मुश्किल समय ने डाए हवन किम में सफलता के लिए जगाई एक दहकती हुई इच्छा
“ओटोगी” डाए हवन किम ने खुद को बेहतर बनाने और दूसरों से बचाव करने के लिए अपनी मार्शल आर्ट का सफर शुरू किया। उसकी प्राकृतिक क्षमता ने उन्हें अपनी प्रतिभा का इस्तेमाल अधिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए अनुमति दी है।
दक्षिण कोरियाई अब वैश्विक मंच पर अपने देश के प्रमुख मिक्सड मार्शल कलाकारों में से एक है। कुछ साल पहले उन्होंने ONE Championship विश्व खिताब जीत कर अपना स्थान निर्धारित किया है।
रविवार 13 अक्टूबर को सियोल का आदमी फ्लाईवेट डिवीजन में उस लक्ष्य की ओर एक बड़ा कदम उठा सकता है, अगर वह ONE: CENTURY PART- I में पैनक्रेज फ्लाईवेट टूर्नामेंट चैंपियन यूया “लिटिल पिरान्हा” वाकामत्सु को मुकाबले में हरा देता है।
जापान के टोक्यो में रयोगोकू कोकुगिकन में उस नियत कार्य के पहले किम ने खुलासा किया कि कैसे वह एक छोटे से ग्रामीण समुदाय से निकलकर इतिहास के सबसे बड़े मार्शल आर्ट आयोजन में अपनी जगह बना पाया है।
मार्शल आर्ट के लिए प्यास
किम का जन्म देश के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में छोटे से कृषि क्षेत्र ग्यूरी में हुआ था। जो माउंट जिरी की तलहटी में बसा हुआ था। जहां वह अपने माता-पिता और बड़े भाई-बहन के साथ रहता था।
कृषक समुदायों में दक्षिण कोरियाई परिवारों के लिए यह सुनिश्चित करना आम है कि उनके बच्चे बड़े शहरों में बेहतर स्कूलों में पढ़ें। इसलिए जब वह प्राथमिक विद्यालय में था तो उनका परिवार ग्रामीण प्रांत से संचियॉन शहर चला गया।
“ओटोगी” एक बुरा छात्र नहीं था लेकिन वह मानता है कि वह अकादमिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रहा था। उसने बताया कि “मैं स्मार्ट था लेकिन अध्ययन करना पसंद नहीं करता था। मैं हमेशा आईक्यू टेस्ट में बहुत अच्छे अंक हासिल करता था। मैं किताबों से ज्यादा खेल को प्राथमिकता देता था।
“मैंने गेंद को किक मारने या पास करने के बजाय पूर्ण संपर्क खेलों को प्राथमिकता दी।” वह एक युवा के रूप में भी एक प्रतिभाशाली एथलीट था जिसने तायक्वोंडो में एक राष्ट्रीय स्वर्ण पदक जीता था। एक अभ्यास में उसने एक फोर्थ डिग्री ब्लैक बेल्ट भी हासिल किया है।
किम मार्शल आर्ट का अभ्यास करने के लिए प्रेरित थे। क्योंकि वह एक छोटा बच्चा था और “दुनिया का सबसे मजबूत आदमी” बनना चाहता था। वह अन्याय के खिलाफ था। उनके प्रशिक्षण ने बड़े बच्चों से अपने साथियों को बचाने की इच्छा को और बढ़ाया। किम ने कहा कि “जब मैं स्कूल में था तब मैं कमजारे बच्चों के खिलाफ मजबूत बच्चों को खड़े नहीं होने दे सकता था। मैंने खुद पीड़ितों की सुरक्षा के लिए खड़ा हो जाता था।”
एक नई प्रेरणा
1997 में दक्षिण कोरिया के एशियाई वित्तीय संकट की चपेट में आने से किम का आरामदायक जीवन बिखर गया। बड़े व्यवसायों के दिवालिया होने से देशभर में बेरोजगारी का स्तर बढ़ गया था। राजधानी सियोल में पार्क में लगे टेंट लोगों से अटे पड़े थे। जो अचानक काम से निकाले जाने के कारण ऋण का भुगतान करने में असमर्थ थे।
हालांकि “ओटोगी” का परिवार सड़क पर नहीं था लेकिन आर्थिक परेशानी ने उन्हें मुश्किल में डाल दिया। वह प्राथमिक विद्यालय की पांचवीं कक्षा में थे जब संचियॉन में उनकी मां के स्वामित्व वाले बड़े रेस्तरां को दिवालिया घोषित कर दिया तो उनकी दुनिया पूरी तरह बदल गई।
