जिहिन राड़ज़ुआन को जीत की प्रेरणा कैसे मिलती है
जिहिन राड़ज़ुआन “शैडो कैट” थोड़े ही समय में एशिया की सबसे बेतरीन मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट्स में से एक बन गई हैं।
मलेशिया से आने वाली जिहिन वुशू विश्व चैंपियन रह चुकी हैं, ONE में उनके नाम 4 जीत हैं और अब वो ONE विमेंस एटमवेट विश्व चैंपियन बनने की ओर अग्रसर हैं।
21 वर्षीय जिहिन का मानना है कि विश्व स्तर पर बहुत ही कम लोगों को अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलता है और अब जब उन्हें यह मौका मिल रहा है तो वो काफी खुश हैं।
ONE: MARK OF GREATNESS में उन्हें डेनिस ज़ाम्बोआंगा की चुनौती से पार पाना है और इस बारे में उन्होंने कहा है कि,”जब भी एनाउंसर यह कहता है कि मैं मलेशिया का प्रतिनिधत्व कर रही हूँ तो एक अजीब सा दबाव महूस करने लगती हूँ। यह शायद इसलिए है कि मैं मलेशियाई फैंस को खुश देखना चाहती हूँ।“
उनका मानना है कि वो हर बाउट की शुरुआत में काफी दबाव महसूस करती हैं लेकिन 1-2 मिनट बीतने के बाद वो इस दबाव की स्थिति से बाहर आने लगती हैं।
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मार्च 2018 में जब उन्होंने अपना डेब्यू किया था तो भारत की पूजा तोमर को उनके हाथों हार मिली थी।
“जब मैंने सर्कल में पहला कदम रखा तो मैं खुद पर भरोसा नहीं कर पा रही थी कि मुझे ONE में लड़ने का मौका मिल रहा है। मैं चीजों को सीखने की कोशिश कर रही थी और फैंस उस समय मुझे ज्यादा जानते भी नहीं थे लेकिन उस समय मुझे क्राउड़ का काफी समर्थन मिला जिसे मैं कभी नहीं भुला सकती।“
राड़ज़ुआन ने बेहतरीन अंदाज में तोमर को ट्रायंगल चोक के जरिए हराया था और यह प्रोफेशनल स्तर पर उनका केवल दूसरा मैच था इसलिए वह जीत उनके लिए बेहद खास रही।
“दुनिया के अधिकतर बच्चों की तरह मैं भी जिंदगी में कुछ अच्छा करना चाहती थी। किशोरावस्था में रहते ज़रूर मुझे कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ालेकिन जैसे ही मेरी ट्रेनिंग शुरू हुई मुझे एहसास होने लगा था कि मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में मैं सफल साबित हो सकती हूँ।“
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इतनी छोटी उम्र में अपने देश के लिए फाइट करने का मौका मिलना जाहिर तौर पर गर्व की बात है और वह पहली जीत उन्हें हमेशा याद रहेगी।
“काफी बार मैं रो भी देती हूँ क्योंकि केवल 21 साल की उम्र में जो मैंने हासिल किया है वो सभी को नहीं मिलता।
“यह एक गलत मान्यता है कि लोग मेरे जैसे फाइटर्स के लिए सोचते हैं कि हम शारीरिक और मानसिक रूप, दोनों से मजबूत हैं लेकिन ऐसा नहीं है। बहुत सी चीजें ऐसी होती हैं जो किसी को भी भीतर तक झकझोर सकती हैं।
“मैं यह भी जानती हूँ कि केज के अंदर और केज के बाहर की दुनिया अलग है इसलिए केज में एंट्री लेते ही फाइट मोड मुझ पर हावी हो जाता है।“
मलेशिया का प्रतिनिधित्व करना ही राड़ज़ुआन का पहला सपना था और अब ONE में आकर उनका यह सपना पूरा हो गया है। इसके अलावा वो जहाँ भी जाती हैं उनके इयरफोन और राष्ट्रीय ध्वज हमेशा उनके साथ रहता है।
“मुझे लगता है कि राष्ट्रीय ध्वज अपने साथ रखने का एक अलग ही एहसास है और शायद यह हमारी संस्कृति का हिस्सा है क्योंकि सभी फाइटर ऐसा ही करते हैं।“
राड़ज़ुआन अच्छी तरह वाकिफ हैं कि जो मौका उन्हें मिला है वो उन्हें दुनिया का और भी बड़ा मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट बना सकता है इसलिए वो इसका पूरा फायदा उठाना चाहती हैं।
वो ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड टाइटल से फिलहाल कुछ दूरी पर हैं लेकिन आने वाले मुकाबलों में जीत उन्हें विश्व खिताब के और भी करीब पहुंचा सकती है।
उन्हें यह भी एहसास है कि अभी उन्हें लंबा सफर तय करना है और वो युवा मार्शल आर्टिस्ट्स के लिए एक प्रेरणा भी बन सकती हैं।
“जब भी मैं फाइट करती हूँ तो जीत ही मेरा पहला लक्ष्य होता है। मलेशिया से पहली विमेंस वर्ल्ड चैंपियन बनने का मेरा सपना अभी भी जीवित है।
“जब मैंने शुरुआत की थी तब मेरे पास कुछ नहीं था लेकिन अब मेरे सामने कई रास्ते खुल चुके हैं। डेनिस ज़ाम्बोआंगा की चुनौती से पार पाने के लिए मैं पूरी तरह तैयार हूँ।“
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