5 नॉर्थ अमेरिकी कॉलेज लेवल के रेसलर्स जो ONE Championship में आकर बड़े स्टार बनने में सफल रहे
नॉर्थ अमेरिका के कॉलेज लेवल की रेसलिंग से लगातार अच्छे मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट्स निकलकर आए हैं।
एमेच्योर रेसलर्स को आमतौर पर अपनी ताकत, ग्रैपलिंग स्किल्स और मानसिक मजबूती के लिए ज्यादा जाना जाता है और ऐसा करने के लिए एथलीट्स को प्रति सप्ताह कई घंटों की कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना होता है।
ऐसे कई एथलीट होते हैं जो कॉलेज के बाद मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स को ही अपने करियर के रूप में देखते हैं। रेसलिंग बैकग्राउंड होने से उन्हें स्ट्राइकिंग और सबमिशन स्किल्स पर पकड़ बनाने में आसानी होती है जिससे वो इस स्पोर्ट के टॉप पर पहुंच सकते हैं।
2 बार के NCAA चैंपियन और पूर्व ओलंपिक रेसलर बेन एस्क्रेन का ही उदाहरण लें तो उनकी वर्ल्ड क्लास ग्रैपलिंग स्किल्स ने ही उन्हें अगस्त 2014 में ONE वेल्टरवेट वर्ल्ड चैंपियन बनने में मदद की थी।
सौभाग्य से, वो नॉर्थ अमेरिका से आने वाले कई कॉलेज लेवल के अच्छे एथलीट्स की लिस्ट में से एक रहे हैं और उन्हें सफलता भी मिली है। यहां हम नॉर्थ अमेरिका के कॉलेज लेवल से आने वाले रेसलर्स के बारे में आपको बताने वाले हैं जो ONE में बड़ा स्टार बनने में सफल रहे हैं।
ट्रॉय वर्थेन
ट्रॉय “प्रीटी बॉय” वर्थेन को मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में मिली सफलता का श्रेय उनके एमेच्योर रेसलिंग बैकग्राउंड को जाता है।
जब फ्लोरिडा से आने वाले वर्थेन 14 साल के थे, तो उन्होंने अपने बड़े भाई के नक्शे-कदम पर चलकर रेसलिंग शुरू की थी।
उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल फ्लोरिडा से पढ़ाई की और अपने स्कूल की रेसलिंग टीम का भी हिस्सा हुआ करते थे। इसी दौरान उन्होंने NCWA Southeastern Conference और All-American honors चैंपियनशिप जीती थी।
नवंबर 2015 ने वर्थेन ने कॉलेज लेवल की रेसलिंग से बाहर निकलकर मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में आने का फैसला लिया और अभी तक उनका ये फैसला सही ही साबित होता आया है।
“प्रीटी बॉय” अभी तक 7-0 के रिकॉर्ड के साथ अपराजित रहे हैं और अपने हालिया मुकाबले में मार्क “टायसन” फेयरटेक्स एबेलार्डो को हराया और ONE के बेंटमवेट डिविजन के टॉप स्टार्स में से एक बने हुए हैं।
जेम्स नाकाशीमा
जेम्स नाकाशीमा वेल्टरवेट डिविजन के टॉप सुपरस्टार्स में गिने जाते हैं और इसका श्रेय उनकी शानदार ग्रैपलिंग स्किल्स को जाता है।
अमेरिकी स्टार ने इलिनोई के लिंकन कॉलेज से पढ़ाई की और साल 2007 में स्कूली लेवल पर रेसलिंग भी की थी। 2 साल बाद उन्होंने 174 पाउंड भार वर्ग में NJCAA नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप जीती और यहाँ तक कि उन्हें ग्रेजुएशन सेरेमनी में अपनी क्लास से फेयरवेल स्पीच देने के लिए भी चुना गया था।
डिग्री प्राप्त करने के बाद नाकाशीमा ने यूनिवर्सिटी ऑफ नेब्रास्का से आगे की पढ़ाई की और उस दौरान उन्होंने NCAA डिविजन 1 के लिए मैच लड़े। वहाँ उन्होंने ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता जॉर्डन बरोज़ के साथ ट्रेनिंग ली और 2012 NCAA चैंपियनशिप्स क्वालीफायर भी बने।
साल 2015 में अमेरिकी स्टार ने सफल रेसलर्स की राह चुनी और मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में जाने का फैसला लिया। अभी तक उनका रिकॉर्ड 12-0 का है और इस दौरान वो LFA वेल्टरवेट टाइटल भी जीत चुके हैं।
उनका अगला लक्ष्य ONE वर्ल्ड चैंपियन बनने का है और ONE वेल्टरवेट डिविजन का टाइटल फिलहाल कियामरियन अबासोव के पास है।
एंड्रयू लियोन