किम ने बताया कि “हम दो मंजिला घर में रहते थे। इसके बाद हमें एक छोटे से किराए के मकान में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा जिसमें बाथरूम भी नहीं था। मुझे लगता है कि हम लगभग दो या तीन साल तक उस जगह पर रहे। जब तक कि मेरे बड़े भाई पैसे कमाने के लिए सियोल नहीं गए। कुछ ही समय बाद मेरे माता-पिता और बहन ने उनका अनुसरण किया।
“उन कठिन समय ने मेरे अंदर सफल होने की तीव्र इच्छा विकसित की। मैं जानता था कि खेल कैसे खेलना है। मैंने इस क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का मन बनाया।”
एक सफल करियर
किम हाई स्कूल से स्नातक में पहुंचने के बाद सियोल में अपने परिवार के पास पहुंच गए। फिर जब उन्होंने अपनी अनिवार्य राष्ट्रीय सैन्य सेवा पूरी कर ली, तब उन्होंने अपने भाई के डोजो में मिक्सड मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण शुरू किया।
किम कहते हैं कि “जब मैं हाई स्कूल में था तब मेरे बड़े भाई ने ताइक्वांडो से मय थाई सिखाना शुरू कर दिया। मैं भी उनके रास्ते पर चल दिया।” तेजी से बढ़ते इस नए खेल में कदम रखना उन्हें ताइक्वांडो की तुलना में अधिक पैसा कमाने का मौका देता था- अगर वो सफल रहा। सौभाग्य से उन्होंने खेल के सभी पहलुओं को एक प्राकृतिक रूप से अपनाया और एक रात एट-मैन टूर्नामेंट जीतकर शानदार शुरुआत की।
वह कोरियाई प्रमोशन में 8-0-1 के अपराजित मार्ग का निर्माण करने के लिए गया। जिसने उसे 2013 में एक KAMMA बेटमवेट चैम्पियनशिप औरONE Championship अनुबंध प्राप्त किया।
दो प्रभावशाली जीत के बाद- जिसमें एक फ्यूचर ONE बेटमवेट वर्ल्ड चैंपियन केविन “द साइलेंसर” बेलिंगोंन के खिलाफ पहले राउंड का सबमिशन था। कुकजे जिम के प्रतिनिधि ने दिसंबर 2014 में ONE बेटमवेट वर्ल्ड टाइटल पर एक शॉट भी हासिल किया।
हालांकि उन्हें बिबियानो “द फ्लैश” फर्नांडीस के खिलाफ अपनी पहली पेशेवर हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने पलटवार किया और तब से पांच जीत दर्ज कर डिवीजन में सबसे सम्मानित और अनुभवी प्रतियोगियों में से एक बन गया। वह कहते हैं कि “एक एथलीट के रूप में मेरी सबसे पसंदीदा यादें ONE Championship मैचों में थीं।”
नई चुनौती
उनकी सफलता के बावजूद किम के लिए अपने करियर में बदलाव करने का समय आ गया है। वह The Home Of Martial Arts में पहली बार फ्लाईवेट डिवीजन में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
भार वर्ग में इस वर्ष ONE फ़्लावेट वर्ल्ड ग्रैंड प्रिक्स के कारण एक उछाल का अनुभव किया है जो कि ONE: सेन्चुरी पार्ट-I में समाप्त होगा। “ओटोगी” खुद को शीर्ष प्रतियोगियों की एक लम्बी कतार में एक रोमांचक एथलीट के रूप में स्थापित करना चाहता है।
“ओटोगी” का कहना है कि वह अंततः बेटमवेट और यहां तक कि स्ट्रॉवेट पर अधिक चुनौतियों का सामना करने की उम्मीद करता है, लेकिन अब उसका ध्यान जापान के एक खतरनाक नॉकआउट कलाकार पर है।
अगर वह वाकामत्सु को हरा सकता है तो वह खुद को और भी बड़े और अधिक हाई-प्रोफाइल मैच-अप के लिए तैयार कर लेगा।
वह कहता है कि “इससे पहले कि मैं बूढ़ा हो जाऊं। मैं फ्लाईवेट डिवीजन पर हावी होना चाहता हूं और डेमेट्रियस जॉनसन का सामना करने का मौका सुरक्षित करना चाहता हूं ताकि आगे बढ़ सकूं।”
टोक्यो | 13 अक्टूबर | ONE: CENTURY | टीवी: वैश्विक प्रसारण के लिए स्थानीय सूची का अवलोकन करें | टिकट: https://onechampionship.zaiko.io/e/onecentury