऐसा फैसला था, जिसमें उनकी इच्छा शामिल नहीं थी।
इलोइलो के मूल निवासी को याद है, “मुझे अपने हेड कोच के कारण रिटायर होना पड़ा क्योंकि उन्होंने मुझसे कहा था कि अब समय आ गया है, जब दूसरों को मौका दिया जाए। इस वजह से मैंने कई सारे इंटरनैशनल वुशु फेडरेशन में कोच के लिए अप्लाई कर दिया।”
कनाडा के नैशनल वुशु प्रोग्राम में जाते हुए कैटनल को लगा कि उनको नया घर मिल गया। हालांकि, उस देश में सेट होते ही उन्हें अचानक फिलीपींस जाने की जरूरत पड़ गई। उनकी पत्नी एडलन का वहां हाइपरथारोडिज्म का इलाज किया जा रहा था।
उस समय परिवार का ध्यान रखना उनके लिए सबसे ज्यादा जरूरी था। साथ ही वो कनाडा के प्रोग्राम की तब भी प्लानिंग कर रहे थे। हालांकि, फिर से विदेश जाने से पहले उनको एक और परेशानी का सामना करना पड़ा।
उन्होंने खुलासा किया, “साल 2010 में मैं कनाडा जाने की तैयारी कर रहा था।”
“मेरे पास वहां दो साल का कॉन्ट्रैक्ट था लेकिन वुशु फेडरेशन ने एक आर्टिकल निकाला कि मैं वापस नहीं जा रहा हूं क्योंकि मैं फिलीपींस वुशु टीम की मदद करना चाहता हूं।”
“इस वजह से कनाडा की फेडरेशन ने मुझसे सवाल किया और मेरे स्टूडेंट पूछने लगे कि मैं वापस क्यों नहीं आ रहा हूं। मैंने कहा कि ऐसा मैंने नहीं कहा है। ऐसा केवल फिलीपींस की वुशु फेडरेशन कह रही है लेकिन उनकी पॉलिटिक्स की वजह से मैं वापसी नहीं कर सका।”
एक बार फिर कैटलन को काम की तलाश करनी पड़ी। फिर से जिंदगी ने उन्हें उसी मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया।
उस समय “द चैलेंजर” की दिलचस्पी मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में बढ़ रही थी। उन्हें बीजिंग Empire MMA में स्ट्राइकिंग कोच के तौर पर हायर कर लिया गया। दूसरी ओर एक लोकल मैनेजर उनकी टीम को काफी मोटी सैलरी ऑफर कर रहा था, जिसमें उनके भाई रॉबिन, रुएल और रैबिन भी शामिल थे।
इसलिए वो घर पर रुकने के लिए तैयार हो गए और फिर इंतजार करने लगे।
कैटलन ने कहा, “जब मैं बीजिंग में कोचिंग दे रहा था तो उस समय फिलीपींस में भी एक टीम बना रखी थी लेकिन हमें बेवकूफ बनाया गया।”
“एक मैनेजर ने मुझसे कहा था कि वो मुझे 120,000 (करीब US$2,400) की मासिक सैलरी देना चाह रहा है इसलिए मुझे बीजिंग नहीं जाना है लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”
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सभी मामले अपने हाथों में लेना
उस समय तक कैटलन अपनी किस्मत बदलने के लिए दूसरों के ऊपर निर्भर थे। फिर उनको लगा कि आगे बढ़ने के लिए उन्हें खुद से ही चीजें करनी पड़ेंगी।
इस चीज को दिमाग में रखते हुए साल 2012 में उन्होंने और उनके भाई ने खुद का जिम खोल लिया।
उन्होंने कहा, “हमें कोई सैलरी नहीं मिल रही थी तो मैंने और भाई ने बाकी चीजें छोड़ दीं और Catalan Fighting System की शुरुआत की। हमने तय किया था कि दूसरों द्वारा इस्तेमाल होने की जगह हम अपने दम पर कुछ करेंगे।”
“मैं चाहता था कि मेरे एथलीट को अपने सपनों को पूरा करने और गरीबी से ऊपर उठने का मौका मिले।”
ऐसे में इससे अच्छी टाइमिंग नहीं हो सकती थी। ONE Championship एक अंतरराष्ट्रीय मार्शल आर्ट्स इकाई के रूप में शुरू हो रही थी। इसके बाद दोनों भाइयों ने खुद को ग्लोबल स्टेज पर पाया।
इसके बावजूद भी रेने के लिए कुछ भी आसान नहीं हुआ। ONE Championship में एलेक्स “लिटल रॉक” सिल्वा के खिलाफ डेब्यू करने के बाद उनकी पत्नी की तबीयत ज्यादा खराब हुई और वो गुजर गईं।
बड़े नुकसान के बावजूद “द चैलेंजर” आगे बढ़ने के लिए दृढ़ संकल्पित हो चुके थे। फिर भी जीत के साथ CFS को बढ़ाने में उन्हें और उनके भाई को थोड़ा समय लगा।
