मिलिए उन शख्स से जिन्होंने ग्युटो इनोसेंटे को जीवन में प्रेरणा दी
191 सेंटीमीटर लंबे और 119 किलो वजन (6 फुट 3 इंच, 262 पाउंड) वाले ग्युटो इनोसेंटे छोटे कद के एथलीट नहीं हैं, लेकिन जिस तरह से वो अपने इस बड़े डील-डौल शरीर का इस्तेमाल करते हैं, वो सच में प्रभावशाली है।
ब्राजील से आने वाले एथलीट खुद को आगे बढ़ाते हुए किकबॉक्सिंग में 38 जीत हासिल कर चुके हैं, जिसमें ब्रूनो “आयरनक्लाड” सुसानो के खिलाफ अपने ONE डेब्यू में दूसरे राउंड वाला नॉकनाउट भी शामिल हैं। अब शुक्रवार, 20 मई को ONE 157: Petchmorakot vs. Vienot में उनकी योजना एक और शानदार प्रदर्शन करने की है।
उस रात को 35 साल के एथलीट का मुकाबला खतरनाक सर्बियाई एथलीट राडे ओपाचिच से होने जा रहा है, जिन्होंने दूसरे राउंड में नॉकआउट के माध्यम से लगातार चार जीत हासिल करके खुद को हेवीवेट किकबॉक्सिंग डिविजन के सबसे तेजी से उभरते हुए सितारे के तौर पर स्थापित किया है।
ऐसे में सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में ये दो मजबूत एथलीट आमने-सामने हों, इससे पहले आइए जानते हैं कि इनोसेंटे को किकबॉक्सिंग में महान बनाने के लिए किसने प्रेरित किया था।
एर्ट्स, हूस्ट और क्रो कोप
इस खेल में शिखर तक पहुंचने के लिए प्रेरित करने वालों के तौर पर इनोसेंटे ने तीन दिग्गज किकबॉक्सरों का नाम लिया है, जिसमें पीटर एर्ट्स, एर्नेस्टो हूस्ट और मिर्को क्रो कोप शामिल हैं।
एर्ट्स ने 1980 में अपने करियर की शुरुआत की थी और अब भी आंशिक रूप से वो एक प्रतिद्वंदी के तौर पर इस खेल में सक्रिय हैं। “द डच लम्बरजैक” के पास हैरान कर देने वाला 108-35-2 का रिकॉर्ड है, जिसमें उन्होंने शानदार 81 नॉकआउट किए और तीन K-1 वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप जीती हैं।
हूस्ट एक और महान डच किकबॉक्सर हैं, जिनके पास 99-21-1 का करियर रिकॉर्ड है। “मिस्टर परफेक्ट” तीन बार के K-1 ग्रां प्री चैंपियन हैं और उनके नाम दर्जनों दूसरे खिताब हैं।
क्रो कोप के पास पहले दो एथलीट्स जितनी किकबॉक्सिंग उपलब्धियां तो नहीं है, लेकिन उन्होंने अपने प्रोफेशनल करियर को किकबॉक्सिंग और MMA में बांटा हुआ है, लेकिन कुछ समय के लिए उन्हें दुनिया के सबसे खतरनाक स्ट्राइकर के तौर पर पहचाना जाता था।
इन तीनों के बारे में इनोसेंटे ने कहा:
“मैं इस फाइटिंग गेम में काफी लंबे समय से हूं। अपने करियर की शुरुआत में मैं अपने समय के इन सभी महान दिग्गजों से बहुत प्रभावित था। मैं इन्हीं एथलीट्स की फाइट देखता था और इससे मुझे काफी ज्यादा प्रेरणा मिलती थी।”
उनके पिता
फाइटिंग की दुनिया के बाहर इनोसेंटे ने एक अन्य व्यक्ति का भी नाम लिया, जो उनको जीवन में सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले व्यक्ति रहे हैं और वो उनके पिता हैं।
उन्होंने ONEFC.com को बताया:
“वो एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने मुझे हर तरह से बढ़ने में मदद की है। इसमें फाइट गेम और मेरा व्यक्तित्व भी शामिल है। वो मेरे मार्गदर्शक हैं। उन्होंने ही मुझे सिखाया और प्रेरित किया है। ऐसे में भगवान की कृपा है कि हम अभी तक एक साथ हैं।”
The Real Combat Technique के प्रतिनिधि ने आगे कहा कि उनके पिता ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण विशेषता भी उन्हें दी है, जो कि दृढ़ता है।
ऐसे में इनोसेंटे का मानना है कि ये खासियत किसी भी खेल में सफलता पाने के लिए सबसे अहम होती है।
उन्होंने कहा:
“ये किसी भी एथलीट के लिए सबसे अहम चीज है। एक एथलीट का करियर बिल्कुल भी आसान नहीं होता है, लगातार प्रदर्शन करते रहना बहुत कठिन होता है। ऐसे में जो एथलीट सबसे ज्यादा दृढ़ता के साथ टिका रहता है, वो अपने लक्ष्य हो जरूर हासिल कर लेता है।”
कैसे इन लोगों का धन्यवाद देने की योजना बना रहे ग्युटो
अगर अगले शुक्रवार को ONE 157 में धमाकेदार तरीके से ओपाचिच को इनोसेंटे हरा देते हैं तो इससे वो तुरंत ही पहले ONE हेवीवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल के मेन कंटेंडर बनकर दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में शोहरत के शिखर पर पहुंच जाएंगे।
अगर वो बड़ी जीत के साथ एक बड़ी फॉलोइंग प्राप्त करते हैं तो ब्राजीलियाई एथलीट इस बात की प्रतिज्ञा करेंगे कि वो इस मंच का उपयोग अपने व्यक्तिगत कारणों के लिए नहीं करेंगे।
इसकी जगह वो अपने ऐसे युवा एथलीट्स को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे, जिन्होंने किकबॉक्सिंग में अपना करियर बस शुरू ही किया है।
दिग्गज स्ट्राइकर ने बताया:
“मैं नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बनना चाहता हूं। बिल्कुल वैसे ही जिस तरह से मेरे द्वारा बताए गए एथलीट्स मेरे लिए प्ररेणास्रोत बने थे, जब मैंने इस खेल की शुरुआत की थी। मैं चाहता हूं कि वो भी यहां तक पहुंचे, जहां आज मैं पहुंचा हूं। मैं चाहता हूं कि वो ये बात समझें कि मेरे पास एक अलग तरह का गेम है। मैं चाहता हूं कि वो ये समझें कि उन्हें चमकने के लिए किसी दूसरे की तरह बनने की जरूरत नहीं है।”