ONE Championship के टॉप 5 जूडो एथलीट्स
जापान हमेशा से ही मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स का अहम हिस्सा है इसलिए इसमें कोई सरप्राइज नहीं है कि देश के सबसे प्रसिद्ध खेल ने कई सारे एथलीट्स की स्किल्स को बढ़ाने की बुनियाद रखी है।
जूडो की ट्रेनिंग ने कई सारे प्रतिद्वंदी को अलग प्रकार की ग्रैपलिंग और थ्रोइंग की कला सिखाई है, इसके साथ ही मानसिकता भी सिखाई है जिससे वो सर्कल के अंदर सफलता हासिल करने और फैंस का मनोरंजन करने में सफल रहे हैं।
इसलिए हम 5 उदाहरणों पर नजर डालने वाले हैं जिन्होंने अपने जूडो टैलेंट को इस्तेमाल कर ग्लोबल स्टेज पर कामयाबी हासिल की है।
#5 इत्सुकी हिराटा
इत्सुकी “स्ट्रॉन्ग हार्ट फाइटर” हिराटा ने 6 साल की उम्र से ही ओलंपिक गेम्स में जापान का नेतृत्व करने का सपना देखा था लेकिन कई सारी चोटों ने उनके सपनों को चूर कर दिया।
भले ही वो पूरी तरह से टूट चुकी थीं लेकिन उन्होंने प्रतियोगी भावना नहीं खोई और टोक्यो के K-Clann जिम में मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग शुरू की। अपनी शानदार ग्रैपलिंग स्किल्स की वजह से उन्होंने जल्द ही कुछ महीनों में इस नए खेल में हिस्सा लेना शुरू किया।
डेब्यू के डेढ साल में उन्होंने 6-0 का रिकॉर्ड बना लिया है और अपना 100% फिनिशिंग रेट रखा है, जिसने उन्हें विमेंस एटमवेट के सबसे उभरते हुए स्टार्स में से एक बनाया।
#4 अयाका मियूरा
अयाका मियूरा के माता-पिता ने उनकी बढ़ती उम्र के दौरान सोचा था कि डोजो (ट्रेनिंग करने की जगह) उनकी बेटी के लिए सही नहीं है लेकिन इसने उन्हें थर्ड-डिग्री जूडो ब्लैक बेल्ट हासिल करने से नहीं रोका।
इसने 29 वर्षीय स्टार को दुनिया की सबसे अच्छी विमेंस स्ट्रॉवेट एथलीट में से एक बनने का रास्ता दे दिया। उनकी टेकडाउन की क्षमता जबरदस्त है लेकिन उनकी सबमिशन स्किल्स भी पहले से अच्छी हो गयी है और उनकी सर्कल में हर जीत उनके पसंदीदा स्कार्फ़-होल्ड आर्मलॉक की मदद से आई है।
#3 युशिन ओकामी
जापान के मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स दिग्गज युशिन ओकामी का पहला मार्शल आर्ट्स, जूडो था। उन्होंने ब्लैक बेल्ट हासिल की और देश के लिए ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने का सपना देखा। हालांकि, उनका ध्यान पहले प्रो रेसलिंग की ओर गया और फिर मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स ने उनका ध्यान खींचा।
19 वर्ष की उम्र में एक मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स टूर्नामेंट जीतने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने करियर की शुरुआत की, जिसने उन्हें 15 सालों तक इस खेल में पूरे विश्व के सबसे ऊँचे स्तर पर पहुँचाए रखा। उनकी ग्रैपलिंग अभी भी इस खेल की बुनियाद है।
#2 योशिहीरो अकियामा
योशिहीरो “सेक्सी यामा” अकियामा ने दूसरी चीज़ों को जोड़ने से पहले जूडो में काफी सफलता हासिल की थी।
2004 में ग्लव्स पहनने से पहले इस जापानी-कोरियाई एथलीट ने 2001 एशियाई जूडो चैंपियनशिप जीती थी और वो 2002 में हुए एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने में सफल रहे थे। अपने शुरुआती बाउट्स में उन्होंने गी (पोशाक) पहनी लेकिन इसने उन्हें एक एक्शन प्रतिद्वंदी बनने से नहीं रोका जो हमेशा कांटे की टक्कर देना पसंद करता है और लगातार कई सारे शानदार मुकाबले दे सकते थे।
हालांकि, अकियामा ने अपनी शुरुआत को नहीं भुला है और वो हमेशा अपने प्रतिद्वंदी को चौंकाने में सक्षम रहे हैं जहां वे धीरे-धीरे आगे बढ़ने और अपनी तकनीकों से पलक झपकते ही उन्हें धराशाई करने में सफल रहे हैं।
#1 शिन्या एओकी
शिन्या “टोबीकन जुडन” एओकी ने “द जेंटल वे” से अपनी मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के सफर की शुरुआत की थी और वो जापान के सबसे अच्छे प्रतियोगी बन गए, साथ ही नेशनल टीम का हिस्सा भी बने।
उन्होंने कोसेन जूडो पर ध्यान दिया जो मूल रूप से ग्राउंड टेक्निक पर फोकस करना सिखाता है। वो कई सारी सबमिशन टेक्निक के साथ थर्ड-डैन ब्लैक बेल्ट बन गए।
ब्राजीलियन जिउ-जित्सु में भी ब्लैक बेल्ट हासिल करने के साथ उन्होंने अपनी स्किल को जोड़ा और वो मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के सबसे खतरनाक ग्रैपलर बन गए। वो 29 टैपआउट की मदद से जीतने में सफल रहे हैं और साथ ही कई सारे बेल्ट जीते जिसमें ONE लाइटवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप शामिल है।
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