फैब्रिसियो एंड्राडे ने अपने बढ़े हुए आत्मविश्वास का राज बताया – ‘ट्रेनिंग शुरू करने से पहले मेरा कोई लक्ष्य नहीं था’
ऐसा सोच पाना मुश्किल है, लेकिन #2 रैंक के बेंटमवेट कंटेंडर फैब्रिसियो एंड्राडे हमेशा से इतने खतरनाक नॉकआउट आर्टिस्ट नहीं थे।
ONE Fight Night 3 में जॉन लिनेकर के खिलाफ ONE बेंटमवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच से पहले “वंडर बॉय” का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है, लेकिन एक ऐसा भी समय था जब ब्राजीलियाई स्टार का आत्मविश्वास बहुत गिर चुका था।
वो शुक्रवार, 21 अक्टूबर को अक्षीयता एरीना में बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ आएंगे, लेकिन एक समय था जब एंड्राडे सोचते थे कि वो अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाएंगे।
ब्राजीलियाई स्टार ने कहा:
“मैं एक गरीब परिवार से संबंध रखता हूं और खासतौर पर बचपन में हमने बहुत दिक्कतें झेली हैं, इसलिए मेरा आत्मविश्वास गिरा हुआ था।
“ट्रेनिंग शुरू करने तक मेरा कोई लक्ष्य नहीं था और यही बात मुझे बहुत परेशान करती थी। मैं कुछ अलग करना चाहता था, लेकिन कर नहीं सकता था।”
एंड्राडे, फोर्टालेज़ा नाम की जगह पर बड़े हुए, जो बहुत खतरनाक क्षेत्र था और अक्सर वहां लोगों को अपना घर छोड़ बाहर जाकर सफलता के मौके तलाशने होते थे।
मगर “वंडर बॉय” ने 13 साल की उम्र में मॉय थाई सीखना शुरू किया, एक ऐसा खेल जो उनके जीवन को नई राह दिखाने वाला था। ब्राजीलियाई स्टार को ये खेल बहुत पसंद आया, जिससे ना केवल उनका शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक हुआ।
एंड्राडे ने कहा:
“कुछ समय तक एमेच्योर लेवल पर फाइट करने के बाद मेरे प्रदर्शन की सराहना की जाने लगी। लोग मेरा प्रोत्साहन बढ़ाते और मेरी तारीफ करते हुए कहते कि मैं चैंपियन बन सकता हूं। मेरी नजर में लोगों से मिले प्रोत्साहन की वजह से मेरी मानसिकता बदली।
“मैंने एक जगह पर ध्यान लगाना शुरू किया और मेरा आत्मविश्वास भी बेहतर होने लगा था। पिछले कुछ सालों में मेरा खुद पर भरोसा काफी बढ़ा है।”
आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए फैब्रिसियो एंड्राडे की सलाह
आज के फैंस फैब्रिसियो एंड्राडे को एक वर्ल्ड-क्लास एथलीट के रूप में देख रहे हैं, मगर अब उनकी मानसिक और शारीरिक ताकत उन्हें एक खतरनाक फाइटर बना रही है।
ये बदलाव रातों-रात नहीं आए हैं। इसके लिए उन्हें जिम और रिंग में में बहुत कड़ी मेहनत करनी पड़ी है। “वंडर बॉय” खुद पर भरोसा रखते हैं और इसी भरोसे ने उन्हें ONE Championship बेंटमवेट डिविजन के टॉप स्टार्स में से एक बनाया है।
Tiger Muay Thai टीम के स्टार ने कहा:
“काफी लोग मानते हैं कि मैं अतिआत्मविश्वास का शिकार हो रहा हूं, लेकिन ये समय के साथ की गई कड़ी मेहनत ही है जिसने मुझे खुद पर भरोसा रखना सिखाया है।”
एंड्राडे नहीं मानते कि दुनिया के सबसे महान फाइटर्स में से एक बनने के लिए सबको उनके जैसी राह पर चलने की जरूरत है।
इसके बजाय वो कहते हैं कि लोग अपने जीवन में अच्छे बदलाव लाकर ध्यान अपने लक्ष्य पर केंद्रित कर सकते हैं और बाहरी बातों से ज्यादा खुद के अंदर झांकने की कोशिश करें।
एंड्राडे ने बताया:
“मैं सोचता हूं कि हम आसपास मौजूद सभी चीज़ों के बारे में भूलकर केवल खुद पर और हमें जिन चीज़ों में सुधार करना है, उनपर फोकस करें। हम अक्सर उन कार्यों से खुश नहीं होते जो हम कर रहे होते हैं, इसलिए कभी-कभी हमें केवल खुद पर भी ध्यान देना चाहिए।
“समय के साथ आत्मविश्वास को बेहतर किया जा सकता है, लेकिन ये सफलता रातों-रात नहीं मिलती। हम धीरे-धीरे भरोसा बनाते हैं और हमें अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखना चाहिए और उसी से हमें खुशी मिलती है।”