एंड्रयू लियोन को खासतौर पर Bali MMA के सह-मालिक और पूर्व ONE वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर के रूप में जाना जाता है लेकिन इसके साथ-साथ अमेरिकी सुपरस्टार के एक शानदार रेसलर भी हैं।
लॉन्ग आइलैंड में रहने वाले एंड्रयू न्यूयॉर्क में स्कूली लेवल पर 2 बार के ऑल स्टेट रेसलर रह चुके हैं और साल 2008 में उन्हें मिसूरी वैली कॉलेज से स्कॉलरशिप भी मिली थी।
हालांकि, लियोन वहाँ ज्यादा समय तक नहीं रहे। नॉर्थ अमेरिका में बढ़ रहे मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के क्रेज़ के प्रति उनका लगाव बढ़ने लगा था और कुछ मैचों का हिस्सा बनने के बाद वो बैंकॉक शिफ्ट हो गए जिससे अपने मार्शल आर्ट्स करियर पर ध्यान दे सकें।
उस सफर की शुरुआत के बाद वो एशिया की कई कंपनियों का हिस्सा रह चुके हैं लेकिन मई 2013 में उन्होंने ONE के साथ डील साइन की। अपने अगले 3 मैचों में उन्होंने जीत दर्ज कर अगस्त 2017 में बिबियानो “द फ्लैश” फर्नांडीस के खिलाफ ONE बेंटमवेट वर्ल्ड टाइटल शॉट हासिल किया।
वो चैंपियन तो नहीं बन पाए लेकिन उनका मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में आने का फैसला सफल जरूर साबित हुआ और अभी भी वो चैंपियन बनने का केवल इंतज़ार ही कर रहे हैं।
अर्जन भुल्लर
कनाडाई-भारतीय हेवीवेट सनसनी अर्जन “सिंह” भुल्लर रेसलिंग बैकग्राउंड से आते हैं और बेहद छोटी सी उम्र में उन्हें एहसास होने लगा था कि उन्हें अपना करियर किस चीज में बनाना है।
हेवीवेट एथलीट ने अपने बचपन में वैंकूवर में रहते हुए अपने पिता से रेसलिंग के गुर सीखे थे। खास बात ये रही कि उनके पिता भी भारत में चैंपियन रेसलर हुआ करते थे।
साइमन फ्रेज़र यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के साथ-साथ वो अपनी स्किल्स में भी सुधार करते रहे और इस दौरान 2 बार के NAIA रेसलिंग चैंपियन भी बने। उसके बाद उन्होंने 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता और 2012 समर ओलंपिक्स का भी हिस्सा रहे।
कनाडाई रेसलर ने नवंबर 2014 में मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में आने का फैसला लिया और उसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा है, इसी कारण उनका रिकॉर्ड 10-1 का है।
अब 29 मई को ONE INFINITY 1 में वो ONE हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन ब्रेंडन वेरा को उनके टाइटल के लिए चैलेंज करने वाले हैं।
ब्रेंडन वेरा
ONE हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन ब्रेंडन “द ट्रुथ” वेरा को आज अपने डिविजन के सबसे खतरनाक नॉकआउट आर्टिस्ट्स में से एक माना जाता है लेकिन दुनिया के बेस्ट स्ट्राइकर्स में शामिल होने से पहले वो बेहद टैलंटेड ग्रैपलर हुआ करते थे।
फिलीपीनो-अमेरिकी स्टार वर्जीनिया में स्थित लेक टेलर हाई स्कूल के एक शानदार रेसलर थे और ओल्ड डोमिनियन यूनिवर्सिटी से उन्हें 4 साल की स्कॉलरशिप भी मिली।
कुछ समय बाद ही वेरा को एहसास हुआ कि वो कॉलेज की पढ़ाई जारी नहीं रख सकते थे। पढ़ाई छोड़ने के बाद उनका सेलेक्शन एयर फोर्स में हुआ, मिलिट्री ब्रांच की ग्रीको-रोमन रेसलिंग टीम में शामिल हुए और यहाँ तक कि यूनाइटेड स्टेट्स ओलंपिक ट्रेनिंग सेंटर में भी अभ्यास किया करते थे।
जुलाई 2002 में उन्होंने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स की राह चुनी। उनके पास अच्छी रेसलिंग स्किल्स पहले से ही थीं, इसलिए उन्होंने ब्राजीलियन जिउ-जित्सु और मॉय थाई भी सीखा और इन सभी ने उन्हें एक बेहतर एथलीट बनने में मदद की थी।
कई सालों तक नॉर्थ अमेरिका की कंपनियों में मुकाबला करने के बाद दिसंबर 2014 में उनकी ONE में एंट्री हुई और उसके करीब एक साल बाद ही पहले ONE हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन भी बने।