ONE Fight Night 2 में माइकी मुसुमेची vs. क्लेबर सूसा की ट्रायलॉजी बाउट बुक होने तक का सफर
ONE Fight Night 2 में माइकी मुसुमेची और क्लेबर सूसा पहले ONE फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच का हिस्सा बनकर इतिहास रचने वाले हैं।
अमेरिकी प्राइमटाइम पर शुक्रवार, 30 सितंबर (भारत में शनिवार, 1 अक्टूबर) को सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में उनकी भिड़ंत होगी और ये पहली बार नहीं होगा जब ये दोनों BJJ ब्लैक बेल्ट होल्डर्स आमने-सामने आ रहे होंगे।
5 साल पहले मुसुमेची और सूसा 2 बार सबमिशन ग्रैपलिंग मैचों में एक-दूसरे से भिड़े और दोनों ने 1-1 बार जीत दर्ज की।
उनकी अगली भिड़ंत से अलग, पिछले दोनों मुकाबले गी (मैच के समय पहने जाने वाली कॉस्ट्यूम/ड्रैस) और पॉइंट-स्कोरिंग नियमों के तहत हुए। मगर उनके पिछले दोनों मैचों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि फैंस को ONE Fight Night 2 में उनके मुकाबले से क्या उम्मीद रखनी चाहिए।
सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में लाइव एक्शन के शुरू होने से पहले यहां जानिए उन चीज़ों के बारे में, जो मुसुमेची और सूसा को इस मुकाम तक खींच लाई हैं।
उनके पहले मैच में क्या हुआ?
मुसुमेची और सूसा की पहली भिड़ंत 2017 IBJJF पैन अमेरिकन चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में हुई। उस समय दोनों ब्राउन बेल्ट कैटेगरी में वर्ल्ड चैंपियंस हुआ करते थे और सबसे उभरते हुए युवा स्टार्स में उनकी गिनती की जाती थी।
उनके मैच की शुरुआत आक्रामक अंदाज में हुई, जहां मुसुमेची ने शानदार तरीके से बटरफ्लाई हुक एंकल लॉक लगाया। मगर कुछ मिनट बीत जाने के बाद मैच का पेस थोड़ा धीमा पड़ता हुआ नजर आया। इस बीच मुसुमेची ने टॉप पोजिशन प्राप्त की, जहां उन्होंने सूसा के हाथ और पैरों को निशाना बनाते हुए सबमिशन मूव्स लगाने की कोशिश की।
दोनों ने एक-दूसरे पर स्वीप्स लगाए, लेकिन “डार्थ रिगाटोनी” के सबमिशन अटैक ने उन्हें बढ़त दिलाई। सूसा ने अपने पिछड़ने का अंदाजा होने के बाद वापसी का प्रयास किया, लेकिन मुसुमेची के पास उनके सभी अटैक्स का जवाब था।
मैच के अंतिम क्षणों में ब्राजीलियाई स्टार ने टॉप पोजिशन प्राप्त की और अंत में दोनों ने 4-4 पॉइंट्स के साथ बराबरी पर थे, मगर जब रेफरी ने सूसा को विजेता घोषित किया तो “डार्थ रिगाटोनी” चौंक उठे। मुसुमेची ने रेफरी के फैसले का विरोध किया और ये भी कहा कि ब्राजीलियाई स्टार को मैच के अंतिम क्षणों के आधार पर विजेता घोषित किया गया।
खैर मैच का परिणाम जो भी रहा हो, लेकिन मुसुमेची और सूसा ने दिखाया कि उनकी ग्रैपलिंग स्किल्स से पार पाना बिल्कुल भी आसान नहीं है।
मुसुमेची एक आक्रामक ग्रैपलर हैं, जो बॉडी के ऊपरी और निचले हिस्से का शानदार तरीके से उपयोग करते हैं। उन्हें गार्ड पोजिशन में रहकर सबमिशन मूव्स लगाना बहुत पसंद है। दूसरी ओर, सूसा सब्र से काम लेकर तकनीकी अटैक करने पर अधिक ध्यान देते हैं।
वो इसी कारण मुसुमेची के आक्रामक अटैक्स के खिलाफ अच्छा डिफेंस कर पाए थे। पहले मैच ने दिखाया कि सूसा केवल डिफेंस पर निर्भर नहीं रह सकते, उन्हें मुसुमेची के मूव्स को काउंटर करना भी आना चाहिए।
दूसरे मैच में क्या हुआ?
मुसुमेची और सूसा 2017 IBJJF पैन अमेरिकन चैंपियनशिप में अपनी पहली भिड़ंत के कुछ ही समय बाद 2017 अबू धाबी वर्ल्ड प्रोफेशनल जिउ-जित्सु चैंपियनशिप में आमने-सामने आए।
शुरुआत में सूसा ने टॉप पोजिशन प्राप्त करने की कोशिश की, लेकिन मुसुमेची ने समय व्यर्थ ना करते हुए बेरिमबोलो लगाने का प्रयास किया। इस दौरान अमेरिकी स्टार बैक कंट्रोल प्राप्त कर कुछ खास नहीं कर पाए, लेकिन टॉप पोजिशन में आने के बाद 2 पॉइंट्स की बढ़त जरूर बनाई।
हालांकि, टर्टल पोजिशन में पिछड़ने के बावजूद सूसा ने अपने विरोधी को पॉइंट्स स्कोर नहीं करने दिए, लेकिन इससे मुसुमेची को बैक कंट्रोल प्राप्त करने का मौका जरूर मिल गया। उन्होंने बॉडी ट्रायंगल लगाया, लेकिन ब्राजीलियाई स्टार उससे बच निकले।
सूसा 2 पॉइंट्स से पिछड़ रहे थे इसलिए उन्होंने आक्रामक रणनीति अपनाई। लेकिन मुसुमेची का बेरिमबोलो गेम एक बार फिर उनपर भारी पड़ा। पहली भिड़ंत से उलट इस बार “डार्थ रिगाटोनी” ने बेरिमबोलो जैसी तकनीक की मदद से अपने विरोधी को डिफेंसिव होने पर मजबूर किया।
हालांकि सूसा को हार मिली, लेकिन उन्होंने दिखाया कि उनका सब्र से काम लेने वाला स्टाइल उन्हें कठिन पोजिशंस से भी बाहर निकाल सकता है।
उनकी पहली 2 बाउट्स ने दिखाया कि मुसुमेची का स्टाइल आक्रामक और सूसा सब्र से काम लेकर डिफेंसिव रणनीति अपनाते हैं। “डार्थ रिगाटोनी” के अटैक एक बार शुरू होने के बाद रुकते नहीं हैं इसलिए सूसा के लिए इन मैचों में यादगार लम्हे तब आए, जब उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी के मूव्स को काउंटर किया था।
मुसुमेची ONE Fight Night 2 की ONE फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग फाइट में एक बार फिर सूसा को बेरिमबोलो तकनीक से क्षति पहुंचा सकते हैं और देखना दिलचस्प होगा कि दोनों फाइटर्स इस बार किस तरह की रणनीति अपनाते हैं।