गज़ाली के परिवार की फाइटर्स वाली विरासत – ‘योद्धा वाला खून मेरी रगों में बहता है’
युवा सनसनी जोहान “जोजो” गज़ाली फाइटर्स के परिवार से ताल्लुक रखते हैं और ये कोई हैरानी वाली बात नहीं है कि वो अपने परिवार की विरासत को ONE Championship में आगे बढ़ा रहे हैं।
शनिवार, 8 जून को होने वाले ONE 167: Stamp vs. Zamboanga में मलेशियाई-अमेरिकी नॉकआउट आर्टिस्ट का सामना वियतनामी स्टार “नंबर 1” गुयेन ट्रान ड्युए नट से फ्लाइवेट मॉय थाई मैच में होगा।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में गज़ाली के पास मौका होगा कि वो अपने ONE रिकॉर्ड को 5-0 करें और इससे फ्लाइवेट मॉय थाई डिविजन में उनकी उड़ान जारी रहेगी।
मात्र 17 वर्ष की उम्र में “जोजो” ने काफी कुछ हासिल कर लिया है और इसमें उनके परिवार की मार्शल आर्ट्स विरासत का भी योगदान है।
उन्होंने इस बारे में onefc.com को बताया:
“मेरे पिता मलेशिया में जाना-पहचाना नाम हैं। वो मलेशियाई में मॉय थाई के चर्चित नाम हैं।
“मेरी मां ने अमेरिका में 15 साल की उम्र में ट्रेनिंग शुरु कर दी थी। हमारा जिम खुलने से पहले मां घर की देखभाल करती थीं। लेकिन जिम के बाद वो प्रमोटर बन गईं(जिम द्वारा Rentap Fighting Championship का आयोजन किया जाता है)। वो फाइट्स संचालित करती हैं।
“वो मेरे पिता से एक मॉय थाई जिम में मिली थीं। मेरे पिता उन दिनों अमेरिका में पढ़ाई कर रहे थे। उनके एक ही मॉय थाई जिम में जाने की उनका मिलना-जुलना हुआ।”
गज़ाली की ये विरासत और भी ज्यादा गहरी है।
उनके दादा, टैन श्री दातो श्री मोहम्मद गज़ाली बिन चे मैट, मलेशियाई सेना में जनरल थे और देश के काफी सम्मानित शख्सियत हैं।
“जोजो” ने कहा:
“मेरे दादा एक वॉर हीरो हैं। आप उन्हें आसानी से गूगल पर सर्च कर सकते हैं। उन्होंने देश की बहुत सेवा की है और शायद फाइट करने का जज्बा मुझमें उन्हीं से आया है।”
इसके अतिरिक्त युवा सनसनी के परनाना प्रोफेशनल एथलीट्स थे। एक 20वीं शताब्दी की शुरुआत में बॉक्सर तो दूसरे एक अमेरिकी एथलीट रहे:
“मेरी मां के दादा एक बॉक्सर थे। उनका नाम एरिक जॉनसन सीनियर था। उन्होंने स्वीड जॉनसन नाम के साथ फाइट की हैं।
“मेरे दूसरे परनाना अमेरिकन फुटबॉल प्लेयर थे। उन्होंने खेलने के दौरान अपनी गर्दन चोटिल कर ली थी और करीब महीने भर तक इसका अहसास नहीं हुआ था। तो योद्धा वाला खून मेरी रगों में बहता है।”
जोहान गज़ाली: ‘मैं अपने परिवार का नाम रोशन करना चाहता हूं’
गज़ाली की पारिवारिक विरासत उन्हें महानता हासिल करने के लिए प्रेरित करती है।
जब भी वो ONE में सर्वश्रेष्ठ एथलीट्स के लिए खिलाफ उतरते हैं और तीन पीढ़ियों की विरासत को ध्यान में रखकर उसी नक्शेकदम पर चलते हैं।
गज़ाली ने बताया:
“मुझे लगता है कि इसी रास्ते पर चलना मेरा भाग्य है। अगर वो लोग कर सकते हैं तो मैं इस परंपरा को जारी रख सकता हूं।”
बेहद छोटी उम्र में उन्होंने जो सफलता हासिल की है, उसके बाद कोई भी ये कह सकता है कि “जोजो” भविष्य में कामयाबी के नए आयाम हासिल करेंगे।
उनका सामना ONE 167 में गुयेन ट्रान ड्युए नट से होगा और उनके पास अपनी विरासत को आगे बढ़ाने का मौका रहेगा।
8 जून को होने वाले मुकाबले को लेकर उन्होंने बताया:
“मैं अपने परिवार का नाम रोशन करना चाहता हूं। अगर मुझे अमेरिका में फाइट मिले तो नए फैंस और खासकर अपने परिवार के सामने परफॉर्म कर पाऊं, जो मेरी फाइट को लाइव देखना चाहते हैं।”