क्रोएशियाई दिग्गज से प्रेरणा लेते हैं रॉबर्टो सोल्डिच – ‘वो एक लैजेंड हैं’
रॉबर्टो सोल्डिच को अगर मिर्को “क्रो कॉप” फिलीपोविच का साथ ना मिला होता तो वो शायद आज इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाते।
अपने युवा दिनों से सोल्डिच को क्रोएशियाई MMA और किकबॉक्सिंग आइकॉन का साथ मिलता आया है और ONE Fight Night 10: Johnson vs. Moraes III में भी अपने कोच के नक्शेकदम पर चलना चाहेंगे।
“रोबोकॉप” अपने ही देश के एथलीट को अपना आदर्श मानते हैं इसलिए उन्हें ऊंचे लेवल पर फाइट करने की प्रेरणा मिलती आई है।
अब उन्हें शनिवार, 6 मई को कोलोराडो के 1stBank सेंटर में ज़ेबज़्टियन कडेस्टम के खिलाफ वेल्टरवेट MMA बाउट में अपने आदर्श का साथ ही अच्छा करने में मदद कर रहा होगा।
26 वर्षीय एथलीट ने अपने आइडल को लेकर कहा:
“साल 2001 में उन्होंने MMA में फाइट शुरू की थी, मैं उनके हर एक प्रतिद्वंदी को पहचानता हूं। मेरे गांव में सब लोग ‘क्रो कॉप’ की तरह बनना चाहते थे। मैं उनका बड़ा फैन रहा हूं और अब भी हूं।
“उनकी कुछ फाइट्स मुझे सबसे ज्यादा पसंद हैं, लेकिन वंडरलेई सिल्वा के साथ मैच सबसे शानदार रहा। उस मैच में उनकी लेफ्ट हाई किक मेरे लिए ऐतिहासिक लम्हा रहा और शायद उस हर व्यक्ति के लिए वो यादगार लम्हा रहा होगा, जिसने उस फाइट को देखा होगा।”
K-1 वर्ल्ड ग्रां प्री और Pride ओपन वेट वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियन के रूप में “क्रो कॉप” ने 2 खेलों के शिखर पर पहुंचने में सफलता पाई थी।
48 वर्षीय एथलीट इतनी सफलता प्राप्त करने के बाद भी विनम्र बने रहे हैं। इसी वजह से सोल्डिच भी उनका बहुत सम्मान करते हैं।
सोल्डिच अपने आदर्श से प्रेरणा लेकर अपने स्वभाव में सरलता बनाए रखना चाहते हैं, लेकिन साथ ही फाइट्स के दौरान खतरनाक भी बनना चाहते हैं। ये एक ऐसी विशेषता है जो दोनों क्रोएशियाई नॉकआउट आर्टिस्ट्स में देखने को मिलती है।
“रोबोकॉप” ने कहा:
“वो बहुत अनुशासित रहते हैं और बेकार की बातें करना पसंद नहीं करते।
“वो बहुत सब्र से फाइटिंग करते हैं और जब भी उनकी स्ट्राइक्स लैंड होती हैं, तब गहरा प्रभाव छोड़कर जाती हैं। उनकी लेफ्ट किक बहुत खतरनाक हुआ करती थी, जिसके लैंड होने पर तुरंत फाइट फिनिश हो सकती है।”
क्रो कॉप के साथ रिश्ता बहुत मायने रखता है: सोल्डिच
रॉबर्टो सोल्डिच ONE Championship में आने से पहले कई डिविजंस में MMA चैंपियन रहे और क्रोएशिया में बहुत जाने पहचाने कॉम्बैट एथलीट्स में से एक हैं।
उनकी इसी सफलता ने मिर्को “क्रो कॉप” फिलीपोविच का ध्यान खींचा और वो कुछ साल पहले मिले अपने आइडल के साथ ट्रेनिंग करने के मौके को लेकर बहुत उत्साहित थे।
उन्होंने बताया:
“मेरी उनसे मुलाकात 2019 या 2020 में हुई थी। मैं कुछ फाइट्स और बेल्ट्स जीतने के बाद उनके जिम में गया था और उनसे मिलकर बहुत उत्साहित था। मेरे मैचों से पहले और उसके बाद भी वो मुझे कॉल करते थे। उनके साथ रिश्ता बहुत मायने रखता है।
“मैं इतना ही कह सकता हूं कि सपने सच होते हैं। मैं उस लम्हे को शब्दों में बयां नहीं कर सकता। ‘क्रो कॉप’ से निमंत्रण मिलना अविश्वसनीय रहा।”
फिलीपोविच के पास बहुत अनुभव है, जिसे वो देश की नई पीढ़ी तक पहुंचाने में झिझकते नहीं हैं।
उनके ज्ञान ने “रोबोकॉप” को बहुत फायदा पहुंचाया है, जो मार्शल आर्ट्स में खूब सफलता प्राप्त कर रहे हैं। वो अब उसी ज्ञान की मदद से ONE वेल्टरवेट MMA डिविजन में टॉप पर पहुंचने की कोशिश करेंगे।
सोल्डिच ने कहा:
“वो एक लैजेंड हैं और हमेशा अहम सलाह देते रहते हैं।
“उनके द्वारा मिली सबसे अहम सलाह सीक्रेट रहेगी। उनके पास बहुत ज्ञान है और मैंने भी उनके अनुभव से काफी कुछ सीखा है। मैं उनमें और खुद में समानता देखता हूं। हम दोनों साउथपॉ (बाएं हाथ के) हैं, मूवमेंट एक जैसी है, लेकिन मैं उनके द्वारा बताई गई हर एक बात नहीं बता सकता। उन्होंने मुझे कई अच्छी सलाह दी हैं।”