वो शख्स जिन्होंने रोडटंग को बैंकॉक जैसे बड़े शहर के सदमे से उबरने में मदद की
ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन रोडटंग “द आयरन मैन” जित्मुआंगनोन के ONE Championship में अपने करियर के सबसे बड़े मैच में अब दो हफ्तों से भी कम समय बचा है। ऐसे में वो जिम में अपनी स्किल्स को और तेज करने में जुटे हैं।
फथालुंग प्रांत के इस हेवी हिटर को अपनी बेल्ट का बचाव हमवतन व पुराने प्रतिद्वंदी पेचडम “द बेबी शार्क” पेटयिंडी एकेडमी से शुक्रवार, 31 जुलाई को बैंकॉक में होने वाले ONE: NO SURRENDER में करना होगा।
इन दिनों “द आयरन मैन” ने बैंकॉक को अपना दूसरा घर बनाया हुआ है।
हालांकि, तब ये काफी मुश्किल हो जाता है, जब कोई एथलीट थाइलैंड के दक्षिण से राजधानी शहर के मॉय थाई सीन में करीब 10 साल पहले आया हो।
22 साल के एथलीट ने माना, “जब मैं फथालुंग प्रांत से बैंकॉक आया तो काफी रोया था। मुझे घर की बहुत याद आती थी। मैंने कभी ऐसा ट्रैफिक या भीड़ नही देखी थी।”
करीब 8 मिलियन से ज्यादा लोग और 9 मिलियन कार व मोटरबाइक वाली राजधानी में आने वाले एक धीमे शहर के युवा लड़के की दशा आसानी से समझी जा सकती है।
उन्होंने कहा, “बैंकॉक और मेरे प्रांत की हर चीज बिल्कुल अलग थी। हर चीज मेरे लिए नई थी।”
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हालांकि, कठिन बदलावों के बावजूद रोडटंग ने चीजों को अपनाकर इस नई जगह पर आगे बढ़ते रहने का संकल्प किया।
उन्होंने कहा, “मुझे बस अपने रहने वाली जगह में थोड़ा एडजस्ट करना पड़ा। मुझे अपने लाइफस्टाइल, रवैये व हर चीज को बदलना पड़ा। मुझे एक तैयार हो चुके आदमी की तरह रहना सीखना पड़ा क्योंकि तब मैं अपने परिवार के साथ नहीं रह रहा था।”
किस्मत से “द आयरन मैन” को ऐसा अकेले नहीं करना पड़ा।
उनके परिवार के एक जानकार फोर्न, जो रोडटंग को बैंकॉक लाए थे, ताकि शहर के मॉय थाई में उनका विकास हो सके। वही जल्द इस उभरते मार्शल आर्टिस्ट के कोच और मेंटॉर बन गए।
रोडटंग ने कहा, “उन्होंने मेरा खयाल एक पिता की तरह रखा। मैं उनके साथ उनके घर ही में भी रुका था। उन्होंने मुझे लोगों से व्यवहार करना और बाकी सब कुछ सिखाया, ताकि मैं और अच्छा बन सकूं। उन्होंने मुझे सब्र करना और आगे बढ़ना सिखाया।”
घर से दूर होने पर फोर्न ने रोडटंग की ट्रेनिंग भविष्य के ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन के तौर पर की और बैंकॉक के स्टेडियम सर्किट में मुकाबला करने में उनकी मदद की।
फ्लाइवेट एथलीट ने कहा, “जब मेरी बाउट्स होने वाली होती थीं तो वो ही थे, जिन्होंने मेरा गेम प्लान बनाने में मेरी मदद की।”
अपने दूसरे पिता के पास होने की वजह से रोडटंग का हमेशा खयाल रखा गया। भले ही साउथ के स्टाइल का खाना ही क्यों न बनाना पड़े, ताकि उन्हें बैंकॉक में भी अपने घर जैसा अहसास हो।
इस सुपरस्टार ने बताया, “मुझे जो भी खाने का मन करता था, वो बनाते थे। वो काफी अच्छे कुक थे और उन्होंने मुझे इस मामले में बिगाड़ रखा था।”
इस तरह से मिलने वाले हर सपोर्ट से “द आयरन मैन” आगे बढ़ते रहे और इसके कुछ ही समय बाद उन पर स्व. मिस्टर हुआन का ध्यान गया, जिनके पास शहर के बाहर काफी प्रतिष्ठित Jitmuangnon जिम था।
मिस्टर हुआन चाहते थे कि रोडटंग उनके कैंप में आएं और वो ट्रेनिंग हासिल करें, जिससे वो विश्व के सबसे बेहतरीन एथलीट्स के साथ मुकाबला कर सकें।
फोर्न उस समय रोडटंग के लिए सबसे बेहतरीन चीजों की तलाश में थे। वो Jitmuangnon जिम के लिए सहमत हो गए, ताकि उनका शिष्य वहां जाकर अपने करियर में कमाल कर पाए और वैसा ही हुआ।
रोडटंग को याद है, “उन्होंने मुझे जाने दिया।”
बाद में पता चला कि फोर्न भी ऐसा ही चाहते थे। रोडटंग के Jitmuangnon जॉइन करने के बाद वो 2016 में 125 पाउंड पर मैक्स मॉय थाई चैंपियन बन गए। 2017 में Omnoi Stadium में 130 पाउंड पर और 2018 व 2019 में Rajadamnern Stadium में बेस्ट फाइट ऑफ द ईयर का खिताब उन्होंने अपने नाम कर लिया।
फिर अगस्त 2019 में “द आयरन मैन” ONE: DAWN OF HEROES में जोनाथन “द जनरल” हैगर्टी से ONE फ्लाइवेट मॉय थाई में बाजी मारकर अपने करियर के शिखर पर पहुंच गए।
बैंकॉक में काफी मुश्किल शुरुआत करने के बाद भी रोडटंग ने काफी लंबा सफर तय कर लिया है। ONE टाइटल जीतने के एक साल के अंदर अब सुपरस्टार स्ट्राइकर अपनी प्रतिष्ठित बेल्ट को डिफेंड करने के लिए फिर से उत्साहित हैं।
हालांकि, भविष्य में “द आयरन मैन” क्या पा सकते हैं, इसकी परवाह किए बगैर वो अपने दूसरे पिता और उनका दिया गया मूल्यवान ज्ञान वो कभी नहीं भूलेंगे।
रोडटोंग ने कहा, “मुझे फोर्न की बताई गई एक बात हमेशा बहुत अच्छे से याद रहेगी। इससे फर्क नहीं पड़ता है कि आप जमीन पर रह गए या ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं लेकिन उन लोगों की कभी कृतज्ञता न भूलें, जिन्होंने आपकी मदद की हो।”
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