रेने ने खाने, आश्रय और कोचों की सैलरी का हिसाब लगाते हुए बताया, “ये काफी मुश्किल था। एक एथलीट होने के चलते और बिना किसी संसाधन के ये काफी मुश्किल था। हमारे पास कुछ था तो हमारी अंतर आवाज, साधारण हिम्मत और जीवन के सिद्धांत।”
सच में अगर कोई चीज इन दोनों भाइयों को आती थी तो वो कठिन समय में खुद का बचाए रखना थी।
रॉबिन कैटलन ने कहा, “इस टीम को जो चीज़ खास बनाती है, वो ये कि मुश्किल हालात में असली मार्शल आर्टिस्ट वही पैशन बनाए रखते हैं, जो वो करना जानते हैं। हम सभी भाइयों पर मार्शल आर्ट्स का अहसान था इसलिए जिम में हमने ये सुनिश्चित किया कि इसका पूरा सम्मान हो।”
इस मानसिकता के साथ कैटलन का लक्ष्य था कि खुद को और दूसरों व आने वाले एथलीटों को अपने रोजाना के जीवन व मुकाबले में आगे बढ़ने का मौका दिया जा सके।
रॉबिन ने आगे बताया, “यहां केवल जीतने के बारे में ही बात नहीं होती है। यहां उन लोगों की बात भी होती है, जिनके पास कुछ नहीं होता लेकिन वो मार्शल आर्टिस्ट बनाना चाहते हैं। हम उन लोगों को मौका देना चाहते हैं।”
सफलता के हकदार
अंत में CFS के लिए मेहनत रंग लाई और “द चैलेंजर” ने ONE Championship में सीधे छह जीत हासिल कर लीं।
उन्होंने स्ट्रॉवेट डिविजन के सबसे बड़े नामों को हराया। इसमें स्टेफ़र “द लॉयन” रहार्डियन, एड्रियन “पापुआ बैडबॉय” मैथिस और पूर्व टाइटल होल्डर योशिताका “नोबिता” नाइटो शामिल हैं। यहां तक कि उनके पास नवंबर 2019 में राज कर रहे ONE स्ट्रॉवेट वर्ल्ड चैंपियन जोशुआ “द पैशन” पैचीओ को बेल्ट के लिए चुनौती देने का मौका था।
इसके अलावा, CFS में रेने के कुछ छात्रों ने The Home Of Martial Arts में लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचना शुरू कर दिया था।
वहीं, रॉबिन भी धीरे-धीरे स्ट्रॉवेट डिविजन के दिलचस्प एथलीट बनने लगे। ये तब साबित हो गया था, जब उन्होंने गुस्तावो “एल ग्लैडीएडर” बलार्ट को उस रात हराया, जब उनके भाई से पैचिओ से वर्ल्ड टाइटल के लिए मुकाबला कर रहे थे।
जोमारी “द ज़ाम्बोनियन फाइटर” टोरेस, रेने की सबसे अच्छी खोज में से एक हैं। वो अब भी विमेंस एटमवेट डिविजन की सबसे होनहार उभरती हुई स्टार हैं।
“द चैलेंजर” और CFS काफी लंबा सफर तय कर चुके हैं। इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है कि इस जिम को नए तरीकों, कठिनाइयों और पिछले कई साल के मतभेदों से आकार मिला है।
CFS के रॉबिन ने कहा, “यहां का माहौल हमेशा रोमांचक रहता है। यहां काम करते हुए आप हमेशा जोश से भर जाते हैं क्योंकि हर कोई कुछ न कुछ साबित करना चाहता है।”
“जो चीज यहां आसान है, वो ये कि हम सब आपस में एक-दूसरे से घुले मिले हैं। खून का रिश्ता बहुत मजबूत होता है इसलिए हम एक-दूसरे को कभी नहीं छोड़ेंगे, भले ही चीजें कितनी भी कठिन क्यों न हो जाएं।”
इन दिनों कैटलन परिवार का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। CFS के साथ “द चैलेंजर” फिलीपीनो एथलीटों को अपने खुद के प्रमोशन से मार्शल आर्ट्स का स्टार बनाने में जुटे हैं, जिसका नाम फिलीपीनी इनक्यूरेंटो चैंपियनशिप है।
रेने ने कहा, “इस समय मेरा लक्ष्य और ज्यादा एथलीटों की मदद करना है। खासकर जो अपने जीवन में सपनों को पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।”
वो पूरी तरह से अनुभव की बात कर रहे हैं। अपने जीवन में ज्यादातर समय सर्वाइवल मोड में रहने के बाद ये साफ हो गया है कि “द चैलेंजर” और Catalan Fighting System की विरासत समय के इम्तिहान में खरी उतरी है।
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